MEA की सख्त कार्रवाई से हिली कंपनी! 18% की तगड़ी गिरावट, 2 साल तक नहीं मिलेगा टेंडर; क्या आपने लगाया है दांव?
सरकारी टेंडरों से जुड़ी एक बड़ी कंपनी पर हालिया कार्रवाई ने शेयर बाजार में हलचल मचा दी है. कंपनी के निवेशकों को एक ही दिन में बड़ा झटका लगा. मंत्रालय के आदेश के बाद बाजार में कंपनी के भविष्य को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
टेक्नोलॉजी आधारित सरकारी सेवाएं देने वाली कंपनी BLS International Services Ltd. के शेयर में सोमवार को भारी गिरावट देखी गई. विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा कंपनी को आगामी दो वर्षों के लिए भारतीय मिशन के भविष्य के टेंडर से बाहर करने के आदेश के बाद बाजार में निवेशकों की चिंता बढ़ गई. कंपनी का शेयर पिछले बंद भाव 337.20 रुपये से गिरकर 277.05 रुपये पर खुला और दिन के दौरान 277 रुपये के निचले स्तर तक पहुंच गया. यह लगभग 17.84 फीसदी की गिरावट को दिखाता है.
MEA ने क्या दिया आदेश?
विदेश मंत्रालय ने 9 अक्टूबर 2025 को जारी आदेश में BLS International Services Ltd. को दो साल तक भारतीय मिशनों के नए टेंडर में भाग लेने से रोक दिया है. हालांकि, मंत्रालय ने साफ किया है कि यह रोक केवल भविष्य के टेंडरों पर लागू होगी और कंपनी के मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स पहले की तरह जारी रहेंगे. मंत्रालय का यह कदम कंपनी से जुड़े कुछ आवेदकों की शिकायतों और अदालती मामलों के बाद उठाया गया है.
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि यह फैसला उसके मौजूदा कारोबार या वित्तीय स्थिति को प्रभावित नहीं करेगा. BLS International ने इसे वीजा आउटसोर्सिंग बिजनेस की एक सामान्य प्रक्रियागत कार्रवाई बताया है और कहा है कि वह इस मामले को हल करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है.
कंपनी की आय पर असर
कंपनी के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (Q1FY26) में भारतीय मिशनों से लगभग 12 फीसदी राजस्व और 8 फीसदी EBITDA आया था. यानी मंत्रालय का यह निर्णय कंपनी के कुल कारोबार पर सीमित प्रभाव डाल सकता है.
BLS International ने Q1FY26 में 711 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की, जो पिछले तिमाही के 693 करोड़ रुपये से 2.6% अधिक है. कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 204 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 181 करोड़ रुपये रहा, जो क्रमशः 17% और 25% की बढ़त दिखाता है. साल-दर-साल (YoY) आधार पर कंपनी की आय में 44 फीसदी और मुनाफे में लगभग 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
कंपनी का विस्तार
बीते वर्षों में कंपनी ने अपने कारोबार को कई देशों तक फैलाया है. उसने अमेरिका, यूएई, स्पेन, स्लोवाकिया, हंगरी, पोलैंड, पुर्तगाल और भारत में UIDAI प्रोजेक्ट जैसे अनुबंध हासिल किए हैं. हाल ही में iDATA और Citizenship Invest के अधिग्रहण ने उसके राजस्व स्रोतों को और मजबूत किया है.
यह भी पढ़ें: IPO में नहीं मिला Tata Capital का शेयर? एक्सपर्ट ने बताई वो वजहें जिससे अब भी दांव लगाने पर बढ़ेगी कमाई
BLS International Services Ltd. की मार्केट कैप 12,140 करोड़ रुपये है और कंपनी 2005 से सरकारों और नागरिकों को पासपोर्ट, वीजा, बायोमेट्रिक और ई-गवर्नेंस सर्विसेज देती रही है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.