ROE और ROCE में काफी आगे है अडानी ग्रुप के ये 3 स्टॉक्स, 5 साल में दिया 1795% तक का रिटर्न; चेक करें फंडामेंटल
अडानी ग्रुप कई क्षेत्रों में काम करता है. इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी और लॉजिस्टिक्स भी शामिल है. आज हम अडानी ग्रुप के तीन ऐसे स्टॉक्स के बारे में बात करेंगे जो मजबूत और भरोसेमंद हैं.अडानी पोर्ट्स भारत की सबसे बड़ी निजी पोर्ट कंपनी है. यह देश भर में 13 बड़े बंदरगाहों और टर्मिनलों का संचालन करती है.

Adani Group Stocks: अडानी ग्रुप कई क्षेत्रों में काम करता है. इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी और लॉजिस्टिक्स भी शामिल है. आज हम अडानी ग्रुप के तीन ऐसे स्टॉक्स के बारे में बात करेंगे जो मजबूत और भरोसेमंद हैं. ये स्टॉक्स अच्छा मुनाफा कमाते हैं, इनका कर्ज कम है, और भविष्य में इनकी ग्रोथ की संभावना भी अच्छी है. हमने इन स्टॉक्स को चुनने के लिए स्क्रीनर का डेटा इस्तेमाल किया है.
अडानी पोर्ट्स (Adani Ports)
अडानी पोर्ट्स भारत की सबसे बड़ी निजी पोर्ट कंपनी है. यह देश भर में 13 बड़े बंदरगाहों और टर्मिनलों का संचालन करती है.
- पिछले 5 सालों में अडानी पोर्ट्स का रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) औसतन 14.9% रहा है, और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 13.1 फीसदी रहा है. इसका कर्ज-इक्विटी रेशियों 0.7 है, यानी कर्ज कम है.
- कंपनी अगले दो सालों में 300 अरब रुपये का निवेश करेगी. यह निवेश गुजरात के मुंद्रा, ओडिशा के धमरा, और केरल के vizhinjam जैसे बंदरगाहों को बढ़ाने के लिए होगा. साल 2030 तक कंपनी का टारगेट है कि वह हर साल 100 करोड़ टन माल संभाले, जिसमें से 85 करोड़ टन भारत के बंदरगाहों से और 14-15 करोड़ टन विदेशी बंदरगाहों से होगा. श्रीलंका में भी कंपनी अपने टर्मिनल को और बेहतर कर रही है ताकि वहां ज्यादा माल संभाला जा सके.

अडानी पावर (Adani Power)
अडानी पावर बिजली प्रोडक्शन के क्षेत्र में काम करती है और भारत की बड़ी बिजली कंपनियों में से एक है.
- पिछले 5 सालों में इसका ROE औसतन 28.6 फीसदी और ROCE 21.6 फीसदी रहा है. इसका कर्ज-इक्विटी रेशियो भी 0.7 है, जो दिखाता है कि कंपनी का कर्ज कम है.
- साल 2025 में कंपनी ने 2,300 मेगावाट की नई बिजली प्रोडक्शन क्षमता जोड़ी. इसके अलावा, कंपनी ने 100 अरब यूनिट बिजली का प्रोडक्शन किया और 120 अरब रुपये का निवेश अपनी मौजूदा कमाई से किया. इससे कंपनी का कर्ज बढ़ने की जरूरत नहीं पड़ी.
- साल 2031 तक कंपनी 13,120 मेगावाट की और बिजली प्रोडक्शन क्षमता जोड़ेगी. इससे उसकी कुल क्षमता 30,670 मेगावाट हो जाएगी. यह भारत की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने में मदद करेगा.

एसीसी (ACC)
ACC अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनी है. यह भारत की सबसे पुरानी और भरोसेमंद सीमेंट कंपनियों में से एक है.
- पिछले 5 सालों में इसका ROE औसतन 9.3 फीसदी और ROCE 12.4 फीसदी रहा है. सबसे खास बात यह है कि इस कंपनी का कोई कर्ज नहीं है, जो इसे और मजबूत बनाता है.
- ACC के पास 19 सीमेंट फैक्ट्रियां और 102 रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट हैं. यह भारत के सीमेंट बाजार में बड़ा हिस्सा रखती है.
- भारत में Basic Infrastructure के लिए साल 2030 तक 2.2 ट्रिलियन डॉलर का निवेश होने की उम्मीद है. इसमें सीमेंट की मांग बहुत बढ़ेगी. ACC ने अप्रैल 2025 में 100 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) की सीमेंट प्रोडक्शन क्षमता हासिल की और साल 2028 तक इसे 140 MTPA तक ले जाने का टारगेट है.

ये कंपनियां भारत के बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजली और सीमेंट जैसे जरूरी क्षेत्रों में काम करती हैं.
डेटा सोर्स: BSE, Equity master, screener
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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