ट्रंप टैरिफ से 700 अंक गिरकर खुला सेंसेक्स, 5 महीने के निचले स्‍तर पर रुपया; RIL, डॉ. रेड्डीज समेत इन शेयरों में गिरावट

यूएस राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के टैरिफ लगाए जाने से भारतीय शेयर 31 जुलाई को बुरी तरह से गिर गए. गुरुवार को सभी 16 प्रमुख सेक्टर लाल निशान में खुले, जिसमें स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स 1.25% तक लुढ़क गए. इतना ही नहीं भारतीय रुपया भी गिरकर पांच महीने के निचले स्‍तर पर पहुंच गया.

लार्ज कैप टू मिड कैप Image Credit: Tv9

Stock Market Opening Bell: 31 जुलाई 2025 को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत जोरदार गिरावट के साथ हुई. सेंसेक्स 786.36 अंक यानी 0.97% टूटकर 80,695.50 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 में 212.80 अंकों की गिरावट (0.86%) देखी गई और यह 24,642.25 पर आ गया. बैंक निफ्टी भी 422.55 अंक (0.75%) फिसलकर 55,728.15 पर खुला. भारतीय शेयर बाजार में ये तगड़ी गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर लगाए गए 25% टैरिफ के बाद देखने को मिली. यह टैरिफ 1 अगस्त से लागू होगा.

ट्रंप के इस ऐलान ने निवेशकों के दिल की धड़कन बढ़ा दी है. नतीजतन गुरुवार को सभी 16 प्रमुख सेक्टर लाल निशान में खुले, जिसमें स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स 1.25% तक लुढ़क गए. इतना ही नहीं भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लुढ़ककर पांच महीने के निचले स्तर 87.69 पर पहुंच गया.

कौन रहे टॉप लूजर्स?

मार्केट में गिरावट की की वजह से निफ्टी 50 के शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अडानी एंटरप्राइजेज को सबसे ज्‍यादा झटका लगा. हालांकि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, इटर्नल, पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, जेएसडब्ल्यू स्टील और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में बढ़त देखने को मिली.

ऑयल एंड गैस के शेयर लुढ़के

ट्रंप टैरिफ की चिंताओं के कारण तेल और गैस शेयरों में 3% तक की गिरावट देखने को मिली. सबसे ज्‍यादा गिरावट भारत पेट्रोलियम, महानगर गैस लिमिटेड आदि में देखने को मिली.

कैसा रहा वैश्विक बाजार का हाल?

वैश्विक बाजारों में माहौल मिला-जुला रहा. एशियाई बाजारों में उतार-चढ़ाव दिखा, जबकि अमेरिकी बाजार फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को 4.25-4.5% पर बदलाव न करने के फैसले के बाद ज्यादातर नीचे बंद हुआ. फेड चेयर जेरोम पॉवेल के बयान ने सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को झटका दिया. इस बीच, निवेशक आज आने वाले तिमाही नतीजों पर भी नजर रख रहे हैं.