LIC ने अडानी की इस कंपनी में बढ़ाई हिस्सेदारी, इस PSU के भी खरीदे शेयर; जानें- पूरी डिटेल्स

इसकी होल्डिंग 10 फीसदी की लिमिट से ऊपर हो गई है. इसके अलावा, इसने PSU स्टॉक NBCC (इंडिया) में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर लगभग 4.5 फीसदी कर दी है. अडानी ग्रुप का स्टॉक एक साल में 15 फीसदी से ज्यादा और पिछले छह महीनों में 3 फीसदी से अधिक गिरे गिरा है.

एलआईसी ने बढ़ाई हिस्सेदारी. Image Credit: Tv9 Bharatvarsh

लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनी ACC Ltd में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है, जिससे इसकी होल्डिंग 10 फीसदी की लिमिट से ऊपर हो गई है. इसके अलावा, इसने PSU स्टॉक NBCC (इंडिया) में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर लगभग 4.5 फीसदी कर दी है. एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने इस बात की जानकारी दी है.

LIC ने ACC में हिस्सेदारी बढ़ाई

इंश्योरेंस कंपनी ने ओपन मार्केट रूट से 37,82,029 और शेयर खरीदे, जो कंपनी की इक्विटी का 2.014 फीसदी है. इस खरीद के बाद, ACC में LIC की कुल होल्डिंग बढ़कर 1,98,97,064 शेयर हो गई, जो कंपनी के पेड-अप शेयर कैपिटल का 10.596 फीसदी है. फाइलिंग से पता चलता है कि LIC ने 20 मई 2025 और 25 नवंबर 2025 के बीच मार्केट से खरीदकर ACC के और शेयर खरीदे. इस ट्रांजैक्शन से पहले, LIC के पास 1,61,15,035 इक्विटी शेयर थे, जो ACC के कुल शेयर कैपिटल का 8.582 फीसदी था.

LIC ने NBCC (इंडिया) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई

LIC ने PSU स्टॉक में 30,24,672 शेयर खरीदे, जो वोटिंग कैपिटल का 2.071 फीसदी है. इस खरीद के बाद, LIC के पास 12,08,91,590 शेयर हैं, जो कंपनी के कुल वोटिंग कैपिटल का 4.477 फीसदी है. पहले LIC के पास 11,78,66,918 शेयर थे, जो NBCC के वोटिंग कैपिटल का 6.548 फीसदी है.

शेयर खरीदने के बावजूद प्रतिशत में कमी NBCC के वोटिंग कैपिटल बेस में बड़े बदलाव के कारण है, जो अब पहले के 180,00,00,000 शेयरों से बढ़कर 270,00,00,000 शेयर हो गया है.

LIC ने साफ किया कि यह एक्विजिशन पूरी तरह से मार्केट परचेज रूट से किया गया था, जिसमें खरीदने का समय 25 अप्रैल 2018 से 24 नवंबर 2025 तक था. इसमें कोई प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट, राइट्स इश्यू या ऑफ-मार्केट ट्रांसफर शामिल नहीं था.

ACC और NBCC (इंडिया) स्टॉक परफॉर्मेंस

अडानी ग्रुप का स्टॉक एक साल में 15 फीसदी से ज्यादा और पिछले छह महीनों में 3 फीसदी से अधिक गिरे गिरा है. पिछले तीन महीनों में इसमें 3 फीसदी की बढ़त हुई है, लेकिन एक महीने में यह स्थिर रहा. पांच साल के समय में, स्टॉक ने सिर्फ 9 फीसदी का मामूली रिटर्न दिया है.

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