Tata Steel Q2 Results: मुनाफा 272% उछला, EBITDA और सेल वॉल्यूम में तगड़ी ग्रोथ; फौलादी रिटर्न देगा शेयर?

Tata Steel ने Q2 नतीजों का ऐलान कर दिया है. कंपनी ने मुनाफे में 272% की ग्रोथ रिपोर्ट की है. इसके अलावा EBITDA 46% बढ़ा है, वहीं, रेवेन्यू बढ़कर 58,689 करोड़ पहुंच गया है. इसके अलावा नीदरलैंड्स और UK में भी कंपनी के ऑपरेशंस में सुधार आया है, जिसका असर नतीजों पर देखने को मिला है.

Tata Steel Image Credit: money9live

टाटा स्टील ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) में शानदार नतीजे दर्ज किए हैं. कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 272% बढ़कर 3,102 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. जबकि, पिछले साल की समान तिमाही में यह 833 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी के नतीजों में सुधार का बड़ा कारण अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशंस में बेहतर मार्जिन और डोमेस्टिक बिजनेस में मजबूत डिमांड रहा है.

रेवेन्यू और EBITDA दोनों में तेजी

टाटा स्टील का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 9% बढ़कर 58,689 करोड़ रहा, जो Q2FY25 में 53,905 करोड़ था. वहीं कंपनी का EBITDA 46% से अधिक उछलकर 9,106 करोड़ पर पहुंच गया है. कंपनी की तरफ से एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक EBITDA में बढ़ोतरी की वजह नीदरलैंड्स ऑपरेशन में सुधार, UK यूनिट में घाटे में कमी है.

सेल वॉल्यूम बढ़ा, प्रोडक्शन स्थिर

Q2FY26 में टाटा स्टील की कुल स्टील डिलीवरी 7.91 मिलियन टन (MT) रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 7.52 MT थी. वहीं, उत्पादन में हल्की बढ़ोतरी दर्ज हुई और यह 7.69 MT पर पहुंचा.

कर्ज घटाया, कैपेक्स बढ़ाया

कंपनी ने तिमाही के दौरान 3,250 करोड़ रुपये का कैपेक्स किया है. इसमें बड़ा हिस्सा UK ऑपरेशंस के रीस्ट्रक्चरिंग और डीकार्बोनाइजेशन प्रोजेक्ट्स पर खर्च हुआ है. CFO कौशिक चटर्जी के मुताबिक कंपनी अपने डेट पोर्टफोलियो को ऑप्टिमाइज करने की दिशा में काम कर रही है. इस तिमाही में टाटा स्टील UK का 54 करोड़ पाउंड का कर्ज घटाया गया है, जिससे कुल ग्रॉस डेट 3,300 करोड़ घटकर 95,643 करोड़ रह गया है.

डीकार्बोनाइजेशन पर बड़ा दांव

कंपनी के MD टीवी नरेंद्रन ने बताया कि कंपनी नीदरलैंड्स के प्लांट में डीकार्बोनाइजेशन प्रोजेक्ट पर तेजी से काम कर रही है. इस प्रोजेक्ट के लिए डच सरकार और नॉर्थ हॉलैंड अथॉरिटी के साथ ट्रिपार्टाइट एग्रीमेंट साइन हुआ है. UK में कंपनी पहले से ही 1.25 अरब पाउंड के रीस्ट्रक्चरिंग प्रोग्राम पर काम कर रही है, जिसमें सरकार 50 करोड़ पाउंड का योगदान दे रही है. वहीं, नीदरलैंड्स प्रोजेक्ट की लागत लगभग 5 अरब डॉलर रहने का अनुमान है.

डाउनस्ट्रीम बिजनेस में विस्तार

कंपनी ने डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट सेगमेंट में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया है. बोर्ड ने ऑस्ट्रेलियाई कंपनी BlueScope से Tata BlueScope Steel में उसकी 50% इक्विटी हिस्सेदारी 1,100 करोड़ रुपये में खरीदने को मंजूरी दी है.
इसके अलावा, टाटा स्टील ने ओडिशा के जाजपुर स्थित अपने फेरो-क्रोम प्लांट को IMFA को 610 करोड़ रुपये में बेचने का समझौता भी किया है. यह डील आने वाले महीनों में पूरी होने की उम्मीद है.

ब्रोकरेज व्यू व टारगेट प्राइस

ज्यादातर ब्रोकरेज हाउस फिलहाल टाटा स्टील पर बुलिश हैं. इसी महीने Motilal Oswal Securities ने स्टॉक को ‘Buy’ रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस 210 रुपये दिया है. वहीं, InCred इक्विटीज ने टारगेट 224 रुपये का दिया है. इसके अलावा TradingView पर जुलाई से अक्टूबर के बीच 25 एनालिस्टों का औसत टारगेट करीब 184 रुपये है. इन तरह कंपनी के मजबूत नतीजे और घटता कर्ज शेयर के लिए अपसाइड मोमेंटम की गुंजाइश दे रहे हैं. अगर 224 रुपये के हिसाब से देखें, तो 178 रुपये के करंट मार्केट प्राइस से शेयर में करीब 25% का अपसाइड रैली देखने को मिल सकती है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें