Pre-Open Market: Sensex में 1000 अंकों की गिरावट, इन 3 शेयरों की सबसे ज्यादा डिमांड, आज ये ट्रिगर प्वाइंट
बाजार ने सोमवार, 29 सितंबर को मिली-जुली शुरुआत देखी. प्री-ओपन सेशन में BSE का बेंचमार्क सेंसेक्स 1000 अंक से अधिक की गिरावट के साथ लाल निशान पर खुला, जबकि NSE का निफ्टी 50 लगभग 78 अंक की तेजी के साथ शुरू हुआ. यह ऐसे वक्त में हुआ जब पिछले 6 कारोबारी दिनों से बाजार लगातार लाल निशान पर बंद हो रहा था. हालांकि, सुबह 9 बजे के बाद दोनों ही सूचकांकों में उतार-चढ़ाव जारी रहा.
Pre-Open Market Monday: 29 सितंबर को बाजार खुलने से पहले यानी Pre-open market session में BSE बेंचमार्क SENSEX लाल निशान के साथ खुला. 9 बजे इसमें 1000 से अधिक अंक की गिरावट दर्ज की गई. वहीं NSE बेंचमार्क NIFTY50 में 78 अंक का उछाल दर्ज किया गया. पिछले 6 कारोबारी दिवस से बाजार लाल निशान में बंद हो रहा था. हालांकि 9 बजे के बाद दोनों इंडेक्स में उतार चढ़ाव होता रहा.
इन 3 शेयरों की सबसे ज्यादा डिमांड
United Van Der Horst – यूनाइटेड वैन डेर होर्स्ट लिमिटेड के शेयरों में सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई. इसमें 2 फीसदी से अधिक का उछाल आया. तेजी के बाद 299.30 रुपये पर पहुंच गया.
Bharat Gears Ltd – भारत गियर्स लिमिटेड के शेयरों में 3.5 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई. इसके बाद यह 144.45 रुपये पर पहुंच गया.
United Interactive Ltd – Pre-open market session में इसके शेयरों में 1.35 फीसदी का उछाल आया. जिसके बाद यह 94 रुपये पर पहुंच गया.
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पिछले हफ्ते कैसा था बाजार?
पिछले हफ्ते दलाल स्ट्रीट पर जबरदस्त दबाव देखने को मिला. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने लगातार छह दिन तक गिरावट दर्ज की. शुक्रवार (26 सितंबर) को सेंसेक्स 733 अंक टूटकर 80,426.46 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 236 अंक गिरकर 24,654.70 पर आ गया. हफ्ते भर में सेंसेक्स ने 2.66 फीसदी और निफ्टी ने 2.65 फीसदी गिरावट.
बाजार के ट्रिगर प्वाइंट्स
अमेरिकी प्रशासन की ओर से H-1B वीजा पर 88 लाख रुपये की फीस के कारण आईटी सेक्टर पर दबाव रहा. 1 अक्टूबर से चीन का K वीजा शुरू हो जाएगा. इसे H-1B वीजा के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है. इसके बाद आईटी स्टॉक में तेजी आनी की संभावना है. 29 सितंबर से मौद्रिक नीति समिति की बैठक शुरू हो रही है जो 1 अक्टूबर को खत्म होगी. अगर रिजर्व बैंक रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती करता है, तो बैंकिंग और NBFC स्टॉक में तेजी देखी जा सकती है. इंडिया-अमेरिका ट्रेड डील फिर से पटरी पर आने लगी है. इसके बाद आईटी, फार्मा, ऑटो सेक्टर में उछाल देखा जा सकता है.
साथ ही सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. पिछले हफ्ते गोल्ड ने $3,790 प्रति औंस का रिकॉर्ड बनाया और हफ्ते के अंत में 2.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की. भारत में सोना 1,14,000 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है. अगर वैश्विक अनिश्चितता बनी रहती है तो सोने में और तेजी बनी रहेगी. इसका असर बाजार पर साफ दिखेगा.
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