डिफेंस के ये 3 स्टॉक्स बन सकते हैं मल्टीबैगर, बनाए रखें नजर; चेक कर लीजिए ऑर्डर बुक और फंडामेंटल
Defense Stocks: भारत सरकार लगातार रक्षा के मोर्चे पर बड़ा निवेश कर रही है, जिसका फायदा घरेलू कंपनियों को भी मिल रहा है. इनके ऑर्डर बुक मजबूत हो रहे हैं, क्षमता बढ़ रही है और शेयर निवेशकों को बढ़िया रिटर्न भी दे रहे हैं. आज देश की तीन डिफेंस कंपनियों के फंडामेंटल पर नजर डालते हैं.
Defense Stocks: देश में डिफेंस सेक्टर तेजी से बढ़ा है और इसे छोटी कंपनियों ने काफी गति दी है. ये कंपनियां डिफेंस की जरूरत की तमाम छोटी और बड़ी चीजें बना रही हैं. साथ ही देश की दिग्गज कंपनियों के साथ मिलकर अपने कारोबार का विस्तार भी कर रही है. भारत सरकार लगातार रक्षा के मोर्चे पर बड़ा निवेश कर रही है, जिसका फायदा घरेलू कंपनियों को भी मिल रहा है. इनके ऑर्डर बुक मजबूत हो रहे हैं, क्षमता बढ़ रही है और शेयर निवेशकों को बढ़िया रिटर्न भी दे रहे हैं. आज देश की तीन डिफेंस कंपनियों के फंडामेंटल पर नजर डालते हैं, जिनकी चर्चा काफी है और ये काफी अहम प्रोडक्ट्स भी बना रही हैं. इन शेयरों में मल्टी-बैगर रिटर्न की संभावना है.
सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स
सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स एवियोनिक्स, रेडियो फ्रीक्वेंसी, इलेक्ट्रॉनिक वॉर्मिंग और स्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स में डिजाइन-बेस्ड पोजीशन बिल्ड-टू-स्पेक कॉन्ट्रैक्ट की बढ़ती हिस्सेदारी के साथ रखता है. कंपनी के पास मजबूत कंज्यूमर बेस और मार्केट बेस है.
अगर कंपनी के ऑर्डर बुक की बात करें, तो 31 मार्च 2025 तक 1,736 करोड़ है, जो मल्टी ईयर रेवेन्यू कंपाउंडिंग का समर्थन करता है. कंपनी का मार्केट कैप 4,358 करोड़ रुपये है. यह एक मिड कैप कंपनी है.
शेयर की चाल
अगर शेयर पर नजर डालें, तो यह अपने हाई 3,100 रुपये के आसपास का कारोबार रहा. यानी अपने रिकॉर्ड हाई पर या उसके आसपास है. इसका 52 वीक का हाई 3,100 रुपये है और लो 1,140 रुपये है. पिछले 52 वीक में शेयर में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. फिलहाल यह लो से लगभग 160 फीसदी ऊपर पहुंच चुका है. सोमवार 8 सितंबर को शेयर 2,961.10 रुपये पर कारोबार कर रहे थे.
कंपनी का फंडामेंटल
स्टॉक P/E = 232 (बहुत ज्यादा): इसका मतलब निवेशक कंपनी के भविष्य के ग्रोथ पर भरोसा कर रहे हैं. लेकिन हाई P/E से रिस्क भी बना रहता है, क्योंकि अगर कंपनी अपेक्षित ग्रोथ नहीं कर पाई तो शेयर गिर सकता है.
बुक वैल्यू 276 रुपये: शेयर का करंट प्राइस बुक वैल्यू से करीब 10.7 गुना है, यानी निवेशक कंपनी की एसेट वैल्यू से कहीं ज्यादा प्रीमियम देकर खरीद रहे हैं.
डिविडेंड यील्ड = 0.20% (बहुत कम): कंपनी निवेशकों को बहुत कम या लगभग नहीं के बराबर डिविडेंड दे रही है, निवेशक मुख्य रूप से ग्रोथ के लिए निवेश कर रहे हैं, आय के लिए नहीं.
नजर रखने वाला फैक्टर
रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड (ROCE) अप-सायकिल को बनाए रखने के लिए वर्किंग कैपिटल अनुशासन और नए, हाई-मार्जिन वाले प्रोडक्ट्स प्रोग्राम के एग्जीक्यूशन पर फोकस करें.
डीसीएक्स सिस्टम्स
डीसीएक्स सिस्टम्स केबल हार्नेस और आरएफ असेंबली में विशेषज्ञता रखती है. ग्लोबल वैश्विक टियर-1 ग्राहकों के साथ मजबूत संबंधों का लाभ उठाते हुए कंपनी अपने मार्जिन प्रोफाइल को बेहतर बनाने के लिए फ्रंट-एंड इंटीग्रेशन और रडार सब-सिस्टम्स में एक्टिव रूप से आगे बढ़ रही है.
कंपनी का ऑर्डर बुक 31 मार्च 2025 तक 2,188 करोड़ रुपये का था. वित्त वर्ष 25 के कमेंट ने डायवर्सिफिकेशन प्रयासों पर फोकस किया, हालांकि वर्किंग कैपिटल और डेट में वृद्धि देखी गई.
शेयर की चाल
कंपनी का मार्केट कैप 2,990 करोड़ रुपये का है. यह एक मिड या स्मॉल कैप कंपनी है. सोमवार को शेयर 268 रुपये के आसापस ट्रेड कर रहा है. स्टॉक अपने 52 वीक के हाई लेवल 393 रुपय से नीचे चल रहा है. यानी पीक वैल्यू से गिरावट आई है, लेकिन अभी भी 200 रुपये को लो लेवल से ऊपर है. स्टॉक का 52 वीक का हाई 393 रुपये है और लो लेवल 200 रुपये है.डीसीएक्स सिस्टम्स का शेयर लो से 34 फीसदी ऊपर और हाई से 32 फीसदी नीचे फिलहाल कारोबार कर रहा है.
कंपनी का फंडामेंटल
स्टॉक P/E 74.9 (हाई): कंपनी का वैल्यूएशन अपेक्षाकृत महंगा है. निवेशक भविष्य में ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं.
बुक वैल्यू 123 रपये: करंट प्राइस बुक वैल्यू से लगभग 2.18 गुना है.
डिविडेंड यील्ड 0.00%: कंपनी अभी कोई डिविडेंड नहीं दे रही. निवेशक ग्रोथ पर फोकस कर रहे हैं, आय पर नहीं.
नजर रखने वाला फैक्टर
देखने योग्य कारक: प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों में नए वर्टिकल का सफल कन्वर्जन, डीलीवरेजिंग प्रयास और कैश कन्वर्जन शामिल हैं, जो मार्केट के रिवैल्यूशन के लिए महत्वपूर्ण हैं.
प्रीमियर एक्सप्लोसिव्स (PEL)
पीईएल के पास विस्फोटकों और सहायक उपकरणों के निर्माण में उत्पादों और तकनीकों की बड़ी रेंज है. इनमें इमल्शन और स्लरी विस्फोटक, एलडी कार्ट्रिज विस्फोटक, बल्क विस्फोटक, स्मॉल डिया वाले नॉन- परमिटेड विस्फोटक, परमिटेड विस्फोटक, कास्ट बूस्टर शामिल हैं. विभिन्न कोर-लोड के डेटोनेटिंग फ्यूज, प्लेन डेटोनेटर, इंस्टेंटेनियस इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, इलेक्ट्रिक डिले डेटोनेटर, अनुमत डेटोनेटर, कॉर्ड रिले और अमरडेट नॉन-एन इलेक्ट्रिक शॉक-ट्यूब डेटोनेटर भी शामिल हैं.
जून तिमाही में कंपनी की ऑर्डर बुक 988.5 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2025 के अंत में 750 करोड़ रुपये से 32 फीसदी अधिक है. इसकी ऑर्डर बुक में डिफेंस सेक्टर का योगदान 87 फीसदी रहा, जबकि विस्फोटक और सर्विसेज का योगदान क्रमश 7 फीसदी और 6 फीसदी रहा.
शेयर की चाल
कंपनी का मार्केट कैप 3,008 करोड़ रुपये है. यह भी मिड/स्मॉल कैप श्रेणी में आती है. शेयर का मौजूदा प्राइस 560 रुपये है. शेयर 52 वीक के हाई 667 रुपये से थोड़ा नीचे है, लेकिन लो लेवल 309 रुपये से काफी ऊपर है. यानी शेयर में अच्छी रिकवरी हुई है.
स्टॉक P/E = 75.8 (बहुत अधिक): निवेशक भविष्य में बड़ी ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं.
बुक वैल्यू 45.7 रुपये: करंट प्राइस बुक वैल्यू से करीब 12.3 गुना ज्यादा है, यानी निवेशक कंपनी के एसेट वैल्यू से बहुत अधिक प्रीमियम दे रहे हैं.
डिविडेंड यील्ड = 0.09% (बहुत कम): कंपनी लगभग डिविडेंड नहीं दे रही. निवेशक मुख्य रूप से मूल्य वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.