ऑटोमैटिक विंडो से आसान होगी FPI की मार्केट में एंट्री, निवेश बढ़ाने के लिए SEBI दे सकता है प्रस्ताव को मंजूरी

Sebi Board Meeting: सेबी बोर्ड की मीटिंग में कई सुधारों को मंजूरी दे सकता है. प्रस्तावों में बड़े इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए डिल्यूशन नॉर्म्स में ढील, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) के लिए नियमों को आसान बनाना शामिल है. पूंजी निवेश बढ़ावे के लिए सेबी बड़े फैसले ले सकता है.

बड़े सुधारों को मंजूरी दे सकता है सेबी. Image Credit: Getty image

Sebi Board Meeting: सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने 12 सितंबर को होने वाली अपनी आगामी बोर्ड की मीटिंग में कई सुधारों को मंजूरी दे सकता है. सूत्रों के अनुसार, इन प्रस्तावों में बड़े इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए डिल्यूशन नॉर्म्स में ढील, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) के लिए नियमों को आसान बनाना, स्टॉक ब्रोकर नियमों में अपडेटेशन और कुछ वैकल्पिक निवेश फंड्स (AIF) में मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए नियमों में ढील शामिल हैं. यह वित्तीय वर्ष की दूसरी बोर्ड बैठक होगी और चेयरमैन तुहिन कांत पांडे के नेतृत्व में यह तीसरी बैठक होगी, जिन्होंने लगातार ‘सर्वोत्तम विनियमन’ की आवश्यकता पर जोर दिया है.

ऑटोमैटिक विंडो

मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) को भारत में आसानी से प्रवेश की अनुमति मिल सकती है. कैपिटल मार्केट नियामक इस सप्ताह अपनी बोर्ड बैठक में उनके लिए एक ‘ऑटोमैटिक विंडो’ पर विचार कर सकता है, जो एयरपोर्ट पर डिप्लोमेट चैनल की तरह होगी. इस ऑटोमैटिक विंडो में आसान रजिस्ट्रेशन और कम अनुपालन आवश्यकताएं शामिल होंगी, जिसका उद्देश्य व्यापार करने में आसानी को बढ़ाना है, खासकर देश के शेयरों से उनके निरंतर निकासी को देखते हुए.

FPI का बड़ा हिस्सा होगा कवर

अगर यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है, तो यह 11,913 रजिस्टर्ड FPI में से 70 फीसदी को कवर करेगा – जिसमें सिंगापुर के जीआईसी, अबू धाबी के एडीआईए, नॉर्वे के पेंशन फंड, कनाडा के सीपीपीआईबी और गोल्डमैन सैक्स और मॉर्गन स्टेनली जैसे पब्लिक रिटेल फंड जैसे सॉवरेन वेल्थ फंड शामिल हैं.

एफपीआई देश में 81 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का प्रबंधन करते हैं. सेबी के पूर्णकालिक सदस्य अनंत नारायण ने 21 अगस्त को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था, ‘अगर विदेशी निवेशकों को एक प्रकार का ‘राजनयिक पासपोर्ट’ मिल जाए, तो उनके लिए हमारे बाजारों में निवेश करना आसान हो जाएगा.’

कई रुट्स से करते हैं एंट्री

मौजूदा समय में एफपीआई निवेशक, निवेश और निवेशिती के प्रकार के आधार पर कई रूट्स से देश में प्रवेश करते हैं. प्रत्येक रूट के अपने दस्तावेजीकरण और अनुपालन दायित्व हैं. प्रस्तावित सिंगल ऑटोमैटिक विंडो इन सभी रूट्स पर एक इंटीग्रेटेड रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सक्षम बनाएगी.

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