Reliance Ind निवेशकों के लिए बन सकता है सोने का अंडा, 3 ब्रोकरेज हाउस ने कहा- 22% तक मिल सकता है रिटर्न

रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के शेयरों में आने वाले दिनों में तेजी देखने को मिल सकती है. इसके वित्‍तीय नतीजों और भविष्‍य के प्‍लान को देखते हुए 3 ब्रोकरेज हाउस ने इस पर भरोसा जताया है. उन्‍होंने इसमें ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए शेयर प्राइस टारगेट भी बताए हैं.

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरो Image Credit: Getty image

RIL share price target: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने FY25 एनुअल रिपोर्ट में अपने बेहतर कंसॉलिडेटेड मुनाफे और मजबूत ग्रोथ से निवेशकों को बड़ा सरप्राइज दिया था. अब ग्‍लोबल ब्रोकरेज हाउसेस JP Morgan, Jefferies और CLSA ने भी कंपनी की वित्तीय मजबूती और भविष्य की संभावनाओं पर अपनी पॉजिटिव रिपोर्ट जारी की है. उन्‍होंने इसे BUY रेटिंग देते हुए शेयर प्राइस टारगेट भी बताएं हैं. उनके मुताबिक निवेशकों के लिए ये भविष्‍य में सोने का अंडा साबित हो सकता है, जो उन्‍हें बेहतर रिटर्न दे सकता है.

JP Morgan

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने इस साल अब तक YTD में 18% की तेजी दर्ज की है. ब्रोकरेज हाउस का मानना है इस तेजी के बावजूद कंपनी की रिलेटिव वैल्यूएशन अभी भी वाजिब है. कंपनी को बेहतर O2C मार्जिन, संभावित टैरिफ बढ़ोतरी और रिटेल ग्रोथ में सुधार से और मजबूती मिल सकती है. इन्‍हीं को ध्‍यान में रखते हुए JP Morgan ने RIL पर ‘ओवरवेट’ (OW) रेटिंग बरकरार रखी है.

करेंट मार्केट प्राइस – 1394 रुपये
टारगेट प्राइस – 1695 रुपये
ग्रोथ – 21.59% करीब 22 फीसदी

Jefferies

Jefferies ने RIL पर ‘BUY’ रेटिंग बनाए रखी है. ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक कंपनी की एनुअल रिपोर्ट से साफ है कि Jio और रिटेल में कैपिटलाइज्ड कॉस्ट बढ़ी है, लेकिन कंसॉलिडेटेड कैपेक्स फ्लैट रहा, जिसमें Jio और रिटेल का YoY कम है. FCF में सुधार Jio की वजह से हुआ है, जबकि नेट डेब्ट यानी कर्ज में मामूली बढ़ोतरी हुई. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि RIL की ग्रोथ में कॉस्ट लीडरशिप और फाइनेंशियल स्ट्रेंथ मायने रखता है. Jio में डिजिटल, रिटेल में ई-कॉमर्स और न्यू एनर्जी से आगे की राह साफ है. इसलिए कंपनी को भविष्‍य में फायदा मिल सकता है.

करेंट मार्केट प्राइस – 1394 रुपये
टारगेट प्राइस – 1670 रुपये
ग्रोथ – करीब 19.80%

यह भी पढ़ें: सेंसेक्‍स-निफ्टी धड़ाम, एक झटके में निवेशकों के 5 लाख करोड़ स्वाहा, जानें किस वजह से भरभराया शेयर मार्केट

CLSA

सीएलएसए ने RIL पर ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग रखी है. ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक कंपनी के FY25 एनुअल रिपोर्ट एनालिसिस से पता चलता है कि YoY FCF और OPCF में बढ़ोतरी ऑयल एंड गैस कस्टमर्स के एडवांस की वजह से हुई है. हालांकि, EBITDA स्थिर रहा, RoE गिरा, और कॉस्ट कैपिटलाइजेशन हाई रहा. CLSA की रिपोर्ट के अनुसार, RIL ने FY25 में अपने ऑपरेशनल और इंटरेस्ट कॉस्ट्स का 33% हिस्सा कैपिटलाइज किया, जो कंसॉलिडेटेड PBT का एक बड़ा हिस्सा है. इसका मतलब है कि कंपनी ने इन खर्चों को तुरंत खातों में नहीं दिखाया, बल्कि इन्हें भविष्य की एसेट्स में जोड़ा. यह रणनीति शॉर्ट-टर्म में प्रॉफिट को बढ़ा सकती है, लेकिन लॉन्ग-टर्म में ऑपरेटिंग लिवरेज (यानी रेवेन्यू बढ़ने पर प्रॉफिट की तेज ग्रोथ) को कम कर सकती है.

करेंट मार्केट प्राइस – 1394 रुपये
टारगेट प्राइस – 1650 रुपये
ग्रोथ – करीब 18.37%

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.