ट्रंप के नए टैक्स बिल से एनर्जी कंपनियों में भूचाल, Waaree, Premier Energies के एक दिन में 11% टूटे शेयर
यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोलर एंड ग्रीन एनर्जी सेक्टर की कंपनियों को दिए जाने वाले प्रोत्साहन को खत्म करने से लेकर कुछ दूसरे नियमों को लेकर एक नए टैक्स बिल को पेश किया है. इससे अमेरिकी कंपनियों समेत भारत की गई दिग्गज कंपनियों के शेयर धड़ाम हो गए. इनमें 11 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है.
Trump Tax Bill: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हर रोज अपने नए-नए फरमानों से दुनिया को चौंका रहे हैं. अब उनके एक नए फैसले ने क्लीन एनर्जी सेक्टर को झटका दिया है. ट्रंप के नए टैक्स बिल के ऐलान से Waaree Energies और Premier Energies के शेयरों में 23 मई को बड़ी गिरावट देखने को मिली. इनके शेयर एक दिन में लगभग 11 फीसदी तक लुढ़क गए. इनके शेयरों में आई गिरावट की वजह ट्रंप का वो ऐलान है जिसमें उन्होंने क्लीन एनर्जी कंपनियों को मिलने वाली फंडिंग को खत्म करने को लेकर नया टैक्स बिल पेश करने की बात कही गई है.
ट्रंप के इस टैक्स बिल से BSE पर वारी एनर्जीज आज 11% गिरकर 2,666 रुपये के निचले स्तर पर आ गया, जबकि प्रीमियर एनर्जीज के शेयर 6% से ज्यादा गिरकर 1,017.5 रुपये पर आ गया. ट्रंप के इस नए टैक्स बिल का असर अमेरिकी बाजार में सबसे ज्यादा देखने को मिला. वहां एक झटके में ही सोलर एंड क्लीन एनर्जी शेयरों में भारी बिकवाली हुई जिससे वहां के शेयर भी बड़े पैमाने पर धड़ाम हो गए. अमेरिका की सबसे बड़ी रूफटॉप सोलर कंपनी सनरन और सबसे बड़े विंड एंड सोलर प्रोजेक्ट डेवलपर नेक्सटएयर एनर्जी के शेयरों में एक ही ट्रेडिंग सत्र में 7% से 37% तक की गिरावट देखी गई.
क्यों बढ़ी कंपनियों की चिंता?
इस नए टैक्स बिल से वारी और प्रीमियर एनर्जीज जैसे भारतीय सोलर एनर्जी निर्यातकों की चिंताएं बढ़ गई है. चूंकि वे अपने राजस्व का एक बड़ा हिस्सा अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से हासिल करते हैं. वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही तक वारी की ऑर्डर बुक लगभग 47,000 करोड़ रुपये थी, जिसमें से लगभग 57% निर्यात से जुड़ी थी. ऐसे में बाजार सहभागियों को डर सता रहा है कि अमेरिका में क्लीन एनर्जी को लेकर दिए जाने वाले प्रोत्साहनों को वापस लेने से वैश्विक मांग प्रभावित हो सकती है, इससे उनके ऑर्डर प्रभावित हो सकते हैं.
बिल में क्या है प्रावधान?
सोलर एंड ग्रीन एनर्जी कंपनियों के लिए ट्रंप का नया बिल मुसीबतें लेकर आया है. दरअसल रिपब्लिकन सांसदों और डोनाल्ड ट्रंप एक नया बजट बिल लेकर आए हैं, जिसे “बिग, ब्यूटीफुल बिल” नाम दिया गया है. यह बिल बाइडेन प्रशासन के इन्फ्लेशन रिडक्शन एक्ट के तहत स्वच्छ ऊर्जा कंपनियों को मिलने वाली फंडिंग को खत्म करने का प्रस्ताव करता है. इसके अलावा, वायु प्रदूषण, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और इलेक्ट्रिक हेवी-ड्यूटी वाहनों की खरीद के लिए दी जाने वाली ग्रांट्स को भी रद्द करने की योजना है. इतना ही नहीं रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाने वाले करदाताओं के लिए 30% का फेडरल टैक्स क्रेडिट भी इस बिल के तहत खत्म होगा. यह बिल अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में 215-214 के मामूली अंतर से पास हुआ और अब सीनेट में विचार के लिए जाएगा.