गोल्ड की तरह XRP जमा कर रहे बैंक, टॉप डेवलपर का दावा भाव 2 से 20,000 डॉलर पहुंचेगा, ये बताई वजह

Cryptocurrency की दुनिया में इन दिनों Ripple के नेटिव टोकन XRP की चर्चा है. बैंकों से लेकर इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स तक इसका इस्तेमाल ट्रांजैक्शन के लिए कर रहे हैं और लगातार अपनी होल्डिंग बढ़ा रहे हैं. इस बीच एक मशहूर क्रिप्टो इन्वेस्टर और गेम डेवलपर ने दावा किया है कि XRP का भाव 2 से बढ़कर 20 हजार डॉलर तक जा सकता है.

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Ripple का दावा है कि यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिये ग्लोबल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन, बिजनेस, गवर्नमेंट और डेवलपर्स को वैल्यू ट्रांसफर, मैनेज और टोकनाइजेशन में मदद कर रही है. मोटे तौर व्हाइट पेपर में किए गए दावों के मुताबिक रिपल का मकसद दुनिया को ब्लॉकचेन के जरिये बॉर्डरलेस इकोनॉमी बनाना है. इस काम के लिए रिपल का नेटिव टोकन XRP जरूरी है, जिसकी मौजूदा कीमत करीब 2 डॉलर है. वहीं, मार्केटकैप के लिहाज से XRP दुनिया के टॉप 10 क्रिप्टो एसेट्स में शामिल है.

ट्रेडिंग के अलावा क्या काम आता है XRP?

किसी भी क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य उसके एंड यूज और मास यूटिलाइजेशन पर निर्भर करता है. रिपल के के मुताबिक इसके ब्लॉकचेन नेटवर्क और XRP लेजर के जरिये दुनियाभर क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजैक्शन हो रहे हैं. पूरी दुनिया में XRP सीमापार भुगतान का सबसे आसान, सुरक्षित और तेज तरीका बन गया है, जिसे बैंकों से लेकर सरकारों तक के कामकाज में इस्तेमाल किया जा रहा है.

क्या है डेवलपर का दावा?

एक गेम डेवलपर और XRP समर्थक चाड स्टाइनग्राबर का कहना है कि बैंकों की तरफ से XRP को रिजर्व एसेट के रूप में अपनाना और टोकनाइज्ड एसेट्स की बढ़ती मांग से XRP की कीमत में जबरदस्त उछाल आ सकता है. हालांकि, अमेरिकी शेयर बाजार नियामक SEC के साथ चल रहे मुकदमे और प्रतिस्पर्धी ब्लॉकचेन इसके लिए एक बड़ी चुनौती हैं.

क्या है एनालिस्ट की राय?

ट्रेडिंगव्यू पर इस दावे का एनालिसिस करते हुए बताया गया है कि अगर XRP को 20,000 डॉलर के भाव तक पहुंचना है, तो इसे मौजूदा रेट से 10,000 गुना जंप करना होगा. पिछले दिनों में कई क्रिप्टोकरेंसी में इस तरह के बड़े मूव देखने को मिले हैं. लिहाजा, इसे नकारा नहीं जा सकता कि XRP यह ग्रोथ हासिल कर सकता है.

क्यों XRP में आ सकती है तेजी?

Steingraber के मुताबिक दुनिया के कई बड़े देशों के सेंट्रल बैंकों की डिजिटल करेंसी XRP Ledger पर लिस्टेड हैं. ये बैंक इन करेंसीज के जरिये आपस में ट्रांजैक्शन कर रहे हैं. जब भी इन बैंकों को आपस में कोई ट्रांजैक्शन करना होता है, तो इसके लिए उन्हें XRP की जरूरत पड़ती है. ऐसे में जब ये ट्रांजैक्शन बढ़ेंगे, तो XRP की वैल्यू भी बढ़ेगी.

बैंकों के लिए नया गोल्ड XRP

बैंकों की तरफ से XRP को जमा करने के पीछे का कारण बताते हुए AInvest के ऑथर सायरस कोल का कहना है कि फिलहाल बहुत थोड़े से बैंक XRP लेजर पर आए हैं. बैंकों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ेगी उन्हें XRP की उतनी ज्यादा जरूरत होगी, क्योंकि बैंकों के लिए यह गोल्ड की तरह ब्रिज एसेट का काम करता है, जिसके जरिये आपस में क्रॉस बॉर्डर ट्रांजैक्शन को आसानी से सैटल किया जा सकता है. गोल्ड की तुलना में इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें किसी मिडलमैन की जरूरत नहीं होती है और यह तुरंत हो जाता है.

क्या मौजूदा कीमत पर खरीदना चाहिए XRP?

Trading View के टेक्निकल एनालिसिस के हिसाब से फिलहाल XRP शॉट टर्म सेलिंग जोन में है, लेकिन 2 डॉलर से नीचे हर डिप पर इसे अपने क्रिप्टो पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाया जा सकता है. वहीं, तामम क्रिप्टो एक्सपर्ट इस बात पर सहमत हैं कि आने वाले दिनों में XRP क्रॉस बॉर्डर ट्रांजैक्शन के लिए Bitcoin का बेहतर विकल्प बन सकता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी क्रिप्टोकरेंसी, स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.