मई से बंद हो जाएंगे ये 15 बैंक, मौके का फायदा उठा सकते हैं साइबर अपराधी, ये लोग हो जाएं अलर्ट
1 मई से देश के 11 राज्यों में कई ग्रामीण बैंकों का विलय हो रहा है. हालांकि इस बदलाव से ग्राहकों के अकाउंट नंबर बदल सकते हैं, जिसकी जानकारी उन्हें SMS या अन्य माध्यम से दी जाएगी.इसी मौके का फायदा साइबर अपराधी भी उठा सकते हैं और लोगों को ठगने की कोशिश कर सकते हैं.आइए जानते हैं इससे कैसे बचा जा सकता है.
Cyber Fraud Alert: भारत सरकार की ‘एक राज्य, एक ग्रामीण बैंक’ नीति के तहत 1 मई से देश में ग्रामीण बैंकों की संख्या 43 से घटकर 28 रह जाएगी. उन 11 राज्यों में जहां एक से अधिक ग्रामीण बैंक हैं, वहां उनके विलय (मर्जर) से एक नया ग्रामीण बैंक बनाया जाएगा.इस बदलाव का मतलब है कि कई बैंकों का नाम और अस्तित्व बदल जाएगा. हालांकि, जिन ग्राहकों के अकाउंट इन बैंकों में हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. लोन और एफडी जैसी सेवाएं पहले की तरह ही जारी रहेंगी, केवल बैंक का नाम बदलेगा.
हालांकि इस बदलाव से ग्राहकों के अकाउंट नंबर बदल सकते हैं, जिसकी जानकारी उन्हें SMS या अन्य माध्यम से दी जाएगी. इसी मौके का फायदा साइबर अपराधी भी उठा सकते हैं और लोगों को ठगने की कोशिश कर सकते हैं. आइए जानते हैं इससे कैसे बचा जा सकता है.
कैसे फ्रॉड कर सकते हैं साइबर अपराधी?
देश के 11 राज्यों में यह बदलाव हो रहा है, जहां बड़ी संख्या में लोग इन बैंकों के ग्राहक हैं. साइबर अपराधी मर्जर के नाम पर फर्जी मैसेज भेज सकते हैं, जिसमें OTP मांग सकते हैं. संभव है कि अपराधी बैंक अधिकारी बनकर कॉल करें या मैसेज भेजें, और कहें कि मर्जर के बाद आपकी जानकारी अपडेट करनी है, जैसे अकाउंट नंबर, आधार, पैन या OTP.ऐसी जानकारी का इस्तेमाल कर वे आपके अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं या फ्रॉड ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.
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कैसे बचें साइबर ठगी से?
- बैंक आपको नया अकाउंट नंबर, पासबुक या चेकबुक देने के लिए खुद SMS या आधिकारिक नोटिस के जरिए संपर्क करेगा.
- बैंक कभी भी फोन पर OTP, पर्सनल डिटेल या पासवर्ड नहीं मांगता.
- यदि कोई व्यक्ति खुद को बैंक अधिकारी बताकर जानकारी मांगे, तो कभी भी शेयर न करें.
- किसी भी भ्रम की स्थिति में अपने पुराने बैंक ब्रांच में जाकर जानकारी लें, न कि फोन या लिंक पर क्लिक करें.
- अगर आपसे किसी ने धोखाधड़ी की कोशिश की है, तो तुरंत साइबर सेल या पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं.