ट्रंप के 100% टैरिफ के बाद फार्मा शेयरों में दहशत, जानें कंपनियों को कितना नुकसान और USA से उनकी इनकम
आज, फार्मा शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली है. इस दौैरान फार्मा इंडेक्स में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली थी. शुक्रवार सुबह 9 बजकर 22 मिनट पर निफ्टी फार्मा इंडेक्स 2.3 प्रतिशत नीचे ट्रेड कर रहा था.हालांकि, जेनेरिक दवाओं के फॉर्मुलेशंस इस टैरिफ से छूट पाएंगे. यह घरेलू फार्मा कंपनियों के लिए मौका साबित हो सकता है, क्योंकि ये कंपनियां अमेरिका में जेनेरिक दवाओं के निर्यात पर निर्भर हैं.
Pharma Stocks Crashed: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐलान के बाद शुक्रवार, 26 सितंबर को फार्मा शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली. ट्रंप ने कहा कि 1 अक्टूबर 2025 से ब्रांडेड या पेटेंट वाली दवाओं के आयात पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा, जब तक कि कंपनियां अमेरिका में उत्पादन सुविधा स्थापित न करें. ट्रंप ने अपने सोशल प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा, “1 अक्टूबर 2025 से हम किसी भी ब्रांडेड या पेटेंट फार्मास्युटिकल उत्पाद पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे, जब तक कि कंपनी अमेरिका में अपनी फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का निर्माण न कर रही हो. निर्माण शुरू होने पर इन उत्पादों पर कोई टैरिफ नहीं होगा.”
निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 2.3 प्रतिशत की गिरावट
- शुक्रवार सुबह 9 बजकर 22 मिनट पर निफ्टी फार्मा इंडेक्स 2.3 प्रतिशत नीचे ट्रेड कर रहा था. इंडेक्स के सभी शेयर लाल निशान में थे.
- टॉप लूजर्स: नाटको फार्मा, ग्लैंड फार्मा और सन फार्मा, जो 4 प्रतिशत तक लुढ़क गए.
- हालांकि, जेनेरिक दवाओं के फॉर्मुलेशंस इस टैरिफ से छूट पाएंगे. यह घरेलू फार्मा कंपनियों के लिए मौका साबित हो सकता है, क्योंकि ये कंपनियां अमेरिका में जेनेरिक दवाओं के निर्यात पर निर्भर हैं.
जेनेरिक दवाओं का असर
- डॉ रेड्डीज, सन फार्मा, लुपिन और औरोबिंदो जैसी कंपनियों को अमेरिका में कम कीमत वाली जेनेरिक दवाओं की मांग से लंबे समय से फायदा हो रहा है.
- जेनेरिक प्रोडक्ट्स पर मार्जिन कम होता है. अगर कंपनियां कीमतें बढ़ाने में सक्षम नहीं रहीं, तो उत्पादन रुक सकता है, जिससे अमेरिका में दवा की कमी हो सकती है.
- यदि भविष्य में जेनेरिक दवाओं पर भी टैरिफ लगाया गया और भारतीय कंपनियां उत्पादन अमेरिका में शिफ्ट नहीं कर पाईं, तो इससे उत्पादन बंद होने का खतरा है.
किनका मुनाफा सबसे ज्यादा दांव पर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फार्मास्यूटिकल्स पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है. भारतीय फार्मा सेक्टर के लिए यह झटका साबित हो सकता है क्योंकि कई कंपनियों की आय का बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है. ऐसे में निवेशकों की नजर अब उन स्टॉक्स पर है जिनका बिज़नेस सबसे ज्यादा प्रभावित होगा. अब सवाल है कि किन कंपनियों की कितनी आय अमेरिका से आती है?
कंपनी का नाम | अमेरिका से आय (%) |
---|---|
Sun Pharma | 35% |
Dr. Reddy’s | 40–45% |
Cipla Ltd | 30% |
Lupin Ltd | 40% |
Aurobindo Pharma | 50% |
Natco Pharma Ltd | 70% |
Cadila Health | 40% |
Glenmark Pharma | 35% |
Torrent Pharma | 25–30% |
Biocon Ltd | 30% |
Marksans Pharma | 52% |
ट्रंप की रणनीति
ट्रंप ने पहले भी संकेत दिए थे कि फार्मा कंपनियों पर 200 प्रतिशत तक के टैरिफ लग सकते हैं. उनका उद्देश्य कंपनियों को अमेरिका में उत्पादन सुविधा स्थापित करने का समय देना है. उन्होंने कहा, “हम लोगों को लगभग एक साल से डेढ़ साल का समय देंगे, उसके बाद जो टैरिफ नहीं लगाएंगे. इस ऐलान के बाद बाजार में फार्मा शेयरों की तेजी से गिरावट देखी गई, जबकि जेनेरिक उत्पादों वाले घरेलू कंपनियों के लिए अवसर खुल गए हैं.
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