दिवाली से पहले आएगा टाटा कैपिटल का IPO, 17000 करोड़ रुपये हो सकता है इश्यू साइज

Tata Capital IPO: इससे पहले, इस नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी को शेयर बाजारों में लिस्ट होने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया था. टाटा कैपिटल में टाटा संस की 88.6 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि IFC के पास 1.8 फीसदी हिस्सेदारी है.

टाटा कैपिटल आईपीओ. Image Credit: Money9live

Tata Capital IPO: टाटा समूह की कंपनी टाटा कैपिटल का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) अक्टूबर महीने के पहले 15 दिनों में आएगा. मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शेयर मार्केट में लिस्टिंग के लिए समय सीमा बढ़ाए जाने के बाद, टाटा कैपिटल अक्टूबर के पहले 15 दिनों में अपना बहुप्रतीक्षित 2 अरब डॉलर (17,000 करोड़ रुपये से अधिक) का आईपीओ ओपन कर सकता है. इससे पहले, इस नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी को शेयर बाजारों में लिस्ट होने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया था.

रिजर्व बैंक ने बढ़ाई थी डेडलाइन

टाटा समूह की कंपनी टाटा कैपिटल का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) अक्टूबर महीन के पहले 15 दिनों में आएगा. मामले से जुड़े सूत्रों के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शेयर मार्केट में लिस्टिंग के लिए समय सीमा बढ़ाए जाने के बाद, टाटा कैपिटल अक्टूबर के पहले 15 दिनों में अपना बहुप्रतीक्षित 2 अरब डॉलर (17,000 करोड़ रुपये से अधिक) का आईपीओ ओपन कर सकता है. इससे पहले, इस नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी को शेयर बाजारों में लिस्ट होने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया था.

टाटा कैपिटल का वैल्यूएशन

कंपनी अपने पहले पब्लिक इश्यू के जरिए 18 अरब डॉलर के वैल्यूशन पर 2 अरब डॉलर जुटाने की उम्मीद कर रही है. यह अप्रैल में टाटा कैपिटल द्वारा गोपनीय आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए जाने के समय बताए गए 11 अरब डॉलर के वैल्यूशन से काफी अधिक है. अक्टूबर 2024 में हुंडई मोटर इंडिया के 3.3 अरब डॉलर (27,870 करोड़ रुपये) के आईपीओ के बाद टाटा कैपिटल का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा.

मामले से जुड़े लोगों ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘आरबीआई ने 30 सितंबर तक की समय-सीमा तय की थी, लेकिन प्रोसेस कारणों से इसे आगे बढ़ा दिया गया है.’

अगस्त में दाखिल किए गए अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, आईपीओ में 21 करोड़ इक्विटी शेयरों तक का फ्रेश इश्यू और 26.58 करोड़ शेयरों तक का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल होगा, जिससे कुल 47.58 करोड़ शेयर होंगे.

टाटा संस की कितनी हिस्सेदारी?

प्रमोटर टाटा संस 23 करोड़ शेयरों तक का विनिवेश करेगी, जबकि इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) 3.58 करोड़ शेयरों तक की बिक्री करेगी. वर्तमान में, टाटा कैपिटल में टाटा संस की 88.6 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि IFC के पास 1.8 फीसदी हिस्सेदारी है. नए इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग टियर-I कैपिटल बढ़ाने और कर्ज वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा.

अगर यह सफल रहा, तो यह IPO भारत के फाइनेंशियल सेक्टर का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू बन जाएगा. नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज के डेब्यू के बाद, यह हाल के वर्षों में टाटा समूह का दूसरा पब्लिक ऑफर होगा.

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