₹20 से सस्ता! तेजी से कर्ज मुक्त हो रही है ये ज्वैलरी कंपनी, EBITDA 136 फीसदी बढ़ा; फोकस में रखें शेयर
पीसी ज्वैलर्स ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे निवेशकों की नजरें फिर से इस पुराने दावेदार पर टिक गई हैं. एक तरफ ग्रोथ के शानदार आंकड़े हैं, दूसरी तरफ फंडिंग और कर्ज को लेकर बड़ा दावा. लेकिन क्या ये बदलाव स्थायी हैं या फिर एक दिखावटी छलावा?
PC Jewellers: देश की जानी-मानी आभूषण निर्माता कंपनी पीसी ज्वैलर्स लिमिटेड अब पूरी तरह कर्ज से मुक्ति की ओर बढ़ रही है. कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत से लेकर जुलाई तक के चार महीनों में 19 फीसदी कर्ज कम करते हुए इसे 1,445 करोड़ रुपये तक घटा दिया है. कंपनी के प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने जानकारी दी कि तेजी से बढ़ती बिक्री और प्रमोटर्स की ओर से मिले फंड के चलते यह सुधार संभव हुआ है. गर्ग का दावा है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी पूरी तरह कर्ज मुक्त हो जाएगी, यानी नेट डेब्ट जीरो पर आ जाएगा. शुक्रवार यानी 3 अगस्त को कंपनी के शेयर 15 रुपये पर बंद हुए.
बैंक कर्ज में भारी कटौती, आत्मनिर्भरता की राह पर कंपनी
पीसी ज्वैलर्स ने अप्रैल से जुलाई 2025 के बीच 335 करोड़ रुपये का बैंक लोन चुका दिया है. कंपनी का कहना है कि उसने यह कर्ज अपनी कमाई से और प्रमोटर्स व निवेशकों से मिले फंड से चुकाया है. निवेशकों के लिए जारी प्रजेंटेशन में कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान उसने अपने बैंक कर्ज में 50 फीसदी से ज्यादा की कटौती की थी, जो कि बैंकों के साथ हुए समझौते का हिस्सा था.
वहीं 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल–जून) में कंपनी ने 8.7 फीसदी और जुलाई में 10.1 फीसदी अतिरिक्त कर्ज घटाया है.
500 करोड़ का नया इक्विटी फंड, 1300 करोड़ और मिलेंगे
कंपनी ने हाल ही में बोर्ड मीटिंग में एक नया प्रस्ताव पास किया है जिसके तहत प्रमोटर्स और Capital Ventures Pvt Ltd से 500 करोड़ रुपये की नई इक्विटी जुटाई जाएगी. इसके अलावा वॉरंट्स को इक्विटी में बदलने पर 1,300 करोड़ रुपये अतिरिक्त फंड मिलेंगे, जिससे कंपनी कुल 1800 करोड़ रुपये प्राप्त करेगी और बाकी बचे सभी कर्ज चुका देगी.
मजबूत तिमाही प्रदर्शन, मुनाफे दोगुना होकर 163.58 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 84.64 करोड़ रुपये था. पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में मिले 71.39 करोड़ रुपये के टैक्स रिफंड ने शुद्ध लाभ को ऊपर बनाए रखा था.
Q1 FY26 में पीसी ज्वैलर्स के नतीजे रहे शानदार
1 अगस्त को कंपनी ने जब अप्रैल-जून तिमाही (Q1 FY26) के नतीजे पेश किए, तो बिक्री, मुनाफा और ऑपरेशनल परफॉर्मेंस में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. तिमाही दर तिमाही तुलना करें तो:
- कुल बिक्री (Revenue) ₹401 करोड़ से बढ़कर ₹725 करोड़ हो गई, यानी 81% की बढ़त.
- ग्रॉस प्रॉफिट ₹65 करोड़ से बढ़कर ₹144 करोड़ हुआ, जो 121% की छलांग है.
- EBITDA (ऑपरेशनल प्रॉफिट) ₹89 करोड़ से बढ़कर ₹210 करोड़ हो गया, यानी 136% की तेज ग्रोथ.
- वहीं प्री-टैक्स प्रॉफिट (PBT) ₹83 करोड़ से बढ़कर ₹164 करोड़ पर पहुंच गया, जो 97% की बढ़ोतरी को दर्शाता है.
इन आंकड़ों से साफ है कि कंपनी ने न सिर्फ रेवेन्यू में शानदार ग्रोथ दर्ज की है, बल्कि ऑपरेशनल स्तर पर भी मजबूती दिखाई है. यह प्रदर्शन कर्ज चुकाने की उसकी रणनीति और बढ़ती बिक्री की दिशा में उठाए गए कदमों को समर्थन देता है.
गोल्ड-ज्वैलरी मार्केट में संगठित बदलाव
पीसी ज्वैलर्स के एमडी बलराम गर्ग का कहना है कि सरकार की हॉलमार्किंग स्कीम की वजह से ज्वैलरी बाजार धीरे-धीरे संगठित हो रहा है. उपभोक्ताओं को अब गुणवत्ता की गारंटी मिल रही है और इससे ब्रांडेड ज्वैलर्स को बढ़त मिल रही है.
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उन्होंने कहा कि सोने और चांदी के गहनों की मांग अब भी मजबूत बनी हुई है, भले ही दाम ऊंचे हैं. पीसी ज्वैलर्स का प्रदर्शन न केवल फाइनेंशियल सुधार का संकेत है, बल्कि यह भी दिखाता है कि ज्वैलरी सेक्टर किस तरह पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
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