‘बेचो और भागो’ की सलाह! ब्रोकरेज ने कहा- इस टॉप कंपनी में आएगी गिरावट की आंधी, क्या आपके पास भी है स्टॉक?
Zomato के नंबर भले तेजी दिखा रहे हों, लेकिन ब्रोकरेज हाउस डोलाट कैपिटल का मानना है कि मुनाफे की राह अब भी मुश्किल है. FY26 की कमाई आधी हो सकती है और निवेशकों को सतर्क हो जाना चाहिए.
Zomato Share Price: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के लिए आने वाले दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं. कंपनी की हालिया तिमाही रिपोर्ट के बाद ब्रोकरेज फर्म डोलाट कैपिटल ने Eternal (जोमैटो) पर ‘SELL’ रेटिंग दी है और कहा है कि भले ही कंपनी के क्विक कॉमर्स और हाइपरप्योर जैसे बिजनेस में तेजी दिख रही हो, लेकिन इसके ओवरऑल प्रॉफिट पर सवाल बने हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी कुछ कारोबार में घाटा कम करने में जरूर सफल रही है, लेकिन कई अहम सेगमेंट अब भी नुकसान में हैं और आगे भी इनके चलते वित्तीय स्थिरता पर खतरा बना रह सकता है.
रेवेन्यू में बढ़त, लेकिन मार्जिन में गिरावट
अप्रैल-जून तिमाही में Eternal (Zomato) का रेवेन्यू 22.9 फीसदी की तेज ग्रोथ के साथ 71.7 अरब रुपये तक पहुंचा है, जो कि बाजार की अपेक्षा (10.8%) से कहीं बेहतर है. इस बढ़त में Blinkit और Hyperpure की भूमिका प्रमुख रही, जिनमें क्रमश: 40% और 24.7% की तिमाही ग्रोथ दर्ज हुई. फूड डिलीवरी बिजनेस में भी 10 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है, लेकिन EBITDA मार्जिन सिर्फ 1.6 फीसदी रहा जो कि डोलाट की 2.9 फीसदी की उम्मीद से नीचे है. इसका मुख्य कारण कंपनी के ‘Going Out’ और ‘Others’ बिजनेस से हुए भारी नुकसान बताए गए हैं.
Blinkit मॉडल में बड़ा बदलाव, घाटा घटा पर कंपटीटर बनी चुनौती
Blinkit ने इस तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है, इसका रेवेन्यू 40 फीसदी की बढ़त के साथ 24 रुपये अरब तक पहुंच गया. बेहतर टेक रेट्स और ऑर्डर वॉल्यूम से ये ग्रोथ संभव हुई. कंपनी ने इस दौरान 243 नए स्टोर खोले जिससे कुल स्टोर की संख्या 1,544 हो गई.
साथ ही Blinkit अब मार्केटप्लेस की जगह खुद का इन्वेंट्री मॉडल अपनाने की दिशा में बढ़ रही है, जिससे इसके घाटे में कमी देखने को मिली है. हालांकि, डोलाट की मानें तो इस सेगमेंट में कंपटीशन बहुत तेज है और आने वाले समय में इससे कंपनी की स्थायी प्रॉफिटेबिलिटी पर असर पड़ सकता है.
Hyperpure में तेज ग्रोथ लेकिन घाटा बरकरार
Hyperpure ने 22.9 अरब रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछली तिमाही से 24.7% ज्यादा है. बावजूद इसके, यह सेगमेंट 180 करोड़ रुपये के EBITDA घाटे में रहा. इसके अलावा, Going Out बिजनेस में तो और भी गिरावट देखने को मिली, जहां रेवेन्यू 9.6% गिरा और घाटा ₹540 करोड़ तक जा पहुंचा. जोमैटो इस बिजनेस के लिए ₹1,500 करोड़ के नुकसान का प्रावधान कर चुका है.
डोलाट ने घटाया टारगेट प्राइस, FY26 की कमाई पर भी संशय
डोलाट कैपिटल ने Eternal (Zomato) की FY26 की अनुमानित कमाई को आधे से ज्यादा घटा दिया है, जबकि FY27 की कमाई में 16.5% की कटौती की है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की योजनाएं और नए बिजनेस जैसे Bistro (10 मिनट में डिलीवरी), अभी भी घाटे में हैं और उन्हें स्केल पर लाभ में पहुंचने में वक्त लगेगा.
डोलाट ने अपने वैल्यूएशन मॉडल के आधार पर कंपनी के लिए 170 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो FY27E के अनुमानित EPS के हिसाब से लगभग 84 गुना है.
विवरण | आँकड़े |
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इक्विटी / फेस वैल्यू | ₹9,097 करोड़ / ₹1 |
मार्केट कैप | ₹2,467 करोड़ |
मार्केट कैप (USD) | $28.6 बिलियन |
52-हफ्ते का उच्च/निम्न | ₹305 / ₹199 |
औसत वॉल्यूम (प्रतिदिन) | 4,01,49,600 शेयर |
Hyperpure से Blinkit को सप्लाई शिफ्ट का असर
कंपनी की रणनीति में एक बड़ा बदलाव यह है कि Hyperpure का नॉन-रेस्टोरेंट सप्लाई बिजनेस (फ्रेश फूड और ग्रॉसरी) अब Blinkit के अंतर्गत लाया जाएगा. इसके चलते Hyperpure का रेवेन्यू आने वाले समय में लगभग आधा हो सकता है. इससे Blinkit को सपोर्ट तो मिलेगा, लेकिन Hyperpure की स्वतंत्र ग्रोथ को झटका लगेगा.
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जोमैटो की क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी में तेजी देखने को मिली है, लेकिन मार्जिन दबाव, Going Out बिजनेस का कमजोर प्रदर्शन और Bistro/Nugget जैसे नए प्रोजेक्ट्स में घाटा फिलहाल इसके स्टॉक के लिए जोखिम बने हुए हैं. डोलाट कैपिटल का मानना है कि कंपनी की ग्रोथ रणनीति लंबी अवधि में बेहतर हो सकती है, लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन को देखते हुए यह स्टॉक अभी निवेशकों के लिए जोखिमभरा बना हुआ है.
डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी ब्रोकरेज फर्म के विश्लेषणात्मक रिपोर्ट पर आधारित है. इसमें व्यक्त किए गए विचार और राय पूरी तरह से ब्रोकरेज फर्म के अपने हैं. Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड या आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है.किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें