HDFC डिफेंस ने Mazagaon Dock में किया बड़ा निवेश, 4.50 लाख शेयर खरीदे; डेटा पैटर्न्स समेत इनमें बढ़ाई हिस्सेदारी

HDFC डिफेंस फंड ने अगस्त में अपने पोर्टफोलियो में कुछ बदलाव किए. इसने मझगांव डॉक को जोड़ा, भारत डायनेमिक्स और चार अन्य कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई, और कुछ कंपनियों से बाहर निकला. फंड का ज्यादातर निवेश रक्षा और उससे जुड़े क्षेत्रों में है, और इसका प्रदर्शन भी अच्छा रहा है.

HDFC Defence Image Credit: Canva

HDFC Defence buys shares of Mazagon Dock: HDFC डिफेंस फंड रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों में निवेश करता है. यह भारत का एकमात्र ऐसा फंड है जो डिफेंस सेक्टर पर केंद्रित है. अगस्त में इस फंड ने अपनी निवेश लिस्ट में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स को शामिल किया और भारत डायनेमिक्स के साथ-साथ चार अन्य कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई. अगस्त में HDFC डिफेंस फंड ने मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के लगभग 4.50 लाख शेयर खरीदे. इन शेयरों की कीमत करीब 117.13 करोड़ रुपये थी. ऐसे में आइए इसे विस्तार से जानते है. साथ ही हम इनके फंडामेंटल पर भी नजर डालेंगे.

मझगांव डॉक

मझगांव डॉक जहाज बनाती है और यह रक्षा क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. अगस्त में HDFC डिफेंस फंड ने मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के लगभग 4.50 लाख शेयर खरीदे. इन शेयरों की कीमत करीब 117.13 करोड़ रुपये थी. फंड ने इस कंपनी को अपने पोर्टफोलियो में पहली बार शामिल किया.

भारत डायनेमिक्स

फंड ने भारत डायनेमिक्स में अपनी हिस्सेदारी को और बढ़ाया. इस कंपनी में 3.38 लाख नए शेयर खरीदे गए, जिसके बाद फंड के पास अब कुल 20.48 लाख शेयर हो गए हैं. जुलाई में यह संख्या 17.10 लाख थी. भारत डायनेमिक्स रक्षा उपकरण, जैसे मिसाइल, बनाती है.

इसके अलावा, फंड ने चार अन्य कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई:

किन कंपनियों में हिस्सेदारी घटाई गई?

इसके अलावा, फंड ने इंटरग्लोब एविएशन (जो इंडिगो एयरलाइंस की कंपनी है) से पूरी तरह बाहर निकल लिया. इस कंपनी के 2.65 लाख शेयर बेचे गए, जिनकी कीमत 156.62 करोड़ रुपये थी.

किन कंपनियों में कोई बदलाव नहीं हुआ?

फंड ने 14 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को जुलाई के मुकाबले अगस्त में वही रखा. इनमें बीईएमएल, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, कमिंस इंडिया, एलएंडटी, प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स, डिफ्यूजन इंजीनियर्स, एमटीएआर टेक्नोलॉजीज, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, डी डेवलपमेंट इंजीनियर्स, ऋषभ इंस्ट्रूमेंट्स, आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी, पावर मेक प्रोजेक्ट्स, और द अनुप इंजीनियरिंग शामिल है. इन कंपनियों में फंड ने न तो शेयर खरीदे और न ही बेचे.

इस फंड में कितनी कंपनियां हैं?

जुलाई और अगस्त दोनों महीनों में फंड के पोर्टफोलियो में 24 कंपनियां थीं. यानी कुल कंपनियों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ, लेकिन कुछ नई कंपनियां जोड़ी गईं और कुछ पुरानी से बाहर निकला गया. यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी फंड है, जिसका मतलब है कि निवेशक इसमें कभी भी पैसा लगा सकते हैं और निकाल सकते हैं. यह फंड मुख्य रूप से रक्षा और उससे जुड़े क्षेत्रों की कंपनियों में निवेश करता है. इसका लक्ष्य लंबे समय में निवेशकों को अच्छा रिटर्न देना है. फंड की शुरुआत 2 जून, 2023 को हुई थी और इसे राहुल बैजल और प्रिया रंजन मैनेज करते हैं.

फंड ने कहां-कहां निवेश किया?

अगस्त में फंड ने सबसे ज्यादा निवेश (60.30 फीसदी) कैपिटल गुड्स क्षेत्र में किया. इसके बाद 16.58 फीसदी निवेश केमिकल्स क्षेत्र में, 7.24 फीसदी इलेक्ट्रिकल्स में, 4.71 फीसदी ऑटोमोबाइल में, 3.29 फीसदी इंफ्रास्ट्रक्चर में और 1.79 फीसदी शिपबिल्डिंग में किया है.

सबसे अधिक इनमें निवेश

फंड का निवेश कैसे बंटा है?

फंड का प्रदर्शन

पिछले छह महीनों में फंड ने 30.89 फीसदी रिटर्न दिया, यानी निवेशकों का पैसा काफी बढ़ा. पिछले एक साल में इसने 5.92 फीसदी रिटर्न दिया. फंड की शुरुआत से अब तक (जून 2023 से) इसने 44.46 फीसदी का औसत सालाना रिटर्न (CAGR) दिया है. दूसरी ओर, इसका बेंचमार्क (निफ्टी इंडिया डिफेंस – टीआरआई) पिछले छह महीनों में 32.88 फीसदी और एक साल में 11.93 फीसदी बढ़ा.

डेटा सोर्स: BSE, Groww, Equity Master

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डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.