पहले खरीदी दो कनाडाई कंपनियां, अब सेट किया 1 अरब डॉलर का रेवेन्यू टारगेट, सोमवार को फोकस में रहेगा स्टॉक

टेक कंपनी का प्रमोटर अचानक सैकड़ों करोड़ के शेयर बेचकर कुछ ऐसा करने जा रहा है जो उसके लिए बड़ी उपलब्धि है. कंपनी के शेयरों ने शुक्रवार को मार्केट में अच्छा प्रदर्शन किया. वहीं कंपनी की नजरें अब वैश्विक बाजारों पर हैं...

इस टेक कंपनी का 1 अरब डॉलर का सपना Image Credit: Money9 Live

देश की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी काइन्स टेक्नोलॉजी (Kaynes Technology) ने एक बार फिर अपने हाई टारगेट को रिवाईज किया है. कंपनी ने कहा है कि वह वित्त वर्ष 2027-28 (FY28) तक 1 अरब डॉलर की रेवेन्यू टारगेट को पार करने के लिए पूरी तरह से डेडिकेटेड है. इसी बीच, कंपनी के एक प्रमोटर ने 1.8 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 624 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो मैसूरु में एक लॉन्गटर्म परियोजना ‘Kaynes Centre’ की नींव रखने के लिए इस्तेमाल होंगे. इस खबर के बाद सोमवार को कंपनी के शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है.

मैसूरु में बन रहा है ‘Kaynes Centre’

CNBC TV18 के हवाले से कंपनी के Whole-Time Director और CFO जयराम संपथ ने बताया कि यह सेंटर शिक्षा और वैज्ञानिक शोध का मिश्रण होगा. उन्होंने कहा, “इस विचार को सालों से तैयार किया जा रहा था और अब इसे शुरू करने का सही समय है.” साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चालू वित्त वर्ष में प्रमोटरों की ओर से और हिस्सेदारी बेचने की कोई योजना नहीं है.

कंपनी अब अपने विस्तार के अगले चरण के लिए 1,600 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है, जो कि Qualified Institutional Placement (QIP) के जरिये आएंगे. इस राशि में से 800 करोड़ रुपये वैश्विक विस्तार पर, जबकि 400-400 करोड़ रुपये डिजाइन क्षमताएं बढ़ाने और तकनीकी मजबूती पर खर्च किए जाएंगे.

अंतरराष्ट्रीय विस्तार और बाजार पर नजर

Kaynes ने मई के शुरूआत में पहले ही कनाडा की दो कंपनियों- Digicom Electronics और August Electronics का अधिग्रहण कर चुकी है. इससे उसे खास तौर पर अमेरिका में अपने प्रोड्क्टस की बिक्री के लिए बेस तैयार करने में मदद मिलेगी. संपथ के मुताबिक, अमेरिका इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार के लिए सबसे बड़ा केंद्र है.

कंपनी को उम्मीद है कि FY26 में उसका कुल रेवेन्यू 4,525 करोड़ तक पहुंचेगा, जिसमें से 175 करोड़ रुपये कनाडा की नई अधिग्रहित कंपनी से आएंगे. कुल आय का 15-20 फीसदी हिस्सा निर्यात से आएगा, जिसमें अमेरिका और यूरोप की भूमिका अहम होगी. FY27 तक यह हिस्सा 25 फीसदी तक बढ़ सकता है.

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वहीं रिपोर्ट के मुताबिक स्मार्ट मीटर से मिलने वाला राजस्व दोगुना होकर 1000 करोड़ तक पहुंच सकता है. कंपनी ने EBITDA मार्जिन 15.6 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद भी जताई है. हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक से होने वाली आमदनी में गिरावट संभावित है.

शेयरों में 84% की उछाल

36,944 करोड़ के मार्केट कैप वाली काइन्स टेक्नोलॉजी के शेयरों ने बीते एक साल में 84 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दर्ज की है. शुक्रवार यानी 6 मई को कंपनी 1.29 फीसदी के मुनाफे के साथ 5,731.50 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी के 52 हफ्ते का निचला स्तर 2,849 रुपये है वहीं उच्चतम स्तर 7,822 रुपये रहा है. बीते 5 साल में कंपनी ने निवेशकों को 638.30 फीसदी का मुनाफा दिया.

डिसक्लेमर: यह सामग्री केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है और इसे निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न माना जाए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें. बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है.