ट्रंप टैरिफ का दिखा फार्मा सेक्टर पर असर; Cipla-Apollo Hospital के स्टॉक में गिरावट
नए टैरिफ के फैसले के बाद एक बड़ा बदलाव बाजार में देखने को मिल रहा है. जिन क्षेत्रों पर सबकी नजरें हैं, वहां निवेशकों की हलचल बढ़ गई है. जानिए कौन-से नए आर्थिक समीकरण बन सकते हैं और आगे किन संकेतों पर रहेगी बाजार की नजर.
Share Market news: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर एक बार फिर बाजार में बेचैनी छा गई है. ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि अगर वे दोबारा सत्ता में आते हैं तो चीन समेत कई देशों पर भारी टैरिफ लगाएंगे. इसके असर की आहट भारतीय शेयर बाजार में साफ देखी जा रही हैबुधवार सुबह 11:30 बजे तक Nifty50 में 59.70 अंकों की गिरावट देखने को मिली और यह 24,795.35 पर ट्रेड करता दिखा.
फार्मा सेक्टर्स पर सेंध
ट्रंप टैरिफ के ऐलान के बाद सबसे ज्यादा असर एक्सपोर्ट-आधारित सेक्टरों पर पड़ रहा है, और इसमें से एक है फार्मा सेक्टर. अंग यही टैरिफ फाइनल हुआ तो भारत से होने वाले फार्मा और हेल्थकेयर उत्पादों के निर्यात पर असर पड़ सकता है. भारत अमेरिका को सबसे ज्यादा जेनेरिक दवाएं भेजता है, करीब 40% दवाएं अमेरिका भारत से मंगाता है, और टैरिफ बढ़ने से कंपनियों की मार्जिन और ऑर्डर बुक पर दबाव आ सकता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर फार्मा सेक्टर पर शुल्क लगा तो दवाओं की लागत अमेरिका में बढ़ेगी और भारतीय कंपनियों की आय पर असर पड़ेगा. यही वजह है कि फार्मा स्टॉक्स खासे उतार-चढ़ाव में हैं.
Cipla के शेयर 24 रुपये (1.26%) गिरकर 1908 रुपये पर आ गए. Apollo Hospital करीब 40 रुपये फिसलकर 7410 रुपये पर पहुंच गया.
बैंकिंग और कम्युनिकेशन में भी गिरावट
फार्मा सेक्टर के इतर कम्यूनिकेशन और टेलीकॉम से जुड़े स्टॉक्स भी अमेरिकी टैरिफ की वजह से प्रभावित होते दिख रहै हैं क्योंकि कई भारतीय आईटी और नेटवर्किंग सहायक उत्पादों की एक्सपोर्ट कम हो सकती है. बैंकिंग सेक्टर में एक्सिस बैंक और ICICI बैंक जैसे शेयरों में गिरावट देखी गई.
Axis Bank 4 रुपये टूटा और 1068 रुपये पर ट्रेड करता दिखा. HDFC Bank 8 रुपये टूटा और 2017 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. ICICI Bank 6.8 रुपये गिरकर 1475 रुपये तक लुढ़क गया.
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निवेशकों की चिंता बढ़ी
विशेषज्ञों की राय में ट्रंप के टैरिफ का असर अगले कुछ वक्त तक बाजार को परेशान करता रहेगा. इससे निवेशकों की भावना प्रभावित होगी, विदेशी पूंजी का आना कम हो सकता है और कंपनियों की लागत बढ़ सकती है. भारत सरकार फिलहाल स्थिति को समझ रही है और सक्रिय बातचीत की तैयारी में है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.