Swiggy vs Eternal Q3 Results: रेवेन्यू में उछाल लेकिन मुनाफे में आई गिरावट, फूड डिलीवरी सेगमेंट में कौन चमका?
Swiggy और Eternal (पूर्व जोमैटो) ने अपनी दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे जारी किए हैं. दोनों कंपनियों ने रेवेन्यू में बड़ी छलांग लगाई है- Swiggy का रेवेन्यू 5,561 करोड़ रुपये और Eternal का 13,590 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, प्रॉफिटेबिलिटी के मोर्चे पर दोनों कंपनियों को दबाव झेलना पड़ा. जानें विस्तार में.
Swiggy vs Eternal Q3 Result: देश की दो दिग्गज फूड डिलीवरी कंपनियों- Swiggy और Eternal जिसे पहले जोमैटो कहा जाता था, ने अपनी दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे घोषित किए हैं. स्विगी ने अपने नतीजे 30 अक्टूबर को जारी किए, जबकि ईटर्नल ने 16 अक्टूबर को अपने परिणाम साझा किए. दोनों कंपनियों ने रेवेन्यू में जबरदस्त उछाल दिखाया है, लेकिन एक जगह पर आकर सभी की नजर थम गई. वह था मुनाफा यानी प्रॉफिटेबिलिटी, इस मोर्चे पर दोनों ही कंपनियों में दबाव देखने को मिला है.
मुनाफे पर दबाव, लेकिन रेवेन्यू में उछाल
स्विगी का कुल रेवेन्यू 5,561 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल 54 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाता है. हालांकि, कंपनी का घाटा बढ़कर 1,092 करोड़ रुपये पहुंच गया. दूसरी ओर, ईटर्नल ने रेवेन्यू के मामले में स्विगी को पीछे छोड़ते हुए 13,590 करोड़ रुपये का कारोबार किया जो कि 183 फीसदी YoY आधार पर तेजी है. लेकिन कंपनी का शुद्ध लाभ 176 करोड़ रुपये से घटकर 65 करोड़ रुपये रह गया, यानी 63 फीसदी की गिरावट.
फूड डिलीवरी बिजनेस की धीमी ग्रोथ, क्विक कॉमर्स के तेजी से बढ़ते सेगमेंट, घटता उपभोक्ता खर्च और मौसमी उतार-चढ़ाव (तेज गर्मी और लंबी बारिश) जैसी चीजों ने तिमाही की प्रॉफिटेबिलिटी पर असर डाला है. साथ ही, क्विक कॉमर्स नेटवर्क के विस्तार में भारी निवेश ने भी दोनों कंपनियों के मुनाफे को सीमित किया.
फूड डिलीवरी बिजनेस: ईटर्नल आगे, स्विगी में सुधार
स्विगी का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) 8,542 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 18.8 फीसदी की वार्षिक वृद्धि है. इसका एडजस्टेड रेवेन्यू 1,921 करोड़ रुपये रहा (22 फीसदी YoY बढ़ोतरी). स्विगी की एडजस्टेड EBITDA मार्जिन 1.6 फीसदी से बढ़कर 2.8 फीसदी हो गई और कंपनी ने इस तिमाही में 240 करोड़ रुपये का एडजस्टेड EBITDA दर्ज किया.
वहीं, ईटर्नल का नेट ऑर्डर वैल्यू 9,423 करोड़ रुपये रहा जो 14 फीसदी YoY और 5 फीसदी QoQ बढ़ोतरी के साथ. कंपनी का एडजस्टेड राजस्व 2,863 करोड़ रुपये रहा और इसका एडजस्टेड EBITDA 162 फीसदी YoY बढ़कर 503 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. ईटर्नल के फूड डिलीवरी सेगमेंट में 2.41 करोड़ सक्रिय मासिक यूजर्स रहे.
क्विक कॉमर्स बना ग्रोथ इंजन
स्विगी के Instamart बिजनेस में धमाकेदार ग्रोथ देखने को मिली. इसका GOV 7,022 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 3,382 करोड़ रुपये से दोगुना है. हालांकि, यहां कंपनी को 849 करोड़ रुपये का EBITDA नुकसान हुआ. औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) बढ़कर 697 रुपये रही और कुल 10.08 करोड़ ऑर्डर डिलीवर किए गए.
दूसरी ओर, ईटर्नल के Blinkit ने शानदार प्रदर्शन किया. इसका नेट ऑर्डर वैल्यू 11,679 करोड़ रुपये रहा, जो 137 फीसदी की वार्षिक बढ़ोतरी है. एडजस्टेड रेवेन्यू 9,891 करोड़ रुपये रहा (756 फीसदी YoY उछाल). कंपनी ने 22.27 करोड़ ऑर्डर डिलीवर किए और AOV 693 रुपये रहा. हालांकि, EBITDA लॉस 156 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. दोनों कंपनियों ने अपने डार्क स्टोर्स नेटवर्क को भी बढ़ाया है- स्विगी ने 40 नए स्टोर्स, जबकि ईटर्नल ने 272 नए स्टोर्स जोड़े हैं.
कैसा है शेयरों का प्रदर्शन?
2025 में अब तक ईटर्नल के शेयर लगभग 17.5 फीसदी बढ़े हैं, जबकि स्विगी के शेयर 21 फीसदी गिर गए हैं. ईटर्नल का शेयर अपने ऑल-टाइम हाई 368.4 रुपये (16 अक्टूबर 2025) से लगभग 10 फीसदी नीचे है. शुक्रवार, 31 अक्टूबर को कंपनी का शेयर 3.52 फीसदी की गिरावट के साथ 317.75 रुपये पर बंद हुआ. वहीं, स्विगी का शेयर 23 दिसंबर 2024 के अपने उच्चतम स्तर 617.30 रुपये से लगभग 30 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है. शुक्रवार, 31 अक्टूबर को कंपनी का शेयर 1.91 फीसदी की गिरावट के साथ 409.95 रुपये पर बंद हुआ.
पूरी जानकारी एक नजर में
| मापदंड | ईटर्नल (जोमैटो) | स्विगी |
|---|---|---|
| कुल राजस्व | ₹13,590 करोड़ (183% की वार्षिक वृद्धि) | ₹5,561 करोड़ (54% की वृद्धि) |
| शुद्ध लाभ/हानि | ₹65 करोड़ (63% की गिरावट) | ₹(1,092) करोड़ (नुकसान) |
| फूड डिलीवरी राजस्व | ₹2,863 करोड़ (22% की वृद्धि) | ₹1,921 करोड़ (22% की वृद्धि) |
| क्विक कॉमर्स राजस्व | ₹9,891 करोड़ (756% की वृद्धि) | ₹980 करोड़ (100% की वृद्धि) |
| क्विक कॉमर्स ऑर्डर्स | 22.27 करोड़ | 10.08 करोड़ |
| औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) | ₹697 (39.7% की वृद्धि) | ₹693 (5% की वृद्धि) |
| कुल डार्क स्टोर्स | 1,816 (+272 नए) | 1,102 (+40 नए) |
| मंथली यूजर्स (फूड) | 2.41 करोड़ | 1.72 करोड़ |
| मंथली यूजर्स (क्विक कॉमर्स) | 2.08 करोड़ | 1.2 करोड़ |
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