रिकॉर्ड हाई से 32 फीसदी नीचे पहुंचा ये शेयर, कंपनी लोगों की काफी भरोसेमंद!
LIC के शेयरों में लगातार बिकवाली देखी जा रही है. पिछले पांच महीनों में से चार में यह शेयर गिरावट के साथ बंद हुआ है. शेयर अपने ऑल टाइम हाई 1,221 रुपये से यह 32.5 फीसदी नीचे आ चुका है. आइए इस गिरावट के पीछे के कारण के साथ आने वाली चुनौतियो के बारे में भी जानेंगे.

Why LIC share down: कल बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी. इस बिकवाली में LIC के शेयरों ने 14 जनवरी को 806 रुपये का नया 52-वीक लो छूता दिखा. हालांकि, शेयर बाजार बंद होते समय इसमें 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई और यह 825 रुपये पर बंद हुआ था. LIC के शेयरों में अगस्त 2024 से लगातार गिरावट देखी जा रही है. पिछले पांच महीनों में से चार में यह शेयर गिरावट के साथ बंद हुआ है. शेयर अपने ऑल टाइम हाई 1,221 रुपये से यह 32.5 फीसदी नीचे आ चुका है. आइए आपको इस बड़ी गिरावट के पीछे का कारण बताते हैं.
नियमों में बदलाव का प्रभाव
बीमा क्षेत्र में नए सरेंडर नियम लागू होने के बाद छोटी प्रीमियम वाली पॉलिसियों पर प्रतिकूल असर पड़ा है. Banca चैनल (बैंकों के माध्यम से बीमा बिक्री) से जुड़े नियामकीय बदलावों ने भी LIC की ग्रोथ को धीमा कर दिया है.
बिक्री में गिरावट
दिसंबर 2024 में LIC के व्यक्तिगत प्रीमियम में 13 फीसदी की गिरावट देखी गई है. जो नवंबर 2024 में 12.4 फीसदी की गिरावट के बाद लगातार तीसरा महीना रहा. सितंबर 2024 में मजबूत प्री-सेल्स के बाद तीसरी तिमाही में गिरावट का सिलसिला जारी रहा.
उत्पाद संरचना में बदलाव
नए सरेंडर नियमों के कारण LIC ने अपने कई उत्पादों की न्यूनतम प्रीमियम राशि बढ़ा दी है. इससे पॉलिसियों की संख्या में गिरावट आई और APE (Annualized Premium Equivalent) ग्रोथ पर असर पड़ा है
LIC की वर्तमान स्थिति
LIC अभी भी समूह बीमा व्यवसाय में 64.4 फीसदी हिस्सेदारी के साथ अपनी जगह बनाए हुए है. हालांकि, इसके प्रीमियम में पिछले दिसंबर की तुलना में 50 फीसदी से अधिक की कमी आई है. इसके अलावा दिसंबर 2024 में LIC का कुल प्रीमियम 41 फीसदी घटकर 13,523 करोड़ रुपये रह गया. इंडीविजुअल सिंगल प्रीमियम 26 फीसदी बढ़कर 2,522 करोड़ रुपये हुआ, जो पिछले साल 2,000 करोड़ रुपये था.
LIC के शेयरों का प्रदर्शन
LIC के शेयरों का भाव कल, मंगलवार बाजार बंद होने तक 825.40 रुपये था. बीते एक हफ्ते में शेयर में 5.70 फीसदी की गिरावट देखी गई है. वहीं एक महीने में 11.55 फीसदी की गिरावट रही है. शेयर एक साल के रेंज में 1,222 रुपये का हाई और 806.85 रुपये का लो बनाया था.

ये हैं आगे की चुनौतियां
व्यक्तिगत एजेंट चैनल में बदलाव
बीमा संशोधन एक्ट के तहत, व्यक्तिगत एजेंटों के लिए नए प्रावधान आने की संभावना है. जिस कारण LIC की बिक्री पर असर देखने को मिल सकता है.
पुराने टैक्स सिस्टम का जोखिम
आगामी बजट में व्यक्तिगत करदाताओं के लिए पुराने टैक्स सिस्टम को खत्म करने का प्रस्ताव भी LIC की पॉलिसी बिक्री पर प्रभाव डाल सकता है.
इसे भी पढ़ें- कल से खुलेगा Rikhav Securities IPO, GMP 75 फीसदी पार, देती है ट्रेडिंग सुविधा
नई पॉलिसी की बिक्री में गिरावट
LIC की नई पॉलिसी बिक्री में लगातार कमी चिंता का विषय बनी हुई है. सितंबर में मजबूत बिक्री के बाद Q3 में यह गिरावट दर्ज की गई.
आकर्षक वैल्यूएशन
विशेषज्ञों का मानना है कि LIC का करेंट वैल्यूएशन आकर्षक है, क्योंकि यह 0.6x FY26 एंबेडेड वैल्यू (EV) पर ट्रेड कर रहा है. हालांकि, नई पॉलिसी की बिक्री में गिरावट, रेगुलेटरी बदलाव और अन्य जोखिमों को देखते हुए निवेशकों को फिलहाल सावधानी बरतनी चाहिए.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.
Latest Stories

बाजार में तेजी, आईटी शेयरों ने पकड़ी रफ्तार, सेंसेक्स 83000 पार, Cochin Shipyard इस खबर के बाद उछला

₹70 हजार करोड़ से ज्यादा का ऑर्डरबुक, अब बिहार सरकार से ₹20900000000 का कॉन्ट्रैक्ट, फोकस में रखें ये इंफ्रा स्टॉक

फेविकोल बनाने वाली कंपनी बांटेगी बोनस, 1 पर 1 शेयर मिलेगा मुफ्त, ये है रिकॉर्ड डेट, स्टॉक में दिख सकती है हलचल
