शेयर बाजार में धोखाधड़ी पर SEBI की कार्रवाई, GG Engineering के स्टॉक हेरफेर से जुड़े 4 लोगों पर लगाया ₹50 लाख का जुर्माना
भारतीय शेयर बाजार में धोखाधड़ी के मामलों पर सेबी ने सख्त रुख अपनाते हुए जीजी इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयरों में हेरफेर से जुड़े 4 लोगों पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. सेबी की जांच में सामने आया कि यूट्यूब के जरिए फर्जी और भ्रामक वीडियो फैलाकर निवेशकों को शेयर खरीदने के लिए उकसाया गया.
SEBI action: भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों को गुमराह करने और आर्टिफिशियल ट्रेडिंग वॉल्यूम बनाने के मामलों पर सख्ती दिखाते हुए बाजार नियामक सेबी ने बड़ा कदम उठाया है. Sebi ने GG Engineering Ltd के शेयरों में कथित हेरफेर के आरोप में 4 व्यक्तियों पर कुल 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. नियामक के अनुसार, इन लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब के जरिए झूठी और भ्रामक जानकारियां फैलाकर निवेशकों को शेयर खरीदने के लिए उकसाया. इस साजिश के चलते न केवल शेयर में आर्टिफिशियल वॉल्यूम बना, बल्कि बाजार की निष्पक्षता और निवेशकों के भरोसे को भी नुकसान पहुंचा.
किन लोगों पर हुई कार्रवाई
Sebi के आदेश के मुताबिक, मनीष मिश्रा, सुनील भंडारी, रेखा भंडारी और अंशु मिश्रा पर यह जुर्माना लगाया गया है. ये सभी व्यक्ति संयुक्त और व्यक्तिगत रूप से इस राशि के भुगतान के लिए जिम्मेदार होंगे. Sebi ने स्पष्ट किया है कि इन चारों ने मिलकर GG Engineering Ltd के शेयरों में हेरफेर करने की एक सुनियोजित योजना बनाई थी.
Sebi के आदेश में क्या कहा गया
Sebi के एडजुडिकेटिंग ऑफिसर अमित कपूर ने शुक्रवार को जारी आदेश में कहा कि मनीष मिश्रा ने अंशु मिश्रा, रेखा भंडारी और सुनील भंडारी के साथ मिलकर निवेशकों को GG Engineering के शेयर खरीदने के लिए प्रेरित करने की साजिश रची. इसके तहत यूट्यूब चैनलों पर झूठे और भ्रामक वीडियो अपलोड किए गए. Sebi ने पाया कि इन गतिविधियों का मकसद शेयर में ट्रेडिंग को लेकर गलत धारणा बनाना और निवेशकों को भ्रमित करना था.
फर्जी यूट्यूब वीडियो से बढ़ाया गया ट्रेडिंग वॉल्यूम
जांच के दौरान यह सामने आया कि Profit Yatra और Midcap Calls नाम के दो यूट्यूब चैनलों पर ऐसे वीडियो डाले गए, जिनमें दावा किया गया था कि GG Engineering को पश्चिम बंगाल सरकार से 600 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है. Sebi की जांच में यह दावा पूरी तरह फर्जी पाया गया. इन वीडियो के अपलोड होते ही शेयर में ट्रेडिंग वॉल्यूम तेजी से बढ़ा और उसके बाद बिक्री की गतिविधियां शुरू हो गईं.
PFUTP नियमों का उल्लंघन
Sebi ने यह भी कहा कि रेखा भंडारी और सुनील भंडारी ने ऑर्डर स्पूफिंग जैसी गतिविधियों में हिस्सा लिया, जिससे शेयर में भ्रामक ट्रेडिंग का माहौल बना. नियामक के अनुसार, इन सभी ने प्रोहिबिशन ऑफ फ्रॉड्युलेंट एंड अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिसेज यानी PFUTP नियमों का उल्लंघन किया है. Sebi का मानना है कि इस तरह की गतिविधियां बाजार की पारदर्शिता के लिए गंभीर खतरा हैं.
शो कॉज नोटिस
Sebi ने इस मामले में 13 फरवरी 2025 को शो कॉज नोटिस जारी किया था. विस्तृत जांच के बाद नियामक इस नतीजे पर पहुंचा कि नोटिस पाने वाले व्यक्तियों ने बाजार नियमों का गंभीर उल्लंघन किया है. Sebi ने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में इस तरह के मामलों पर और सख्त रुख अपनाया जाएगा, ताकि निवेशकों के हितों की रक्षा की जा सके और शेयर बाजार में भरोसा बना रहे.
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