1426% चढ़ा भाव, शिपबिल्डिंग सेक्टर वाली इस कंपनी ने साइन किए 5 MoU; जानें काम और क्या है ऑर्डर बुक?
कोलकाता की शिपबिल्डिंग कंपनी ने 5 अहम MoUs साइन किए हैं. इन समझौतों के तहत ग्रीन और लो-एमिशन वेसल्स, पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स और रोपवे कनेक्टिविटी में सहयोग होगा. जून 2025 की तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 120.17 करोड़ रुपये रहा और शेयर 22 सितंबर को 6 फीसदी तक चढ़ा. जानें क्या है ऑर्डर बुक.
GRSE Share Surge MoU Sign: भारत के शिपबिल्डिंग सेक्टर में नई ऊर्जा देखने को मिल रही है. कोलकाता स्थित गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) ने हाल ही में पांच अहम MoUs यानी Memorandums of Understanding पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य भारत की शिपबिल्डिंग कैपेसिटी को बढ़ाना और Maritime Amrit Kaal Vision के तहत 2047 तक देश को दुनिया के टॉप 5 शिपबिल्डिंग देशों में लाना है. इन MoUs के तहत GRSE ने दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी (Kandla), श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट अथॉरिटी (कोलकाता), इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉरपोरेशन लिमिटेड, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और मॉडेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के साथ सहयोग किया है.
क्या होगा काम?
इन समझौतों के तहत कंपनी और उसके साझेदार कई क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे. इनमें ग्रीन और लो-एमिशन वेसल्स का निर्माण, जहाजों की मरम्मत और रखरखाव, पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास जैसे जेट्टी, बर्थ और टर्मिनल का निर्माण और रखरखाव शामिल है. इसके अलावा मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स और पोर्ट्स तथा टर्मिनल तक बेहतर लास्ट-माइल कनेक्टिविटी के लिए रेल और रोपवे नेटवर्क का निर्माण भी किया जाएगा.
इन प्रोजेक्ट्स के जरिए एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार होगा जिसमें शिपयार्ड, पोर्ट ऑपरेटर्स और इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स एक साथ मिलकर काम करेंगे.
कैसी रही है वित्तीय स्थिति?
वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो जून 2025 की तिमाही में GRSE का नेट प्रॉफिट 120.17 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के 87.19 करोड़ रुपये की तुलना में 37.8 फीसदी ज्यादा है. हालांकि, पिछले चौथी तिमाही की तुलना में सिक्वेंशियल बेसिस पर प्रॉफिट लगभग 51 फीसदी कम हुआ. कंपनी की टोटल इनकम 1,382.41 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के समान अवधि के 1,083.59 करोड़ रुपये से 27.5 फीसदी अधिक है. GRSE के शेयरों में साल की शुरुआत से अब तक 65 फीसदी का इजाफा हुआ है.
शेयर का प्रदर्शन और ऑर्डर बुक?
सोमवार, 22 सितंबर को शेयर 6 फीसदी तक चढ़ कर एक दिन का हाई 2,761 रुपये पर पहुंचा गया. हालांकि, बाजार बंद होने तक कंपनी का स्टॉक 2.42 फीसदी की तेजी पर आकर 2,667 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. पिछले 1 सप्ताह में कंपनी ने 4.05 फीसदी का रिटर्न दिया वहीं सालभर में इसके शेयरों की कीमत 43 फीसदी तक चढ़ी है. 5 साल के दौरान स्टॉक ने अपने निवेशकों को 1,426 फीसदी का दमदार रिटर्न दिया है. ऑर्डर बुक की बात करें तो 30 जून, 2025 तक GRSE के पास 21,700 करोड़ रुपये के करीब का काम है. कंपनी का मार्केट कैप 29,830 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है.
मैनेजिंग डायरेक्टर ने क्या कहा?
GRSE के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि कंपनी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की ओर से लॉन्च किए गए Maritime Amrit Kaal मिशन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रही है. उन्होंने बताया कि इन MoUs के जरिए भारत में शिपबिल्डिंग और पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा मिलेगा और देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाएगा. GRSE अपने साझेदारों के साथ मिलकर स्थायी, ग्रीन और ग्लोबली प्रतिस्पर्धी समाधान तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो भारतीय शिपबिल्डिंग के भविष्य को नई दिशा देंगे.
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