स्टील दिग्गज पर बढ़ा Moody’s का भरोसा, स्टेबल से पॉजिटिव किया Outlook, इस साल दिया 27% रिटर्न
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Moody’s का भारत की इस दिग्गज स्टील कंपनी पर भरोसा बढ़ गया है. मूडीज ने भारत के अलावा अमेरिका सहित कई देशों में कारोबार करने वाली इस कंपनी के लिए अपने आउटलुक को स्टेबल से बढ़ाकर पॉजिटिव कर दिया है.
Nifty Metal ने इस साल अब तक भारतीय स्टॉक मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और मेजर इंडेक्स बैंक निफ्टी की तुलना में बहुत बेहतर रिटर्न दिया है. दुनियाभर में टैरिफ और तमाम अनिश्चितताओं के बीच मेटल इंडेक्स ने आउटपरफॉर्म किया है. वहीं, कुछ मेटल स्टॉक्स ऐसे हैं, जिन्होंने निफ्टी मेटल को भी पीछे छोड़ दिया है. निफ्टी मेटल ने इस साल अब तक 16% से ज्यादा का रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी ने इस दौरान महज 4% और बैंक निफ्टी ने 8% का रिटर्न दिया है.
वहीं, मेटल सेक्टर की दिग्गज कंपनी JSW Steel ने इस दौरान निफ्टी मेटल को पीछे छोड़ते हुए 26% का रिटर्न दिया है. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Moody’s ने घरेलू स्टील दिग्गज JSW Steel और इसकी अमेरिकी सहायक कंपनी Periama Holdings LLC के आउटलुक को Stable से बढ़ाकर Positive कर दिया है. यह कदम कंपनी की ऑपरेशनल स्केल में मजबूत बढ़ोतरी और वित्तीय अनुशासन को देखते हुए उठाया गया है.
मूडीज ने क्या कहा?
PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक Moody’s की असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट और एनालिस्ट Hui Ting Sim ने JSW Steel को लेकर कहा कि हाल ही में शुरू हुए प्रोजेक्ट्स की रैंप-अप क्षमता से कंपनी की कमाई बढ़ेगी और इसके क्रेडिट मैट्रिक्स में लगातार सुधार का रास्ता खुलेगा. यही वजह है कि कंपनी के आउटलुक को स्टेबल से पॉजिटिव कर दिया गया है.
बड़े विस्तार की योजना
मूडीज के मुताबिक JSW Steel की प्रोडक्शन कैपेसिटी पिछले 15 महीनों में लगभग 20% बढ़कर 35.7 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) हो गई है. इसके अलावा कंपनी का टारगेट 2028 तक इसे करीब 20% और बढ़ाने का है. इसके साथ ही FY25 में 6 MTPA क्रूड स्टील क्षमता भारत में जोड़ी गई. वहीं, अगले 12 महीनों में विजयनगर और सलेम प्लांट में 2.2 MTPA क्षमता डिबॉटलनेकिंग प्रोजेक्ट्स से जोड़ी जाएगी. 2028 तक डोलवी में 5 MTPA और BPSL में 0.5 MTPA क्षमता और बढ़ाई जाएगी.
भारत की स्टील डिमांड स्टोरी
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टील मार्केट है, जहां स्टील खपत पिछले चार साल से 10% की ग्रोथ दिखा रही है. इसे लेकर Moody’s का अनुमान है कि 2030 तक देश में स्टील डिमांड 5-7% CAGR से बढ़ेगी, जिसका बड़ा हिस्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स से आएगा.
कमाई में तगड़ी छलांग का अनुमान
Moody’s के मुताबिक JSW Steel की EBITDA प्रति टन 10,500–10,750 रुपये पर बनी रहेगी. कंपनी का EBITDA FY25-26 में 300 अरब रुपये और FY26-27 में 350 अरब रुपये तक पहुंच सकता है, जबकि FY24-25 में यह 223 अरब रुपये था. वहीं, स्टील सेल्स FY24-25 के 26.5 MT से बढ़कर FY25-26 में 28.5 MT और FY26-27 में करीब 32 MT होने का अनुमान है.
Moody’s का भरोसा क्यों?
रेटिंग एजेंसी का कहना है कि JSW Steel वित्तीय अनुशासन के साथ अपने ग्रोथ प्लान्स लागू कर रही है और बड़े कर्ज के रिफाइनेंसिंग को प्रो-एक्टिव तरीके से मैनेज कर रही है. इससे कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत रहेगी और ऑपरेशनल स्केल के साथ-साथ निवेशकों का भरोसा भी बढ़ेगा.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.