भयंकर गिरावट के बाद मौका? अडानी ग्रुप के इस स्टॉक पर ब्रोकरेज लट्टू, बोला- 31 % आएगी रैली!
अडानी समूह का यह शेयर एक भयंकर गिरावट झेला है, लेकिन अब ब्रोकरेज ने इस पर पॉजिटिव बातें कही हैं. साथ ही शानदार टारगेट प्राइस दिया है. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने कंपनी पर भरोसा जताते हुए इसे ‘Buy’ रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 1,300 रुपये रखा है. मौजूदा स्तर से यह लगभग 31 फीसदी तक ऊपर जा सकता है.

Adani Green Energy Share Price: अडानी ग्रुप की कंपनी Adani Green Energy Limited के शेयरों में 10 जुलाई को काफी हलचल देखने को मिली थी. एक बार फिर शेयर निवेशकों के रडार पर आ गया है. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने कंपनी पर भरोसा जताते हुए इसे ‘Buy’ रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 1,300 रुपये रखा है. मौजूदा स्तर से यह लगभग 31 फीसदी तक ऊपर जा सकता है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद इस शेयर में भयंकर गिरावट देखने को मिली थी. अभी के टाइम शेयर अपने एक साल के हाई से 52 फीसदी तक नीचे हैं.
शेयर का हाल
गुरुवार को BSE पर Adani Green के शेयर 995.80 रुपये के भाव पर बंद हुए. हालांकि पिछले एक साल में स्टॉक ने 43 फीसदी तक की गिरावट झेली है, और पिछले एक महीने में भी इसमें 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. बावजूद इसके, Jefferies को इसमें आने वाले समय में जबरदस्त रिवर्सल की संभावना दिख रही है.

क्यों Jefferies को है भरोसा?
- FY25 के आखिरी तिमाही में Adani Green ने 2.6 GW नई क्षमता जोड़ी, जबकि इससे पहले के 9 महीनों में सिर्फ 675 MW जोड़ पाए थे. FY26 की पहली तिमाही में भी कंपनी 1.6 GW कमीशन कर चुकी है.
- कंपनी को लगातार फायदेमंद Power Purchase Agreements (PPAs) मिल रहे हैं, जिससे भविष्य की आय सुनिश्चित रहती है. इससे कंपनी की रिस्क प्रोफाइल भी बेहतर हुई है.
- कंपनी में प्रमोटर ग्रुप ने 9,350 करोड़ रुपये का बड़ा कैपिटल इनफ्यूजन किया है. इससे कंपनी को भविष्य की कैपेक्स योजनाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी और कर्ज लेने की जरूरत भी घटेगी.
- भारत सरकार रिन्यूएबल एनर्जी को तेजी से बढ़ावा दे रही है. Adani Green की प्रोजेक्ट पाइपलाइन और टारगेट्स सरकार की योजनाओं से मेल खाते हैं, जिससे कंपनी को बड़ा फायदा मिल सकता है.
किन जोखिमों का ज़िक्र किया गया?
इसके साथ ही Jefferies ने कुछ संभावित जोखिमों की भी ओर इशारा किया है, जैसे रेगुलेटरी अड़चनें, प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग की दिक्कतें और मौसम संबंधी बाधाएं.
50 GW तक बढ़ेगी क्षमता
Adani Green की योजना है कि वह 2030 तक अपनी कुल क्षमता को 14 GW से बढ़ाकर 50 GW कर दे. Jefferies के अनुसार कंपनी इस दिशा में मजबूत तरीके से आगे बढ़ रही है और इसके नेट डेट-टू-EBITDA रेश्यो में भी सुधार देखने को मिल रहा है.
वित्तीय प्रदर्शन
- रेवेन्यू (Q4 FY25): 3,073 करोड़ रुपये यानी 22 फीसदी की सालाना बढ़त.
- नेट प्रॉफिट: 383 करोड़ रुपये यानी 23 फीसदी की सालाना बढ़त.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें
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