शराब कंपनियों के इन 4 शेयरों ने निवेशकों को बंपर रिटर्न से झूमाया, 100% तक चढ़े स्टॉक; चेक कर लें फंडामेंटल

Alcohol Companies Share: शराब पीने और उसमें निवेश करने में बहुत फर्क है और कभी-कभी, यह फर्क बहुत बड़ा हो सकता है. भारत की लिकर इंडस्ट्री दुनिया के सबसे बड़े उद्योगों में से एक है और अलग-अलग कैटेगरी में फैली हुई है. पिछले कुछ महीनों में भारतीय लिकर कंपनियों के शेयरों में काफी हलचल देखने को मिली है.

शराब कंपनियों के शेयर. Image Credit: AI

Alcohol Companies Share: भारत में शराब का एक लंबा और जटिल इतिहास रहा है, जिसके प्रमाण सिंधु घाटी सभ्यता के समय से मिलते हैं. अलग कालखंडों में, शराब को धार्मिक अनुष्ठानों, सामाजिक रीति-रिवाजों और यहां तक कि आर्थिक व्यवस्थाओं में भी शामिल किया गया और इसकी स्वीकृति और नियम के स्तर भी अलग-अलग रहे हैं. निवेश जगत के दिग्गज चार्ली मुंगर ने शराब को उन तीन तरीकों में से एक बताया है जिनसे एक समझदार व्यक्ति दिवालिया हो सकता है. लेकिन शराब पीने और उसमें निवेश करने में बहुत फर्क है और कभी-कभी, यह फर्क बहुत बड़ा हो सकता है. भारत की लिकर इंडस्ट्री दुनिया के सबसे बड़े उद्योगों में से एक है और अलग-अलग कैटेगरी में फैली हुई है. पिछले कुछ महीनों में भारतीय लिकर कंपनियों के शेयरों में काफी हलचल देखने को मिली है.

पीक पर नजर आए शराब कंपनियों के शेयर

जहां दलाल स्ट्रीट कंजप्शन संबंधी चुनौतियों और जियो-पॉलिटिकल उथल-पुथल से जूझता हुआ नजर आया, वहीं शराब के शेयर अपने चरम पर नजर आए. हालांकि, पिछले कुछ दिनों में गिरावट जरूर देखने को मिली है. लेकिन इस साल के अब तक प्रदर्शन को देखें, को कुछ स्टॉक्स ने शानदार प्रदर्शन किया है. पिछले एक साल में निफ्टी FMCG इंडेक्स में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले शेयर में से एक रेडिको खेतान है. इतना ही नहीं एक साल में इसका प्रदर्शन पटियाला पेग जितना बड़ा है. एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स, तिलकनगर इंडस्ट्रीज और सोम डिस्टिलरीज जैसे छोटे शेयरों में भी काफी हलचल देखने को मिली है.

रेडिको खेतान

रेडिको खेतान के शेयर पिछले छह महीने में 40 फीसदी से अधिक चढ़े हैं. अगर पिछले 12 महीने की बात करें, तो शेयर 60 फीसदी से अधिक उछला है. इस शेयर के फंडामेंटल पर नजर डालें, तो स्क्रीनर के डेटा के अनुसार, शेयर अपने 52 वीक के हाई 2,941 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है, यानी निवेशकों की निवेशकों का सेंटीमेंट पॉजिटिव है. रेडिको खेतान ने 52 वीक के लो लेवल से 1800.0 से 61.36% की बढ़त हासिल की है.38,882 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ कंपनी सेक्टर की मजूबत प्लेयर है. 2,904 रुपये पर मंगलवार को शेयर बंद हुआ था.

तिलकनगर इंडस्ट्रीज

तिलकनगर इंडस्ट्रीज के शेयर पिछले में 6 महीने में रॉकेट की रफ्तार से बढ़े हैं. यह स्टॉक 6 महीने में 108 फीसदी से अधिक उछला है और एक साल में 80 फीसदी की तेजी आई है. अगर इसके फंडामेंटल की बात करें, तो यह शेयर भी अपने 52 वीक हाई 530 रुपये के करीब 474 रुपये पर है. तिलकनगर इंडस्ट्रीज का शेयर अपने 52 वीक के लो लेवल 199 रुपये से 137 फीसदी से अधिक के उछाल पर है. 474 रुपये के स्तर पर शेयर बंद हुआ था.

एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स

एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स के शेयर ने भी पिछले 6 महीने में पटियाला पेग की तरह ही बड़ा उछाल हासिल किया है. पिछले 6 महीने में शेयर 59 फीसदी से अधिक उछला है और एक साल में 45 फीसदी से अधिक की तेजी स्टॉक में आई है. एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स लिमिटेड ने 52 वीक के लो लेवल 279.0 से 82.74 फीसदी की बढ़त हासिल की है. शेयर मंगलवार को 506.25 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप 14,261 करोड़ रुपये है. शेयर अपने 52 वीक के हाई लेवल 540 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है.

सोम डिस्टिलरीज

सोम डिस्टिलरीज के शेयर भी पिछले 6 महीने में 20 फीसदी से अधिक उछले हैं. यह शेयर 6 महीने में 24 फीसदी से अधिक और एक साल में शेयर 28 फीसदी से अधिक उछला है. स्टॉक अपने 52 वीक के लो लेवल 95.6 रुपये से 54 फीसदी उछला है. बुधवार को शेयर 139 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप 2,723 करोड़ रुपये है. स्टॉक अपने 52 वीक के हाई 173 रुपये से नीचे और 95.6 रुपये के लो लेवल 95.6 रुपये से ऊपर है.

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डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.