Closing Bell: सेंसेक्स 123 अंक बढ़कर और निफ्टी 25000 के ऊपर बंद, ऑयल एंड गैस में तेजी; IT में गिरावट
Closing Bell: पॉजिटिव ग्लोबल इंडेक्स के चलते गुरुवार 11 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ. थोड़ी गिरावट के साथ खुलने के बाद, बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दिन के अधिकांश समय मामूली बढ़त के साथ कारोबार करते रहे और अंत में हल्की बढ़त के साथ बंद हुए.
Closing Bell: गुरुवार को हाई लेवल पर खुलने के बाद भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स पॉजिटिव नोट पर कारोबार करते हुए बंद हुए. निफ्टी ने अपनी बढ़त का सिलसिला सातवें सत्र में भी जारी रखा. भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर फिर से दिख रही प्रगति के चलते निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत नजर आया.
सेंसेक्स 123.58 अंक या 0.15 फीसदी बढ़कर 81,548.73 पर और निफ्टी 32.40 अंक या 0.13 फीसदी बढ़कर 25,005.50 पर बंद हुआ. लगभग 1867 शेयरों में तेजी, 1854 शेयरों में गिरावट और 131 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
निफ्टी पर टॉप गेनर्स
निफ्टी पर अडानी एंटरप्राइजेज, श्रीराम फाइनेंस, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड टॉप गेनर रहे, जबकि बजाज ऑटो, इंफोसिस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, विप्रो और टाइटन कंपनी के शेयर नुकसान में रहे.
शेयर | उछाल (%) |
अडानी एंटरप्राइजेज | 2.90 |
श्रीराम फाइनेंस | 2.55 |
एनटीपीसी | 1.80 |
एक्सिस बैंक | 1.64 |
पावर ग्रिड | 1.22 |
सेक्टोरल इंडेक्स
सेक्टोरल मोर्चे पर एनर्जी, पीएसयू बैंक, ऑयल एंड गैस, मीडिया में 0.5-1 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि आईटी इंडेक्स में 0.6 फीसदी और ऑटो इंडेक्स में 0.3 फीसदी की गिरावट आई.
निफ्टी आईटी (0.50 फीसदी नीचे), ऑटो (0.33 फीसदी नीचे) और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (0.29 फीसदी नीचे) नुकसान के साथ बंद हुए, जबकि ऑयल एंड गैस (1.10 फीसदी ऊपर), मीडिया (1.02 फीसदी ऊपर) और पीएसयू बैंक (0.74 फीसदी ऊपर) में अच्छी बढ़त दर्ज की गई. निफ्टी बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स क्रमशः 0.24 फीसदी और 0.21 फीसदी बढ़े. निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स 0.29 फीसदी बढ़कर बंद हुआ.
बीएसई लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले सत्र के 456 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 457 लाख करोड़ रुपये रहा.
बाजार को मिल रहा बूस्ट
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा- ‘ निफ्टी 50 इंडेक्स 25,000 की महत्वपूर्ण सीमा से ऊपर बंद हुआ है. अमेरिका द्वारा भारत पर अप्रत्याशित रूप से 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के कारण मुख्य इंडेक्स शुरुआत में 24,400 तक नीचे चला गया था. हालांकि, इंडेक्स इस गिरावट से लगातार उबर रहा है.
इसके पीछे कई फैक्टर्स हैं, जैसे घरेलू अर्थव्यवस्था पर सीमित प्रभाव की उम्मीद, अमेरिकी लॉन्ग टर्म नीतियों के प्रति भारत सरकार की मजबूत रणनीतिक प्रतिक्रिया और व्यापार संबंधी प्रभावों को कम करने के लिए जीएसटी जैसे महत्वपूर्ण घरेलू सुधारों की घोषणा. हाल ही में, भारत के साथ व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने के अमेरिका के सकारात्मक संकेतों ने इंडेक्स के एक नए दायरे में पहुंचने का मार्ग प्रशस्त किया है, जिसकी बाजार को बहुत उम्मीद थी.