Flipkart भी लेकर आएगी IPO, सिंगापुर से भारत में अपना हेड ऑफिस शिफ्ट कर रही कंपनी

कंपनी ने सिंगापुर से भारत में अपना हेडक्वॉर्टर ट्रांसफर करने के लिए इंटरनल मंजूरी हासिल कर ली है. इसे आईपीओ की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है.

फ्लिपकार्ट का भी आएगा IPO. Image Credit: Getty image

भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने की तैयारी में है. खबर है कि फ्लिपकार्ट आने वाले 12-15 महीने में अपना IPO निवेशकों के बीच ला सकती है. ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लिपकार्ट का इश्यू सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है. करीब 36 अरब डॉलर की वैल्यूएशन वाली फ्लिपकार्ट का स्वामित्व वॉलमार्ट के पास है. कंपनी ने सिंगापुर से भारत में अपना हेडक्वॉर्टर ट्रांसफर करने के लिए इंटरनल मंजूरी हासिल कर ली है. इसे आईपीओ की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है और अगले कैलेंडर वर्ष के अंत तक या 2026 की पहली तिमाही के भीतर शेयरों को पब्लिक करने का लक्ष्य तय किया जा रहा है.

लंबे समय से प्लानिंग कर रही है कंपनी

जोमैटो, नाइका और स्विगी सहित कई स्टार्टअप की सफल लिस्टिंग ने रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी इंटरनेट फर्म्स में बढ़ाई है. ऑनलाइन कॉमर्स की दिग्गज कंपनी फ्लिपकार्ट ने इस साल करीब 1 अरब डॉलर की फंडिंग भी जुटाई है, जिसमें गूगल से 350 मिलियन डॉलर शामिल हैं. इसने 2021 के आखिर से ही आईपीओ की योजनाओं पर एक्टिव ह, लेकिन 2022-23 के दौरान बाजार का रुख पॉजिटिव नहीं होने के चलते अपनी योजनाओं का टाल दिया था.

हालांकि, हाल ही में एक बाद एक भारतीय कंपनियों की शेयर मार्केट में एंट्री ने फ्लिपकार्ट का ध्यान IPO की तरफ खींचा है. साल 2018 में वॉलमार्ट ने 16 अरब डॉलर में फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण किया था. फ्लिपकार्ट अपने आईपीओ के प्लान को ऐसे समय में लेकर आई है, जब भारत में ई-कॉमर्स सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है.

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फ्लिपकार्ट ग्रोथ को बनाए रखते हुए प्रॉफिट में सुधार करने के लिए काम कर रही है. कंपनी ने वित्त वर्ष 24 में ऑपरेशनल रेवेन्यू में 21 फीसदी की वृद्धि के साथ 17,907.3 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की थी. जबकि घाटा 41 फीसदी घटकर 2,358 करोड़ रुपये रह गया.

भारतीय बाजार में फ्लिपकार्ट

फ्लिपकार्ट मार्केट में हिस्सेदारी के लिए अमेजॉन और अन्य घरेलू कंपनियों के साथ मुकाबला करती है.वॉलमार्ट और अमेजॉन दोनों भारत के डिजिटल कॉमर्स इकोसिस्टम में भारी निवेश कर रहे हैं. जानकारों का कहना है कि मार्केट में लिस्टिंग फ्लिपकार्ट के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी. फ्लिपकार्ट की शुरुआत 17 साल पहले भारत के सबसे शुरुआती कंज्यूमर इंटरनेट स्टार्टअप में से एक के रूप में हुई थी.