भारत की हर किराना दुकान में मिलने वाली इस ड्रिंक से सालाना 6,800 करोड़ कमाता है यह अरबपति निवेशक, नहीं बेचता है कोई शेयर

अरबपति निवेशक वॉरेन बफेट ने 1988 में Coca-Cola में 1.3 बिलियन डॉलर का निवेश किया था जिसका लोगों ने मजाक उड़ाया था, लेकिन आज यही फैसला उन्हें हर साल ₹6,800 करोड़ से ज्यादा डिविडेंड देता है. इस निवेश ने दिखाया कि मजबूत ब्रांड में लंबे समय तक निवेश रखने से कम्पाउंडिंग कैसे अद्भुत वेल्थ बना सकती है.

वॉरेन बफेट Image Credit: : FreePik AI

अगर आपसे कोई पूछे कि दुनिया का सबसे सफल निवेशक कौन है, तो जवाब एक ही होगा वॉरेन बफेट लेकिन 95 साल के बफेट की सबसे मशहूर निवेश की कहानी किसी नए ट्रेंड या हाई-टेक कंपनी से नहीं जुड़ी. बल्कि यह उस ड्रिंक से जुड़ी है जिसे भारत की लगभग हर किराना की दुकान में देखा जा सकता है. 1988 में किया गया यह फैसला आज उन्हें इतना बड़ा फायदा दे रहा है कि आंकड़ा अविश्वसनीय सा लगता है. वह हर साल सिर्फ इस एकलौते शेयर से 6800 करोड़ रुपये की कमाई करते हैं. आइये जानते हैं कि यह कौन सी कंपनी है.

यह कंपनी सालाना देती है 6,800 करोड़ का डिविडेंड

चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन कौशिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया है कि बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने साल 1988 में करीब 1.3 बिलियन डॉलर (करीब 108 करोड़ रुपये उस समय) का निवेश कोका-कोला में किया था. उस समय कई आलोचकों ने उनका मजाक उड़ाया था और कहा था कि यह सिर्फ एक ‘शुगर ड्रिंक’ बेचने वाली कंपनी है. लेकिन बफेट नहीं डरे, उन्होंने शेयर बेचने के बजाय और खरीदना जारी रखा. आज इसका नतीजा यह है कि बफेट को सिर्फ कोका-कोला से हर साल करीब 816 मिलियन डॉलर यानी 6,800 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का डिविडेंड मिलता है. यह रकम उन्हें बिना एक भी शेयर बेचे मिलती है.

कौशिक ने यह भी बताया है कि बफेट खुद भी कोका-कोला के बड़े फैन हैं और दिन में पांच कैन पी जाते हैं. वह मजाक में खुद को ‘क्वार्टर कोका-कोला’ भी कहते हैं. उनके लिए यह सिर्फ एक निवेश नहीं बल्कि ऐसा प्रोडक्ट था जिसे वह पूरी तरह समझते और पसंद करते थे.

1987 के मार्केट क्रैश के बाद भी बफेट ने खरीदा शेयर

याहू फाइनेंस के अनुसार, 1987 के मार्केट क्रैश के बाद जब निवेशकों में डर था, तब बफेट ने कोका-कोला के शेयर खरीदने का फैसला किया. उन्हें कंपनी की ग्लोबल ब्रांड वैल्यू, लगातार बढ़ते मुनाफे और मजबूत कैश फ्लो पर भरोसा था. 1990 के शुरुआती वर्षों तक बफेट के पास करीब 400 मिलियन शेयर जमा हो चुके थे. आज यह निवेश कई गुना बढ़ चुका है और सिर्फ डिविडेंड ही बर्कशायर के लिए एक बड़ी पैसिव इनकम मशीन बन गया है.

बफेट के निवेश के 8 गोल्डन नियम

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.