कोल इंडिया बोर्ड मीटिंग में बड़ा फैसला, दो सब्सिडियरी के लिस्टिंग को मिली मंजूरी, MCL और SECL को बाजार में लाने की तैयारी तेज

कोल इंडिया लिमिटेड के बोर्ड ने अपनी दो प्रमुख सब्सिडियरी महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड और साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की लिस्टिंग को इन प्रिंसिपल मंजूरी दे दी है. यह मंजूरी कोयला मंत्रालय के निर्देश के बाद दी गई है. हालांकि लिस्टिंग से पहले कई रेगुलेटरी स्वीकृति जरूरी होंगी.

कोल इंडिया ने अपनी दो सब्सिडियरी की लिस्टिंग को मंजूरी दे दी है. Image Credit: Getty image

Coal India: कोल इंडिया लिमिटेड ने अपनी 2 अहम सब्सिडियरी कंपनियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड और साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की लिस्टिंग को सैद्धांतिक मंजूरी ( proposed in-principle listing) दे दी है. यह फैसला मंत्रालय के निर्देश के बाद लिया गया है. हालांकि अभी इस पर अंतिम मुहर लगना बाकी है. इसके लिए कई तरह की रेगुलेटरी मंजूरी जरूरी होगी. यह प्रक्रिया वित्त वर्ष 2027 में आगे बढ़ सकती है.

लिस्टिंग को इन प्रिंसिपल अप्रूवल

कोल इंडिया बोर्ड ने सर्कुलर रेजोल्यूशन के जरिये दोनों कंपनियों की लिस्टिंग को मंजूरी दी है. यह मंजूरी अभी केवल सैद्धांतिक स्तर पर है. कंपनी ने इसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी है. अगला कदम कोयला मंत्रालय को जानकारी देना होगा. इसके बाद डीआईपीएएम के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा. सभी मंजूरी मिलने के बाद ही लिस्टिंग आगे बढे़गी.

कोयला मंत्रालय के निर्देश के बाद फैसला

कोयला मंत्रालय ने 16 दिसंबर को कोल इंडिया को निर्देश दिया था. मंत्रालय ने कहा था कि MCL और SECL की लिस्टिंग के लिए ठोस कदम उठाए जाएं. मंत्रालय चाहता है कि यह प्रक्रिया आगामी वित्त वर्ष 2027 में पूरी हो. इसके बाद बोर्ड ने इस पर विचार किया. अब औपचारिक प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है.

महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड के बारे में

महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड कोल इंडिया की मिनिरत्न सब्सिडियरी है. इसकी स्थापना 1992 में हुई थी. इसका मुख्यालय ओडिशा के संबलपुर में है. कंपनी चार जॉइंट वेंचर में काम कर रही है. MCL के कुल 51 कोयला प्रोजेक्ट मंजूर हैं. इनमें से 40 पूरे हो चुके हैं और 11 पर काम चल रहा है.

MCL का प्रोडक्शन और प्रोजेक्ट स्थिति

वित्त वर्ष 2022-23 में MCL का टोटल कोल प्रोडक्शन 193.26 मिलियन टन रहा. यह देश की बड़ी कोयला प्रोडक्शन कंपनियों में शामिल है. कंपनी के प्रोजेक्ट बिजली और रेल कनेक्टिविटी से भी जुड़े हैं. आने वाले समय में इसके प्रोडक्शन में और बढ़ोतरी की संभावना है. लिस्टिंग से कंपनी को कैपिटल जुटाने में मदद मिल सकती है.

साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की स्थिति

साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड छत्तीसगढ़ स्थित कोल इंडिया की सब्सिडियरी है. यह कोयला मंत्रालय के अधीन काम करती है. कंपनी के कोयला रिजर्व छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में फैले हुए हैं. वित्त वर्ष 2024-25 में SECL ने 168.487 मिलियन टन कोयला प्रोडक्शन किया. कंपनी के कुल 73 बडे़ प्रोजेक्ट मंजूर हैं.

SECL के प्रोजेक्ट और निवेश योजना

SECL के 73 प्रोजेक्ट की कुल क्षमता 300.75 मिलियन टन प्रति वर्ष है. इन प्रोजेक्ट पर 44571 करोड़ रुपये की कैपिटल स्वीकृत है. इनमें से 30 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. 38 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं. इसके अलावा 5 अंडरग्राउंड खदानें भी मौजूद हैं.

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कोल इंडिया के शेयर में तेजी

लिस्टिंग की खबर के बाद कोल इंडिया के शेयर में तेजी देखने को मिली. 23 दिसंबर को शेयर में 3.66 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. कारोबार के अंत में शेयर 400.35 रुपये पर बंद हुआ. इससे पहले इसका भाव 386.50 रुपये था. निवेशकों ने इस फैसले को सकारात्मक संकेत माना है. कंपनी ने पिछले 5 साल में अपने निवेशकों को 193 फीसदी का रिटर्न दिया है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.