बोनस इश्यू के बाद गिरे देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक के शेयर, पहली बार दिया है बोनस; मजबूत है वित्त प्रदर्शन
HDFC Bank ने पहली बार अपने शेयरधारकों को 1:1 बोनस शेयर देने का ऐलान किया है. इसके तहत हर एक शेयर पर एक बोनस शेयर मिलेगा. सोमवार तक जिन निवेशकों के पास शेयर थे, उन्हें यह लाभ मिलेगा. बोनस इश्यू के बाद मंगलवार को HDFC Bank का शेयर में गिरावट देखने को मिली . इसके साथ ही Karur Vysya Bank का शेयर भी बोनस एडजस्टमेंट के बाद ट्रेड कर रहा है.
Bonus Issue HDFC Bank: देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC Bank का शेयर मंगलवार को बोनस इश्यू एडजस्टमेंट के बाद गिरावट देखी गई. इसके शेयर में 0.87 फीसदी की गिरावट देखने को मिली और यह 972 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. बैंक ने हाल ही में अपनी तिमाही नतीजों के साथ 1:1 बोनस इश्यू का ऐलान किया था. इस हिसाब से सोमवार तक शेयर रखने वाले निवेशकों को बोनस शेयर मिलेगा. यह HDFC Bank के इतिहास का पहला बोनस इश्यू है.
क्या है बोनस इश्यू का मतलब
HDFC Bank ने 1:1 बोनस इश्यू का ऐलान किया है. यानी निवेशकों को हर एक शेयर पर एक बोनस शेयर मिलेगा. अगर किसी के पास 100 शेयर थे तो अब उसके पास 200 हो जाएंगे. हालांकि शेयर की कीमत उसी हिसाब से एडजस्ट हो जाएगी और कुल वैल्यू पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
पहले हुए थे शेयर स्प्लिट
यह HDFC Bank का पहला बोनस इश्यू है. बैंक ने इससे पहले 2011 में 1 शेयर को 5 शेयर में और 2019 में 1 शेयर को 2 शेयर में स्प्लिट किया था. लेकिन इस बार निवेशकों को सीधे बोनस शेयर मिलेंगे. HDFC Bank के साथ ही Karur Vysya Bank का शेयर भी बोनस इश्यू के बाद एडजस्ट हुआ है. इस बैंक ने 1:5 के रेशियो में बोनस इश्यू का ऐलान किया था. यानी हर पांच शेयर पर निवेशकों को एक बोनस शेयर मिलेगा.
शेयर की मौजूदा कीमत
बोनस इश्यू के एडजस्टमेंट के बाद मंगलवार को HDFC Bank का शेयर करीब 0.87 फीसदी गिरकर 972 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. बैंक का मार्केट कैप 15,08,154 करोड़ रुपये का है. इसका अपर सर्किट 1,080 रुपये और लोवर सर्किट 883.90 रुपये है. बैंक का ROE 13.53 फीसदी है और इसका PE रेशियो 2.89 है.
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कैसा है बैंक का वित्त प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का प्रदर्शन स्थिर और मजबूत रहा. लोन पर ब्याज से इनकम लगातार बढ़कर 33.6 लाख रुपये तक पहुंची, जबकि डिपॉजिट पर ब्याज खर्च भी 18.3 लाख रुपये हो गया, जिससे नेट इंटरेस्ट इनकम लगभग 15.2 लाख रुपये रही और सालाना आधार पर इसमें 17.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. ब्याज के अलावा अन्य स्रोतों से भी अच्छी कमाई हुई और कुल रेवेन्यू 27.3 लाख रुपये तक पहुंच गया, जिसमें 19 फीसदी की साल दर साल ग्रोथ रही. हालांकि खराब लोन के लिए प्रावधान बढ़ाकर 14.2 लाख रुपये करना पड़ा, जिससे मुनाफे पर थोड़ा दबाव आया.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.