इस सेमीकंडक्टर शेयर में मुकुल अग्रवाल ने बढ़ाई 4.2% हिस्सेदारी, होल्डिंग वैल्यू 500 करोड़ से अधिक, जानें कंपनी की पूरी कुंडली

दिग्गज निवेशक मुकुल अग्रवाल ने सेमीकंडक्टर कंपनी ASM टेक्नोलॉजीज में अपनी हिस्सेदारी 6.5% से बढ़ाकर 10.7% कर दी है जिससे कंपनी के ग्रोथ प्रॉस्पेक्ट्स पर मजबूत भरोसे का संकेत मिलता है. कंपनी सेमीकंडक्टर और हाई-प्रिसीजन मैन्युफैक्चरिंग में तेजी से विस्तार कर रही है और इसका वित्तीय प्रदर्शन भी लगातार मजबूत रहा है.

मुकुल अग्रवाल Image Credit: canva

दिग्गज निवेशक मुकुल अग्रवाल ने सेमीकंडक्टर सेक्टर की कंपनी ASM टेक्नोलॉजीज में अपना दांव और मजबूत कर लिया है. trendlyne के मुताबिक, इस कंपनी में जून 2025 में जहां उनकी हिस्सेदारी 6.5 प्रतिशत थी, वहीं उन्होंने सितंबर 2025 में इसे 4.2% बढ़ाकर 10.7 प्रतिशत कर दिया है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, किसी अनुभवी और सफल निवेशक द्वारा हिस्सेदारी बढ़ाना कंपनी के भविष्य की संभावनाओं और बिजनेस मॉडल पर गहरी विश्वास का संकेत माना जाता है. आइये समझते हैं कि अग्रवाल ने किस रणनीति के तहत इसमें होल्डिंग्स बढ़ाई है.

मुकुल अग्रवाल ने कितना किया है निवेश

trendlyne के मुताबिक, लेटेस्ट कॉर्पोरेट शेयरहोल्डिंग्स के अनुसार मुकुल अग्रवाल ने सार्वजनिक रूप से 71 स्टॉक में निवेश कर रखा है, जिनकी कुल वैल्यू 7,214.2 करोड़ रुपये से अधिक है. उनके पास ASM टेक्नोलॉजीज में 10.7% हिस्सेदारी है जिसकी वैल्यू 505.8 करोड़ रुपये है.

कंपनी को कैसे मिल सकता है फायदा

ASM टेक्नोलॉजीज का मार्केट कैप ₹4,901 करोड़ है और कंपनी के शेयर 6 दिसंबर को ₹3,360 पर बंद हुए. सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री वर्तमान में ग्लोबल स्तर पर तेजी से विस्तार कर रहा है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटोमेशन और रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती मांग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. सप्लाई चेन का भारत की ओर शिफ्ट होना घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए बड़ा अवसर बन रहा है और ASM इसका सीधा लाभ उठाने की स्थिति में है.

कंपनी के बारे में

30 साल पुरानी ASM टेक्नोलॉजीज एक इंजीनियरिंग और डिजाइन-लेड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो कांसेप्ट डिजाइन से लेकर प्रिसीजन मैन्युफैक्चरिंग तक एंड-टू-एंड प्रोडक्ट डेवलपमेंट सॉल्यूशन प्रदान करती है. कंपनी बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन की बजाय जटिल, कस्टमाइज्ड और हाई-प्रिसीजन प्रोडक्ट्स पर काम करती है, जिससे इसकी विशेषज्ञता इंडस्ट्री में अलग दिखाई देती है. वर्तमान में कंपनी के भारत में चार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और विश्वभर में छह डेवलपमेंट सेंटर संचालित हैं, जिनके ग्राहक अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, सिंगापुर सहित कई देशों में फैले हैं.

बिजनेस सेग्मेंट्स

कंपनी का बिजनेस दो प्रमुख सेगमेंट में बंटा हुआ है- हाई-टेक और इंजीनियरिंग. हाई-टेक सेगमेंट में ASM सेमीकंडक्टर, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर उपकरणों के लिए सिस्टम और पार्ट्स बनाती है. इसके अलावा ASM–HHV जॉइंट वेंचर के माध्यम से कंपनी सोलर उपकरण क्षेत्र में भी विस्तार कर रही है. इंजीनियरिंग सेगमेंट में कंपनी बड़े इंडस्ट्रियल और ऑफ-हाईवे वाहनों के लिए डिजाइन-लेड मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग R&D सेवाएं प्रदान करती है.

फाइनेंशियल हेल्थ

कंपनी ने दूसरी तिमाही FY26 में मजबूत प्रदर्शन किया है. कंपनी का राजस्व ₹56.94 करोड़ से बढ़कर ₹154.46 करोड़ पहुंच गया यानी इसमें लगभग 171 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई. इस दौरान प्रॉफिट भी ₹2.18 करोड़ से बढ़कर ₹19.12 करोड़ तक पहुंचा, जो 777 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दिखाता है. पिछले पांच वर्षों में कंपनी का राजस्व CAGR 26 प्रतिशत और प्रॉफिट CAGR 105 प्रतिशत रहा है जबकि शेयरों में 4,822 प्रतिशत का रिटर्न दर्ज किया गया है.

ऑर्डर बुक

ASM टेक्नोलॉजीज ने कर्नाटक और तमिलनाडु सरकार के साथ ₹760 करोड़ से अधिक निवेश के समझौते किए हैं, जिसके माध्यम से ER&D, DLM और प्रिसीजन इंजीनियरिंग सुविधाओं में विस्तार किया जाएगा. बढ़ती मांग और मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन को देखते हुए कंपनी आने वाले वर्षों में तेज ग्रोथ कर सकती है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.