साइबर ठगों की धमकी से दहशत, 68 साल के वकील ने की खुदकुशी; आतंक फंडिंग के नाम पर ठगों ने डराया

भोपाल में 68 साल के वकील शिव कुमार वर्मा ने साइबर ठगों की आतंक फंडिंग से जुड़ी धमकियों के बाद आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में लिखा कि उनके नाम पर फर्जी बैंक खाता खोलकर पहलगाम हमले के आरोपी को फंड भेजा गया. वर्मा ने भोपाल गैस त्रासदी पीड़ितों के अंतिम संस्कार भी किए थे. पुलिस ने फोन व सुसाइड नोट जब्त कर जांच शुरू कर दी है.

भोपाल में वकील ने आतंकी फंडिंग से जुड़ी धमकियों के बाद आत्महत्या कर ली. Image Credit:

Cyber Fraud: भोपाल में 68 साल के सीनियर वकील ने साइबर ठगों की धमकियों के बाद आत्महत्या कर ली. ठगों ने दावा किया था कि उनके नाम से खाता खोलकर आतंकी फंडिंग की गयी है और उन्हें देशद्रोही करार दिया जाएगा. आत्महत्या से पहले उन्होंने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें फर्जी खाते और पहलगाम आतंकी हमले में फंडिंग का जिक्र था. परिवार के मुताबिक घटना के समय उनकी पत्नी दिल्ली में थी.

देशद्रोही कहलाने का डर

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुसाइड नोट में वर्मा ने लिखा कि उनके नाम पर HDFC बैंक में खाता खोला गया, जिससे पहलगाम हमले के आरोपी को फंड भेजा गया. उन्होंने लिखा कि झूठे आरोप से बदनामी होगी, इसलिए वे जीवन समाप्त कर रहे हैं. नोट में उन्होंने गैस त्रासदी के पीड़ितों के अंतिम संस्कार का उल्लेख भी किया.

किरायेदार ने देखा शव

घटना सोमवार देर रात बारखेडी इलाके में हुई. पत्नी लगातार कॉल कर रही थी, जवाब न मिलने पर किरायेदार से संपर्क किया. किरायेदार कमरे में पहुंचा तो वर्मा फंदे पर लटके मिले. पुलिस ने मोबाइल और सुसाइड नोट बरामद कर लिया है.

ये भी पढ़ें- आपके नाम की सिम कार्ड से हुआ कोई गलत काम तो आप ही होंगे जिम्मेदार! चाहे उसे कोई और कर रहा हो इस्तेमाल, DoT ने दी वॉर्निंग

डिजिटल अरेस्ट की आशंका

पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में साइबर अपराधियों की भूमिका सामने आई है. ठग उन्हें फोन पर धमका रहे थे और संभव है कि डिजिटल अरेस्ट में भी रखा गया हो. पुलिस ने मोबाइल और नोट फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है.

तीन सप्ताह में दूसरा मामला

इससे पहले तीन सप्ताह में एक और बुजुर्ग वकील को पुलवामा हमले में फंडिंग बताकर ठगों ने निशाना बनाया था, हालांकि समय रहते बचा लिया गया. यह शहर में पहला केस है जिसमें साइबर ठगी के डर ने जान ले ली. हाल ही में शाहपुरा क्षेत्र में रिटायर बैंक मैनेजर से डिजिटल अरेस्ट में 68 लाख रुपये ठगे गए थे.

ये भी पढ़ें- साल का सबसे बड़ा टेक हैक? Android यूजर्स उठा सकेंगे AirDrop का फायदा, Google ने अकेले ही कोड किया क्रैक

लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध के मामले

इसी माह एक पूर्व सरकारी अधिकारी दंपत्ति को कई दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर 65 लाख रुपये वसूले गए. मामले बढ़ते देख साइबर सेल और पुलिस को अलर्ट किया गया है.