अमेरिकी बाजार में तेजी: ट्रंप के नए बयान से निवेशकों को मिली राहत, 2 दिन में बदला सारा खेल!
सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद कि “अमेरिका और चीन के संबंध ठीक रहेंगे”, अमेरिकी इक्विटी इंडेक्स फ्यूचर्स में करीब 1 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. इससे पहले शुक्रवार को S&P 500 में 2.7 फीसदी की गिरावट आई थी, जो छह महीने की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट थी.
जैसे ही अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 100 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की बात कही वैसे ही अमेरिकी बाजार में भूचाल आ गया था. इसका असर एशियाई बाजार में भी देखने को मिला. हालांकि उस दिन भारतीय बाजार शनिवार के चलते बंद था. इस नाते भारतीय बाजार इससे अछूता रहा था, लेकिन इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि जैसे ही सोमवार को भारतीय बाजार खुलेगा वैसे ही भारी बिकवाली देखने को मिलेगी. लेकिन 2 दिन में सारा खेल पलट गया. सोमवार सुबह अमेरिकी शेयर बाजारों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद कि “अमेरिका और चीन के संबंध ठीक रहेंगे”, अमेरिकी इक्विटी इंडेक्स फ्यूचर्स में करीब 1 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. इससे पहले शुक्रवार को S&P 500 में 2.7 फीसदी की गिरावट आई थी, जो छह महीने की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट थी.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, S&P 500 के फ्यूचर्स में करीब 0.9 फीसदी की तेजी रही, जबकि तेल की कीमतें भी दो दिन की गिरावट के बाद 1 फीसदी से ज्यादा बढ़ीं. वहीं, 10-वर्षीय ट्रेजरी फ्यूचर्स में गिरावट दर्ज की गई. इस तेजी के बाद ऐसी उम्मीद की जाने लगी की भारतीय बाजार पर इसका कोई खास असर नहीं होगा. आज, सोमवार को बाजार इसको लेकर कैसा रिएक्ट करता है ये देखना बनेगा.
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर कहा कि चीन की चिंता मत करो, सब ठीक रहेगा! राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक सम्मानित व्यक्ति हैं, उन्होंने बस एक खराब वक्त देखा है. वे अपने देश के लिए मंदी नहीं चाहते और न ही मैं चाहता हूं. अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, नुकसान नहीं पहुंचाना.
ट्रंप के इस बयान से निवेशकों को यह संकेत मिला कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कम हो सकता है. वहीं, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने Fox News को दिए इंटरव्यू में कहा कि यदि चीन “वाजिब रुख” अपनाता है, तो अमेरिका बातचीत के लिए तैयार है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि चीन नहीं मानता, तो अमेरिका के पास “ज्यादा कार्ड्स” हैं.
तेल और करेंसी बाजार में हलचल
पिछले दो दिनों की गिरावट के बाद तेल की कीमतों में सुधार देखने को मिला. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 0.9 फीसदी बढ़कर 59.45 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
मुद्रा बाजार में
- यूरो 0.1 फीसदी गिरकर 1.1604 डॉलर पर आया.
- जापानी येन 0.5 फीसदी कमजोर होकर 151.93 प्रति डॉलर पर पहुंचा.
- ऑफशोर युआन में कोई खास बदलाव नहीं दिखा और यह 7.1391 प्रति डॉलर पर रहा.
क्रिप्टो और गोल्ड मार्केट का हाल
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में हल्की सुस्ती रही. बिटकॉइन 0.1 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 1,14,994 डॉलर के स्तर पर रहा, जबकि एथर 0.2 फीसदी घटकर 4,132 डॉलर पर पहुंच गया. सोने की कीमतों में हल्की तेजी रही और स्पॉट गोल्ड 0.7 फीसदी बढ़कर 4,045 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचा.
एशियाई बाजारों की स्थिति
हालांकि, एशिया में मिलाजुला रुख देखने को मिला. ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 इंडेक्स 0.3 फीसदी गिरा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग फ्यूचर 5 फीसदी नीचे आया. जापान का बाजार हॉलिडे के कारण बंद रहा.
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चीन के शेयरों का शानदार प्रदर्शन जारी
रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल चीनी शेयर बाजार दुनिया के सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहा है. हैंगसेंग इंडेक्स 2025 में अब तक 31 फीसदी चढ़ चुका है. अलीबाबा ग्रुप के शेयर 100 फीसदी से ज्यादा उछले हैं, जबकि टेनसेंट होल्डिंग्स में करीब 60 फीसदी की बढ़त रही है.
इसके अलावा, चीन ने रेअर अर्थ के एक्सपोर्ट पर नियंत्रण की घोषणा की है. माना जा रहा है कि ट्रंप और राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस महीने के अंत में मुलाकात कर सकते हैं ताकि व्यापारिक मसलों पर आगे की रणनीति तय की जा सके.
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