इस PSU का धमाकेदार एक्सपेंशन प्लान शुरू, अब मुनाफे की सुनामी लाएगा शेयर; एक्सपर्ट्स ने भी लगा दिया ‘BUY’ ठप्पा

सरकारी कंपनी NALCO पर बाजार की नजरें टिक गई हैं. दो बड़ी ब्रोकरेज फर्मों ने इस स्टॉक को लेकर मजबूत संकेत दिए हैं. कंपनी के विस्तार और वित्तीय स्थिति को लेकर जो अनुमान लगाए गए हैं, वे निवेशकों के लिए आने वाले दिनों में बड़ा संकेत बन सकते हैं.

जानिए कैसे बढ़ेगा कंपनी का मुनाफा Image Credit: FreePik

देश की प्रमुख एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी NALCO (National Aluminium Company Limited) एक बार फिर निवेशकों की निगाहों में है. दो बड़ी ब्रोकरेज फर्म्स, Axis Securities और Yes Securities ने इस स्टॉक पर भरोसा जताया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी के बड़े एक्सपेंशन प्लान, मजबूत बैलेंस शीट और लागत नियंत्रण (cost efficiency) के वजह से आने वाले सालों में इसके नतीजे और मुनाफा दोनों तेजी से बढ़ सकते हैं.

FY28 तक दिखेगा पूरा फायदा

Yes Securities की रिपोर्ट के अनुसार, NALCO का सबसे बड़ा विस्तार प्रोजेक्ट, दमनजोडी स्थित 1.0 mtpa कैपेसिटी वाला पांचवां अलुमिना रिफाइनरी स्ट्रीम है जो FY26 के अंत तक शुरू हो जाएगा. हालांकि शुरुआती ट्रायल रन FY27 की पहली तिमाही में होंगे, लेकिन पूरी प्रोडक्शन कैपेसिटी FY28 से दिखेगी. इस नए विस्तार से अलुमिना की बिक्री FY25–28 के दौरान लगभग 25 फीसदी CAGR की दर से बढ़ने की संभावना है. चूंकि कंपनी फिलहाल अपने एल्यूमिनियम स्मेल्टिंग की क्षमता नहीं बढ़ा रही, इसलिए अतिरिक्त अलुमिना पूरी तरह एक्सपोर्ट या बाहरी बिक्री के लिए उपलब्ध होगा, जिससे कंपनी के मार्जिन में सुधार होगा.

लागत पर नियंत्रण और मजबूत इंटीग्रेशन मॉडल

NALCO की सबसे बड़ी ताकत उसका cost leadership model है. कंपनी के पास खुद की कोयला और बॉक्साइट खदानें हैं, जिससे उसे बिजली और कच्चे माल की लागत पर नियंत्रण बना रहता है. Utkal-D और E कोयला ब्लॉक्स के शुरू होने से बिजली की लागत में कमी आएगी, वहीं Pottangi बॉक्साइट माइंस भी पांचवें रिफाइनरी स्ट्रीम के साथ शुरू होने की योजना में हैं. इससे कंपनी का पूरा प्रोडक्शन चेन घरेलू संसाधनों पर आधारित रहेगा, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतों में उतार-चढ़ाव से सुरक्षा देगा.

NALCO की बड़ी मजबूती उसका debt-free balance sheet भी है. कंपनी के पास पर्याप्त नकदी और मजबूत आंतरिक आय है, जिससे वह आने वाले सालों में नई स्मेल्टर कैपेसिटी बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का करीब Rs 170 अरब रुपये का स्मेल्टर एक्सपेंशन प्लान CY30–31 के बीच लागू हो सकता है. फिलहाल NALCO हर साल Rs 17-20 अरब रुपये पूंजीगत खर्च (capex) पर खर्च कर रही है, जो उसकी अपनी कमाई से पूरा हो रहा है. इससे भविष्य की परियोजनाओं के लिए किसी आर्थिक दबाव की संभावना नहीं है.

ग्लोबल मार्केट में भी मिल सकता है सपोर्ट

रिपोर्ट बताती है कि वैश्विक स्तर पर एल्यूमिनियम और अलुमिना की कीमतें आने वाले वर्षों में स्थिर रह सकती हैं. चीन पहले से ही अपनी अधिकतम उत्पादन सीमा 45 mtpa के करीब पहुंच चुका है और नई परियोजनाओं पर सख्त पर्यावरणीय नियम लागू हैं. वहीं ऑस्ट्रेलिया में भी ESG नियमों के चलते नई अलुमिना परियोजनाओं की रफ्तार धीमी है. इस स्थिति में NALCO जैसी कंपनियों को कीमतों में गिरावट से राहत मिल सकती है.

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ब्रोकरेज हाउस का नजरिया और टारगेट प्राइस

Yes Securities ने NALCO को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण जताते हुए कहा है कि FY26- 28 के बीच कंपनी की Revenue, EBITDA और PAT में क्रमशः 9.6%, 15.5% और 15% की औसत वार्षिक वृद्धि हो सकती है. रिपोर्ट में कंपनी का टारगेट प्राइस Rs 247 प्रति शेयर तय किया गया है.

वहीं, Axis Securities ने भी अपनी रिपोर्ट में NALCO को BUY रेटिंग दी है और कहा है कि कंपनी का स्टॉक 16 फीसदी तक ऊपर जा सकता है. Axis ने कंपनी का टारगेट प्राइस Rs 220 प्रति शेयर रखा है और FY27 तक कंपनी के मजबूत कैश फ्लो और स्थिर ग्रोथ को प्रमुख वजह बताया है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.