Elcid एक और धमाल की तैयारी में, RBI से मांगी इस काम के लिए परमिशन, अब कहां जाएगा शेयर?

16 दिसंबर को Elcid के शेयरों में करीब 5% का उछाल आया. Elcid Investments का 3.53 रुपये का यह शेयर 28 अक्टूबर को प्राइस डिस्कवरी के बाद 3,32,399.94 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया. हालांकि, एक महीने के भीतर यह 30 फीसदी टूट चुका है. बहरहाल, सोमवार को बाजार बंद होने के बाद एक बड़ी खबर आई है, जिसका असर मंगलवार को शेयर प्रासइ पर दिख सकता है. जानते हैं क्या ये ये खबर.?

इल्सिड इन्वेस्टमेंट एक नॉन डिपोजिट NBFC है. Image Credit: Getty image

Elcid Investments लगातार सुर्खियों में है. 28 अक्टूबर को प्राइस डिस्कवरी के बाद 3.53 रुपये का यह शेयर 3,32,399.94 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया. अब भी Elcid 6.85 लाख रुपये प्रति शेयर के बुक वैल्यू के 28.7 फीसदी पर कारोबार कर रहा है. और पी/ई रेशो नवंबर के 30 गुना से ज्यादा के टॉप से घटकर 15.5 गुना रह गया है.

बहरहाल, सोमवार को कंपनी ने रिजर्व बैंक से अपने स्टेटस में बदलाव को लेकर नया आवेदन दिया है. एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स आरबीआई के साथ निवेश कंपनी श्रेणी के तहत पंजीकृत एनबीएफसी है. कंपनी के पास फिलहाल अपना कोई ऑपरेशनल कारोबार नहीं है, इसकी आय का स्रोत इन्वेस्टमेंट से मिलने वाला डिविडेंड है.

एक एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि एल्सिड इन्वेस्टमेंट, जो कि एक एनबीएफसी है, वह खुद को टाइप-I एनबीएफसी के रूप में पंजीकृत करना चाहती है. कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, आपको सूचित किया जाता है कि कंपनी ने आज यानी 13 दिसंबर, 2024 को हमारी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) को टाइप-I एनबीएफसी-एनडी के रूप में पंजीकृत करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के पास एक आवेदन पेश किया है.”

28 अक्टूबर को होल्डिंग कंपनियों के लिए एक्सचेंजों की तरफ से स्पेशनल प्राइस डिस्कवरी अभियान चलाया गया, जिसके बाद यह बाजार का सबसे महंगा शेयर बन गया. एल्सिड का सितंबर तिमाही का राजस्व 3.57 करोड़ रुपये रहा, जो तिमाही-दर-तिमाही आधार पर काफी कम है, जबकि शुद्ध लाभ 2.80 करोड़ रुपये रहा.

कंपनी एशियन पेंट्स की प्रमोटर कंपनियों में से एक है. एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स को हाल ही में प्रोपशेयर प्लेटिना आरईआईटी ने पीछे छोड़ दिया, जो 10 दिसंबर को शेयर बाजार में अपनी शुरुआत के बाद सबसे महंगा शेयर बन गया. 16 दिसंबर को प्रॉपशेयर प्लेटिना के शेयर की प्राइस 1040000 रुपये रही.

क्या होती हैं टाइप-1 NBFC

टाइप-1 एनबीएफसी (एनडी) का मतलब ऐसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से होता, जो सार्वजनिक धन स्वीकार नहीं करती है. न ही भविष्य में ऐसा करने का इरादा रखती हैं. इसके अलावा, ये कंपनियां ग्राहक इंटरफेस भी नहीं रखतीं और न ही ऐसा करने का इरादा रखती हैं.

डिसक्‍लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्‍यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्‍टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.

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