₹60 से सस्ता, 4 दिन में 32% उछाल, पांच साल में 9211% रिटर्न; क्यों नहीं थम रही इस मल्टीबैगर EV स्टॉक की रफ्तार

शेयर बाजार में एक ऑटो स्टॉक ने अचानक से ऐसी छलांग लगाई है कि निवेशकों के बीच हलचल मच गई है. सरकार की नई योजना और कंपनी की हालिया गतिविधियों को लेकर बाजार में गहमागहमी है. पिछले कुछ सत्रों से यह शेयर तेजी से भाग रहा है और अब सबकी नजर इस पर टिक गई है.

इस ऑटो स्टॉक में रफ्तार Image Credit: Money9 Live

EV Stock: ऑटो और ईवी सेक्टर की हलचल इस हफ्ते शेयर बाजार में साफ दिखी. गुरुवार को मर्क्युरी ईवी-टेक लिमिटेड (Mercury EV-Tech Ltd) के शेयर 13.9 फीसदी चढ़कर 59.40 रुपये पर ट्रेड करने लगे, जबकि पिछले सत्र में यह 52.16 रुपये पर बंद हुआ था. बीते चार कारोबारी सत्र में कंपनी के शेयरों में 32 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली. कंपनी के शेयर में कारोबार के दौरान वॉल्यूम भी दो गुना से ज्यादा उछल गया.

कंपनी का 52-वीक हाई 139.20 रुपये है. 18 अगस्त को कंपनी के शेयर 45 रुपये पर बंद हुए, जो इसका 52 वीक लो है. मौजूदा भाव 52-वीक लो से करीब 32 फीसदी ऊपर है. पिछले कुछ सालों में यह स्टॉक मल्टीबैगर साबित हुआ है. सिर्फ तीन साल में इसने 950 फीसदी और पांच साल में 9,211 फीसदी की जबरदस्त रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप भी अब 1000 करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच चुका है.

सरकार की नई GST योजना से उम्मीदें

शेयर में तेजी के पीछे सरकार की संभावित जीएसटी सुधार योजना को भी अहम वजह माना जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार टू-व्हीलर्स पर जीएसटी दर को 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करने पर विचार कर रही है. 350CC से ऊपर के टू-व्हीलर्स पर यह दर अभी 31 फीसदी है. अगर यह प्रस्ताव लागू होता है तो पेट्रोल टू-व्हीलर ग्राहकों के लिए सस्ते हो जाएंगे और दिवाली से पहले बिक्री में तेजी देखी जा सकती है. हालांकि इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स पर पहले से ही सिर्फ 5 फीसदी जीएसटी लागू है.

विस्तार और ग्रोथ स्ट्रैटजी

कंपनी लगातार अपने बिजनेस का विस्तार कर रही है. हाल ही में मर्क्युरी ईवी-टेक ने भावनगर के जशनाथ सर्कल के पास नया ईवी शो-रूम खोला. उद्घाटन कार्यक्रम में राजनीतिक हस्तियां और कंपनी प्रबंधन मौजूद थे. चेयरमैन जयेश ठक्कर ने कहा कि यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ के लिए अहम है. कंपनी की योजना टू-व्हीलर्स से लेकर ईवी टेम्पो तक की विस्तृत रेंज पेश करने की है. इसके अलावा दाहोद में भी नया शो-रूम शुरू किया गया है.

कंपनी एंड-टू-एंड ईवी सॉल्यूशन देती है. कंपनी इन-हाउस बैटरी, चेसिस और मोटर कंट्रोलर बनाती है और इसके लिए CED कोटिंग प्लांट भी है. वडोदरा में कंपनी 3.2 GW Capacity वाला देश का सबसे बड़ा लिथियम-आयन बैटरी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट तैयार कर रही है. यहां पायलट प्रोडक्शन जल्द शुरू होगा.

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तगड़ा वित्तीय प्रदर्शन

कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी मजबूत रहा है. Q1FY26 में इसकी नेट सेल्स 482 फीसदी बढ़कर 22.57 करोड़ रुपये पर पहुंची और नेट प्रॉफिट 235 फीसदी बढ़कर 1.63 करोड़ रुपये रहा. वहीं FY25 के वार्षिक नतीजों में नेट सेल्स 307 फीसदी बढ़कर 89.64 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 286 फीसदी बढ़कर 7.70 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.

डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.