ना ही प्राइवेट, ना PSU! इस दिग्गज बैंक में फिर क्यों दिखी 6 महीने में 44% की तेजी, सरकार का क्या है बूस्टर प्लान
बैंकिंग सेक्टर में एक नाम ऐसा जो तकनीकी रूप से प्राइवेट है लेकिन दिल से अब भी सरकारी... और इसी में हो रही है तेजी की असली कहानी. क्या आपने इस स्टॉक को नजरअंदाज कर दिया? अब समय है जानने का कि क्यों निवेशकों की नजरें इसी बैंक पर टिकी हैं.

IDBI Share Price: बैंकिंग सेक्टर में बीते कुछ वर्षों में जबरदस्त सुधार देखने को मिला है. सार्वजनिक और निजी, दोनों ही तरह के बैंक प्रॉफिट NPA और मार्जिन जैसे मोर्चों पर बेहतर हुए हैं. लेकिन इन सबके बीच अगर किसी एक बैंक ने खासतौर पर निवेशकों का ध्यान खींचा है, तो वह है IDBI Bank. साल 2025 की शुरुआत से अब तक इसके शेयर में करीब 40 फीसदी की तेजी आ चुकी है. इसके पीछे कई बड़े कारण हैं – मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, सरकार की हिस्सेदारी बेचने की योजना और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नीति संबंधी ढील. आईये जानते हैं विस्तार से कि किन वजहों से IDBI Bank निवेशकों की पसंद बनता जा रहा है.
IDBI Bank, सरकारी और निजी दोनों छवि वाला बैंक
IDBI Bank की शुरुआत Industrial Development Bank of India (IDBI) के तौर पर हुई थी. साल 2005 में जब इसकी कमर्शियल बैंकिंग शाखा का इसमें विलय हुआ, तो इसे “अन्य पब्लिक सेक्टर बैंक” माना गया.
लेकिन जनवरी 2019 में जब भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने इसमें 51% हिस्सेदारी खरीदी, तो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसे निजी क्षेत्र का बैंक घोषित कर दिया, हालांकि सिर्फ नियामकीय रूप से.
इसका मतलब यह है कि IDBI Bank अब तकनीकी रूप से एक प्राइवेट बैंक है, लेकिन इसमें अब भी सरकार और LIC की मिलकर बहुमत हिस्सेदारी है. इसलिए इसे पारंपरिक सरकारी बैंक की तरह नहीं देखा जाता, फिर भी यह पूरी तरह प्राइवेट भी नहीं है.
मजबूत वित्तीय प्रदर्शन ने बढ़ाया भरोसा
अब बात करते हैं कंपनी के फाइनेंशियल्स की, मार्च 2025 में समाप्त तिमाही के नतीजे IDBI Bank के लिए बेहद उत्साहजनक रहे.
- नेट एडवांस में 16% की ग्रोथ देखी गई, जो अब ₹21.84 बिलियन पर पहुंच गया.
- ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 47% की जबरदस्त वृद्धि हुई.
- नेट NPA घटकर सिर्फ 0.15% रह गया, जो दर्शाता है कि बैंक की एसेट क्वालिटी में बड़ा सुधार हुआ है.
- बैंक का टियर-1 कैपिटल 23.1% तक पहुंच चुका है, जो नियामकीय जरूरतों से कहीं ज्यादा है.
इतना ही नहीं, बैंक ने FY25 के लिए 2.1 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड भी घोषित किया है, जो 2013 के बाद सबसे अधिक है.
विवरण | आंकड़े | सालाना वृद्धि (YoY Growth) |
---|---|---|
Operating Profit | ₹31.95 अरब | 47% की वृद्धि |
Profit Before Tax | ₹29.62 अरब | 44% की वृद्धि |
Profit After Tax | ₹20.51 अरब | 26% की वृद्धि |
(ROA) | 2.11% | 29 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि |
(ROE) | 20.40% | 27 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि |
(Gross NPA) | 2.98% | 155 बेसिस प्वाइंट की कमी |
(Net NPA) | 0.15% | 19 बेसिस प्वाइंट की कमी |
(Tier 1 Capital) | 23.51% | 340 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि |
हालांकि एक निगेटिव पॉइंट भी रहा- CASA रेशियो (करंट अकाउंट सेविंग्स अकाउंट) घटकर 46.6% रह गया, जो मार्च 2024 में 50.4% था. यह बैंक के लिए चिंता की बात हो सकती है क्योंकि CASA कम होने से उसकी कम लागत वाली जमा राशि पर असर पड़ता है.
सरकार की हिस्सेदारी बिक्री, बड़ा ट्रिगर
IDBI Bank की तेजी का एक अहम कारण सरकार और LIC की हिस्सेदारी की बिक्री (disinvestment) है. इस प्रक्रिया को लेकर पिछले दो सालों से प्रयास जारी हैं, और अब 2025 में यह अंतिम चरण में पहुंच गई है. सरकार और LIC मिलकर बैंक में अपनी हिस्सेदारी 34% तक घटाने की योजना पर काम कर रहे हैं. इस दिशा में सितंबर 2025 तक फाइनेंशियल बिड्स मंगाने की उम्मीद है. पूरी डील 2025 में ही पूरी हो सकती है.
बाजार में बार-बार इस प्रक्रिया को लेकर आने वाली खबरों ने शेयर में निरंतर सकारात्मक मूवमेंट बनाए रखा है. निवेशकों को उम्मीद है कि इससे बैंक का प्राइवेटाइजेशन पूरी तरह हो जाएगा, जिससे उसमें और तेजी देखने को मिलेगी.
RBI की दरों में कटौती से बैंकों को राहत
2025 में RBI ने रेपो रेट में कुल 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती की, जिसके तहत वह 6.5% से घटाकर 5.5% कर दिया गया. साथ ही, कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) भी 4% से घटाकर 3% कर दिया गया, जिससे बैंकों को ज्यादा लिक्विडिटी मिली. कम ब्याज दरें बैंकों के लिए दोहरा फायदा लाती हैं-
- एक तो बैंक सस्ते में फंड ले सकते हैं.
- दूसरा, कर्ज की मांग बढ़ती है, जिससे इंटरस्ट इनकम बढ़ सकती है.
IDBI Bank जैसे मजबूत पोर्टफोलियो वाले बैंक के लिए यह लॉन्गटर्म फायदे ला सकता है.
2025 में IDBI Bank के शेयरों का प्रदर्शन
साल की शुरुआत में शेयर का भाव 66 रुपये था, जो अब बढ़कर 99 रुपये तक पहुंच गया है, यानी 44 फीसदी का उछाल. पिछले एक साल में शेयर ने 13% का रिटर्न दिया है. शेयर ने 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 107.98 रुपये (29 जुलाई 2024) और न्यूनतम स्तर 65.89 रुपये (13 जनवरी 2025) को छुआ है.

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क्या है आगे की संभावना?
IDBI Bank के शेयरों ने 2025 में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है. इसकी तीन प्रमुख वजहें हैं- बेहतर वित्तीय नतीजे, सरकार की हिस्सेदारी बिक्री का क्लियर रोडमैप, और RBI की नीतियों का सकारात्मक प्रभाव.
हालांकि, निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि शेयर पहले ही अच्छा रिटर्न दे चुका है. आगे का रुझान काफी हद तक इस पर निर्भर करेगा कि हिस्सेदारी बिक्री कितने भाव पर होती है, अगर यह भाव बाजार मूल्य से कम रहा तो शेयर पर दबाव बन सकता है, और अगर बराबर या उससे ऊपर रहा तो इसमें नई तेजी भी देखी जा सकती है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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