लाल किले से निकला पीएम मोदी का चिप मास्टरप्लान! इन 3 स्टॉक को मिल सकता है बूस्ट; रखें फोकस में

लाल किले से पीएम मोदी ने आज ऐसा एलान कर दिया, जिसने निवेशकों और टेक इंडस्ट्री का ध्यान खींच लिया है. यह कदम भारत के भविष्य को बदलने वाला माना जा रहा है. बाजार में हलचल मचाने वाली इस योजना से कौन सी कंपनियां होंगी जो सबसे बड़ा फायदा पा सकती हैं. जाने पूरी खबर रिपोर्ट में.

चिप इंडस्ट्री में धमाका करने को तैयार भारत Image Credit: AI generated

79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने 12वें लगातार भाषण में देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प दोहराया. आत्मनिर्भरता, तकनीकी प्रगति और आर्थिक मजबूती पर जोर देते हुए उन्होंने कई बड़ी योजनाओं का ऐलान किया. अहम घोषणाओं में एक रहा- 2025 के अंत तक भारत की पहली स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप को बाजार में उतारने का लक्ष्य.

पीएम मोदी ने कहा कि 50-60 साल पहले भारत इस क्षेत्र में पिछड़ गया था, लेकिन अब यह कदम इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोटिव और रक्षा जैसे अहम सेक्टर्स के लिए ‘गेम-चेंजर’ साबित होगा. उनके इस बयान के बाद सेमीकंडक्टर और उससे जुड़ी कंपनियों के शेयरों में हलचल की उम्मीद है. आइए जानते हैं इस सेक्टर की कुछ प्रमुख कंपनियों के बारे में जो इस बदलाव से मजबूती पा सकती हैं.

सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री क्यों है खास

सेमीकंडक्टर आज की डिजिटल अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. स्मार्टफोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहन, डाटा सेंटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस- इन सभी की तकनीकी क्षमता चिप्स पर निर्भर करती है. दुनिया भर में हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग और एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स की बढ़ती मांग के साथ, इस इंडस्ट्री की अहमियत और भी बढ़ गई है.

हाल के वर्षों में चिप डिजeइन में तकनीकी प्रगति, ऑटोमेशन और सरकार की घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने वाली नीतियों से इस सेक्टर में तेजी आई है. लेकिन इसके साथ ही प्रतिस्पर्धा, सप्लाई चेन चुनौतियां और उतार-चढ़ाव भी बढ़े हैं.

HCL Technologies

आईटी सर्विसेज के मामले में HCL टेक भारत की शीर्ष पांच कंपनियों में शुमार है. इसका बिजनेस आईटी सर्विसेज, इंजीनियरिंग और आरएंडडी, और सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स के तीन बड़े वर्टिकल्स में फैला है. HCL सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में चिप डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और टेस्टिंग जैसी सेवाएं देती है. इसके साथ ही AI, IoT और क्लाउड कंप्यूटिंग तकनीकों का इस्तेमाल कर इनोवेशन और दक्षता बढ़ा रही है.

मई 2025 में HCL ग्रुप और ताइवान की फॉक्सकॉन ने 3,700 करोड़ रुपये की लागत से उत्तर प्रदेश के जेवर एयरपोर्ट के पास एक नया सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने का ऐलान किया. यह प्लांट 20,000 वेफर प्रति माह की क्षमता रखेगा और 3.6 करोड़ डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स बना सकेगा. बीते पांच साल में निवेशकों ने 109 फीसदी का मुनाफा कमाया है. कंपनी के शेयर बीते कारोबारी दिन 1489 रुपये पर बंद हुए.

BEL

1954 में स्थापित BEL मुख्य रूप से रक्षा सेक्टर के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाती है. राडार, हथियार नियंत्रण प्रणाली, कम्युनिकेशन और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर में इसकी खास पकड़ है. कंपनी अब सिविल सेक्टर और सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में भी कदम बढ़ा रही है. 5 जून 2025 को BEL और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने सेमीकंडक्टर और एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशंस के लिए एमओयू साइन किया. इसका फोकस चिप फैब्रिकेशन, पैकेजिंग और डिजाइन सर्विसेज पर रहेगा.

BEL की 96% कमाई भारत से होती है और कंपनी के 9 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं. मैनेजमेंट ने 15% से अधिक रेवेन्यू ग्रोथ और 23-25% EBITDA मार्जिन का लक्ष्य रखा है. कंपनी ने बीते पांच साल में करीब 905 फीसदी का मुनाफा दिया. मौजूदा वक्त में इसके शेयर 385 रुपये पर ट्रेड करने लगे हैं.

ABB India

एबीबी इंडिया, एबीबी ग्रुप की सहायक कंपनी है जो ऑटोमेशन और पावर टेक्नोलॉजी में ग्लोबल लीडर है. भारत में यह इलेक्ट्रिफिकेशन, मोशन, प्रोसेस ऑटोमेशन और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में काम करती है. हालांकि कंपनी सीधे सेमीकंडक्टर नहीं बनाती, लेकिन चिप मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को पावर, ऑटोमेशन और इलेक्ट्रिफिकेशन सॉल्यूशंस उपलब्ध कराती है. मार्च 2025 में एबीबी इंडिया ने AI स्टार्टअप UptimeAI के साथ पार्टनरशिप कर औद्योगिक संयंत्रों की परफॉर्मेंस मैनेजमेंट को और बेहतर बनाने का काम शुरू किया.

भारत में इसके 25 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और 750+ पार्टनर्स हैं, जिससे यह चिप मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी बुनियादी ढांचा और टेक्नोलॉजी सपोर्ट देती है. मौजूदा वक्त में 5030 रुपये पर ट्रेड करने वाला इस शेयर ने 427 फीसदी का मुनाफा दिया है.

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निवेशकों के लिए क्या संकेत

पीएम मोदी के स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप ऐलान के बाद इस सेक्टर में निवेश की संभावनाएं और बढ़ी हैं. सरकारी प्रोत्साहन, मेक इन इंडिया और पीएलआई जैसी योजनाएं इन कंपनियों को मजबूती देंगी. हालांकि, निवेश से पहले कंपनियों के फंडामेंटल, ग्रोथ प्लान और मार्केट पोजिशन को समझना जरूरी है. सेमीकंडक्टर सिर्फ टेक्नोलॉजी सेक्टर नहीं, बल्कि आने वाले समय में भारत की आर्थिक ताकत का अहम स्तंभ बनने जा रहा है. ऐसे में इस उद्योग से जुड़ी कंपनियों पर निवेशकों की पैनी नजर बनी रहेगी.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.