रिलायंस पावर अपने पुराने रंग में लौटने को है तैयार? भूटान में धमाल; मुनाफे में भी आई कंपनी… जानें- और क्या-क्या बदला
Reliance Power Outlook: . एक दुर्लभ तिमाही मुनाफा और भूटान में एक बड़ी क्लीन एनर्जी डील. यह उस स्टॉक के लिए एक मजबूत कदम है जिसने अपनी पॉपुलैरिटी वापस पाने के लिए कई साल वनवास में गुजारे हैं. क्या यह रैली सिर्फ उत्साह की झलक है या किसी और गंभीर चीज की शुरुआत?

Reliance Power Outlook: रिलायंस पावर एक बार फिर से सुर्खियों में है. इस बार शेयर में तेजी के कारण, जो डेड-कैट बाउंस की तरह कम और सोची-समझी चढ़ाई की तरह अधिक लग रही है. अनिल अंबानी की अगुआई वाली इस कंपनी के शेयरों में शुक्रवार को करीब 18 फीसदी की तेजी आई और यह इंट्राडे में 53 रुपये के स्तर पहुंच गया. इसकी वजह दो पॉजिटिव संकेत थे. एक दुर्लभ तिमाही मुनाफा और भूटान में एक बड़ी क्लीन एनर्जी डील. यह उस स्टॉक के लिए एक मजबूत कदम है जिसने अपनी पॉपुलैरिटी वापस पाने के लिए कई साल वनवास में गुजारे हैं. लेकिन सवाल अभी भी यही है कि क्या यह रैली सिर्फ उत्साह की झलक है या किसी और गंभीर चीज की शुरुआत?
चौथी तिमाही में बदलाव
कई तिमाहियों में घाटे के बाद रिलायंस पावर ने आखिरकार वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 126 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया. यह एक साल पहले के 397 करोड़ रुपये के घाटे से एकदम उलट है. कॉस्ट कंट्रोल इस मुनाफे की मुख्य कुंजी थी. खर्च में तेजी से कमी आई और ब्याज भुगतान भी कम हुआ. पूरे साल के लिए मुनाफा 2,948 करोड़ रुपये रहा, जिसका एक हिस्सा कुछ असाधारण लाभों की वजह से है. सबकुछ हरा ही हरा है.
भूटान में सोलर एनर्जी का बड़ा धमाका
कंपनी ने भूटान की ड्रुक होल्डिंग के साथ 500 मेगावाट की सौर परियोजना स्थापित करने के लिए 2,000 करोड़ रुपये के ज्वाइंट वेंचर की घोषणा की है. यह रिलायंस पावर की विदेश में पहली बड़ी रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट है और भूटान के सोलर सेक्टर में सबसे बड़ा एफडीआई है. प्रतीकात्मक और रणनीतिक रूप से रिलायंस पावर के लिए यह एक बड़ी जीत है.
ट्रेडर्स का जमावड़ा
वैल्यू रिसर्च के अनुसार, शुक्रवार को 42 मिलियन से ज्यादा शेयरों का लेन-देन हुआ. टेक्निकल इंडिकेटर्स (सुपरट्रेंड सहित) ने ‘बाय’ का संकेत दिया है और शेयर अब सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है.
सोलर डील की अहमियत
यह सिर्फ आय या एक सोलर डील के बारे में नहीं है. यह इस बारे में है कि क्या रिलायंस पावर आखिरकार एक स्थायी वापसी कर सकती है. बाजार को स्पष्ट रूप से भूटान की घोषणा पसंद आई है. यह रणनीतिक इरादे और वैश्विक महत्वाकांक्षा का संकेत देता है.
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निवेशकों रखनी चाहिए नजर
प्रॉफिट प्रिंट भी मदद करता है, जो बदलाव पर कुछ मान्यता प्रदान करता है. लेकिन एग्जीक्यूशन पर ही सब कुछ निर्भर करेगा. याद रखें रिलायंस पावर ने पहले भी अपनी उंगलियां जलाई हैं. निवेशकों को भूटान परियोजना पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए. कैश फ्लो पर निगाह रखनी चाहिए और तेजी का अंधाधुंध पीछा करने से फिलहाल बचना चाहिए.
कहां फोकस कर रही है कंपनी?
ADAG पैक का हिस्सा रिलायंस पावर कोयला, गैस, हाइड्रो और रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में काम करती है. 2008 के IPO बूम के दौरान एक समय यह बाजार की सबसे पसंदीदा कंपनी थी, लेकिन बढ़ते कर्ज और एग्जीक्यूशन में चूक के कारण इसने लोकप्रियता गंवा दी. हालांकि, हाल ही में यह सोलर और बैटरी स्टोरेज पर जोर दे रही है और निवेशकों को नई स्क्रिप्ट भी पसंद आ रही है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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