FII ने खामोशी में लगाया 43000 करोड़ का दांव, टेलीकॉम सेक्टर में बढ़ी हलचल, इन दो दिग्गजों पर रखें नजर

2025 में FII ने खामोशी के साथ टेलीकॉम सेक्टर में 43,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिसने बाजार में नए मोमेंटम का संकेत मिल रहा है. टैरिफ हाइक की उम्मीद, ARPU में तेजी और 2026 की मजबूत ग्रोथ संभावनाओं ने सेक्टर को निवेशकों का पसंदीदा बना दिया है. क्या आने वाला साल टेलिकॉम के लिए बड़े री-रेटिंग का दौर साबित होगा?

FII ने बढ़ाई हिस्सेदारी Image Credit: money9live/CanvaAI

विदेशी निवेशकों ने 2025 में जहां IT, FMCG, पावर और ड्यूरेबल्स में तगड़ी बिकवाली की है, वहीं दूसरी तरफ टेलीकॉम सेक्टर में 43,000 करोड़ रुपये की खरीदारी की है. एनालिस्ट इसे किसी शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग मूवमेंट की जगह एक लंबी मोनेटाइजेशन साइकल की शुरुआत के तौर पर देख रहे हैं.

टैरिफ हाइक का भरोसा

सेक्टर में तेजी की सबसे बड़ी वजह है टैरिफ हाइक की विजिबिलिटी. Jio और Airtel दोनों के ARPU में लगातार मजबूती बनी हुई है. 2026 की पहली छमाही में आने वाला Jio IPO, प्राइसिंग पावर और नए टैरिफ राउंड की संभावना को और मजबूत कर रहा है. मार्केट अब इस अपसाइकिल को एक सस्टेनेबल ग्रोथ फेज के रूप में देख रहा है, जहां रेवेन्यू और EBITDA दोनों का ट्रैक्शन तेज बना रहेगा.

जेफरीज की बड़ी कॉल

Jefferies ने Jio का वैल्यूएशन सीधे 180 अरब डॉलर तक बढ़ा दिया है और 15x EV/EBITDA मल्टीपल दिया है. ब्रोकरेज के मुताबिक Airtel से 10% प्रीमियम के साथ FY26–28 में Jio का रेवेन्यू और EBITDA ग्रोथ क्रमश: 18% और 21% CAGR तक जा सकती है. FWA और होम ब्रॉडबैंड में तेजी, एंटरप्राइज बिजनेस का स्केल और टेक स्टैक मोनेटाइजेशन इस रैली को सपोर्ट कर रहे हैं.

JPMorgan का ओवरवेट

JPMorgan की थीसिस साफ है कि बाजार में टैरिफ रिपेयर का साइकल दोबारा लौट रहा है. बैंक को उम्मीद है कि Nov-25 से Nov-26 में 15% की नई टैरिफ हाइक आएगी. CY26/27 तक दो सालाना हाइक का पुराना पैटर्न लौटने की संभावना है. बेहतर फ्री कैश फ्लो की उम्मीद के साथ FY26–27 में Airtel के हाई डिविडेंड भी इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए बड़ा आकर्षण बन सकते हैं.

Jio–Airtel का दबदबा बरकरार

सितंबर 2025 तिमाही में सेक्टर की सालाना रेवेन्यू ग्रोथ 10% रही, लेकिन मार्केट शेयर की लड़ाई में Airtel और Jio ही आगे रहे. Airtel ने 70 bps और Jio ने 30 bps का शेयर बढ़ाया. Jio FWA में 75% मार्केट शेयर लेकर सबसे आगे है, जबकि 5G कैपेक्स का पीक गुजर चुका है, जिससे EBITDA फ्लो-थ्रू और फ्री कैश फ्लो दोनों सुधर रहे हैं.

Airtel पर ‘FCF स्ट्रेस टेस्ट’ की चेतावनी

JPMorgan ने Airtel के लिए कुछ रिस्क फ्लैग किए हैं. कंपनी के 1GW डेटा सेंटर प्लान, ब्रॉडबैंड में Jio की बराबरी का प्रयास और 5G नेटवर्क क्वालिटी में कमजोरी FY27 में कैपेक्स बढ़ाने की मजबूरी पैदा कर सकते हैं. बैंक का अनुमान है कि FY27 में Airtel की कैपेक्स ज़रूरतें 56% बढ़ सकती हैं, जिससे इसका FCF करीब 32% दब सकता है.

क्या मोमेंटम जारी रहेगा?

सेक्टर की रफ्तार तीन बड़े सवालों पर टिकेगी. पहला, टैरिफ हाइक कब होगा, Airtel अपनी कैपिटल अलोकेशन कैसे मैनेज करेगा और Jio IPO किस टाइमलाइन में आएगा. FIIs की मौजूदा पोजिशनिंग ये संकेत देती है कि उन्हें इन तीनों ट्रिगर्स पर मजबूत भरोसा है.

किसकी होगी बादशाहत?

अगर टैरिफ रिपेयर सही गति से आगे बढ़ा और ARPU ट्रैक्शन बना रहा, तो 2026 टेलिकॉम सेक्टर के लिए सस्टेनेबल ग्रोथ, मोनेटाइजेशन और वैल्यूएशन री-रेटिंग का मजबूत कॉम्बिनेशन ला सकता है. Jio और Airtel दोनों के पास ये रैली पकड़ने की पूरी तैयारी है और विदेशी निवेशक अपने वोट पहले ही डाल चुके हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.