5 साल में 812% रिटर्न, सेमीकंडक्टर-रेलवे-एयरोस्पेस जैसे क्षेत्रों में फैला साम्राज्य, क्लाइंट में बड़े नाम; फंडामेंटल भी दमदार

इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS), एयरोस्पेस, सैटेलाइट और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में तेजी से विस्तार हो रहा है. इन्हीं सेक्टर में काम करने वाली एक कंपनी जिसका नाम Kaynes Technology India Ltd है. Kaynes ने Kaynes Space Technologies बनाया, जो सैटेलाइट और लॉन्च व्हीकल बनाएगा. इसने Aerocaliph Components और Cryo Precision Technologies में 76 फीसदी हिस्सेदारी, और Tranzmeo IT Solutions में 11.13 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी.

Kaynes Technology India Ltd Image Credit: Money 9 Live

Kaynes Technology India Ltd: इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS), एयरोस्पेस, सैटेलाइट और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में तेजी से विस्तार हो रहा है. इन्हीं सेक्टर में काम करने वाली एक कंपनी जिसका नाम Kaynes Technology India Ltd है. यह भारत की एक ऐसी कंपनी है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स बनाने से लेकर इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) तक की सेवाएं देती है. यह ऑटोमोटिव, इंडस्ट्रियल, एयरोस्पेस, रक्षा, रेलवे, मेडिकल, और IoT जैसे कई क्षेत्रों में काम करती है. यह कंपनी OEM (टर्नकी और बॉक्स-बिल्ड) और ODM सेवाएं देती है, जिसमें सर्किट बोर्ड, केबल, प्लास्टिक मोल्डिंग, टेस्टिंग, और सॉफ्टवेयर डिजाइन शामिल हैं. इसके 21 आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन प्लांट हैं, जो 30 से ज्यादा देशों में 500 से अधिक ग्राहकों को सेवाएं देते हैं.

लिस्टिंग और स्टॉक का प्रदर्शन

Kaynes Technology के शेयर 22 नवंबर 2022 को स्टॉक मार्केट में 778 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुए थे. यह इसके इश्यू प्राइस 587 रुपये से 33 फीसदी ज्यादा था. आज इसका शेयर प्राइस 7102 रुपये तक पहुंच गया है, यानी इसने 860 फीसदी का रिटर्न दिया है. यह कंपनी की मजबूत बिजनेस रणनीति, विस्तार, और ऑर्डर बुक की वजह से हुआ है.

  • CMP: 7102 रुपये
  • 5 साल में रिटर्न: 812.85%

सेमीकंडक्टर में कदम

सेमीकंडक्टर आजकल बहुत चर्चा में है. साल 2023 में भारत का सेमीकंडक्टर बाजार $38 बिलियन का था, जो साल 2025 तक $45–50 बिलियन और 2030 तक $100–110 बिलियन तक पहुंच सकता है. भारत साल 2030 तक ग्लोबल सेमीकंडक्टर मार्केट का 11 फीसदी हिस्सा लेना चाहता है. Kaynes ने इस मौके को भुनाने के लिए साल 2023 में Kaynes Semicon Pvt Ltd बनाया और गुजरात के सानंद में एक सेमीकंडक्टर OSAT (आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट) प्लांट के लिए 3400 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई. भारत सरकार ने इसके लिए 76000 करोड़ रुपये की सहायता योजना शुरू की. इसमें Kaynes को 50 फीसदी सब्सिडी और गुजरात सरकार से 661 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता मिली. यानी कुल 70 फीसदी प्रोजेक्ट को सपोर्ट मिलेगा.

इस प्लांट ने पायलट प्रोडक्शन शुरू कर दिया है. अक्टूबर से कमर्शियल डिलीवरी और जनवरी 2026 से फूल प्रोडक्शन शुरू होगा. यह प्लांट रोजाना 63 लाख चिप्स बना सकेगा और इससे 100 करोड़ रुपये की इनकम की उम्मीद है. Kaynes ने US Technology, Lightspeed Photonics, और AOS जैसे बड़े सेमीकंडक्टर प्लेयर्स के साथ साझेदारी की है. इसने जापान की Fujitsu General Electronics से 85 करोड़ रुपये में पावर मॉड्यूल प्रोडक्शन लाइन खरीदी, जो ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण है. साथ ही, Kaynes ने Mixx Technologies (USA) में 13.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी, जो AI और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग के लिए सेमीकंडक्टर बनाती है.

फंडामेंटल्स पर डालें नजर

मेट्रिकवेल्यू
मार्केट कैप₹47,603 Cr
P/E Ratio (TTM)149.94
P/B Ratio10.72
Industry P/E70.44
Debt to Equity0.32
ROE10.33%
EPS (TTM)47.36
Dividend Yield0.00%
बुक वैल्यू662.39
फेस वैल्यू10

कवच सिस्टम (रेलवे सेफ्टी)

Kaynes ने रेलवे सेफ्टी के लिए कवच सिस्टम में कदम रखा है, जो ट्रेनों को टक्कर से बचाने वाला ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम है. भारत का रेलवे उपकरण बाजार 2024 में $12.31 बिलियन का था, जो 2030 तक $15.9 बिलियन तक पहुंचेगा. भारत साल 2030 तक 15000 किमी रेलवे और 20000 लोकोमोटिव पर कवच लगाने की योजना बना रहा है. Kaynes ने ऑस्ट्रिया की Sensonic GmbH में 54 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी, जो रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर मॉनिटरिंग में विशेषज्ञ है. यह सिस्टम जर्मन तकनीक पर आधारित है और जल्द ही कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू होगा. Kaynes का लक्ष्य 15 फीसदी मार्केट शेयर और 4-5 साल में 2000 करोड़ रुपये की इनकम है.

स्मार्ट मीटर

Kaynes ने 2023-24 में स्मार्ट मीटर सेगमेंट में प्रवेश किया. भारत का स्मार्ट मीटर बाजार 2023 में $250.7 मिलियन का था, जो 2031 तक $763.2 मिलियन तक पहुंचेगा. सरकार साल 2027 तक 250 मिलियन पारंपरिक मीटर को स्मार्ट मीटर से बदलना चाहती है. Kaynes ने हैदराबाद में 46 एकड़ में स्मार्ट मीटर प्लांट शुरू किया, जो सालाना 40 लाख मीटर बना सकता है। कंपनी 15-20 फीसदी मार्केट शेयर और 1000-2000 करोड़ रुपये की इनकम का टारगेट रखती है. इसने Brightgrid Technologies और Iskraemeco India (42 करोड़ रुपये में 100 फीसदी हिस्सेदारी) के साथ साझेदारी की है.

एयरोस्पेस और सैटेलाइट में कदम

Kaynes ने Kaynes Space Technologies बनाया, जो सैटेलाइट और लॉन्च व्हीकल बनाएगा. इसने Aerocaliph Components और Cryo Precision Technologies में 76 फीसदी हिस्सेदारी, और Tranzmeo IT Solutions में 11.13 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी. एयरोस्पेस से अभी 1-2न फीसदी इनकम है, जो 8 फीसदी तक बढ़ेगी. Kaynes ने कनाडा की August Electronics और कैलिफोर्निया की Digicom Electronics को खरीदा, ताकि EMS में ग्लोबल पहुंच बढ़े. चेन्नई में HDI PCB प्लांट जनवरी 2026 से शुरू होगा. तमिलनाडु सरकार के साथ 5000 करोड़ रुपये का MoU भी साइन हुआ है.

वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य

Kaynes की इनकम FY24 में 1805 करोड़ रुपये से बढ़कर FY25 में 2722 करोड़ रुपये हो गई. मुनाफा 183 करोड़ रुपये से 293 करोड़ रुपये हुआ. 5 साल में इनकम 49 फीसदी और मुनाफा 95 फीसदी CAGR से बढ़ा. इसका ऑर्डर बुक 7400 करोड़ रुपये का है. कंपनी साल 2028 तक $1 बिलियन और साल 2030 तक $2 बिलियन की आय का टारगेट रखती है. Kaynes Technology तेजी से बढ़ रही है और सेमीकंडक्टर, रेलवे, स्मार्ट मीटर, और एयरोस्पेस जैसे क्षेत्रों में मजबूत स्थिति बना रही है.

शेयर होल्डिंग पैटर्न

कैटेगरीप्रतिशत
प्रोमोटर्स53.52%
Mutual Funds18.91%
रिटेल13.37%
FIIs10.71%
DIIs3.49%

डेटा सोर्स: Groww, Trade Brains

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