खतरे में है Google Chrome और Apple Safari की बादशाहत! Perplexity ला रहा स्मार्ट Comet AI ब्राउजर
Nvidia बैक्ड Perplexity AI अपने AI-पावर्ड Comet ब्राउजर को स्मार्टफोन्स में प्री-इंस्टॉल कराने की योजना पर काम कर रही है. यह ब्राउजर वेब ब्राउजिंग को स्मार्ट असिस्टेंट की तरह बदल देगा, जो ईमेल मैनेजमेंट, वेबपेज का समरी और मीटिंग शेड्यूल जैसे काम कर सकता है. जानें और क्या है इसमें खास.

What is Perplexity Comet AI Browser: Nvidia बैक्ड Perplexity AI आने वाले समय में स्मार्टफोन मार्केट में बड़ा दांव लगाने की तैयारी में है. कंपनी अपने नए AI-पावर्ड Comet ब्राउजर को मोबाइल फोनों में प्री-इंस्टॉल कराने के लिए स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों (OEMs) से बातचीत कर रही है. अगर यह प्लानिंग सफल होती है, तो Google Chrome और Apple Safari जैसे बड़े ब्राउजरों को सीधी चुनौती मिल सकती है. आसान भाषा में कहें तो ब्राउजर और सर्च इंजन की दुनिया में जो बादशाहत गूगल क्रोम और एप्पल सफारी की है, उसे आने वाले समय में बड़ी सेंध लग सकती है.
Comet ब्राउजर क्या है?
Comet कोई आम ब्राउजर नहीं है. यह एक ऐसा स्मार्ट असिस्टेंट है जो AI तकनीक से लैस है और वेब ब्राउजिंग को आसान और शानदार बनाने के लिए बनाया गया है. यह ब्राउजर Chromium फ्रेमवर्क पर आधारित है और सामान्य ब्राउजर फीचर्स के साथ-साथ कई एडवांस AI क्षमताएं भी देता है.
इसके खास फीचर्स में शामिल हैं-
- वेबपेज की समरी तैयार करना
- ईमेल और कैलेंडर इवेंट्स को ब्राउजर से ही मैनेज करना
- मीटिंग शेड्यूल करना और मल्टीपल टैब की जरूरत को कम करना
डेस्कटॉप से मोबाइल की ओर कदम
फिलहाल Comet ब्राउजर केवल डेस्कटॉप वर्जन में उपलब्ध है और बीटा टेस्टिंग के दौर में है. लेकिन Perplexity AI इसे तेजी से मोबाइल यूजर्स तक पहुंचाने की प्लानिंग कर रही है. कंपनी का टारगेट अगले साल तक इस सॉफ्टवेयर को लाखों यूजर्स तक पहुंचाना है.
बड़ा चैलेंज: Google और Apple का दबदबा
Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास ने माना कि यह आसान काम नहीं होगा. Google Chrome और Apple Safari मिलकर मोबाइल ब्राउजर बाजार का 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सा संभालते हैं. ऐसे में OEMs को अपने डिफॉल्ट ब्राउजर बदलने के लिए राजी करना एक बड़ी चुनौती है. Perplexity AI का यह कदम तेजी से उभर रहे “एजेंटिक” AI ब्राउजर के ट्रेंड से जुड़ा है. ऐसे ब्राउजर यूजर्स की तरफ से जटिल काम भी अपने आप संभाल सकते हैं. खबरों के मुताबिक OpenAI भी एक ऐसा AI ब्राउजर तैयार कर रही है, जो ट्रैवल बुकिंग और फाइनेंशियल मैनेजमेंट जैसे टास्क अपने आप कर सकेगा.
Perplexity ने शुरू की कोशिश
Perplexity ने इससे पहले Motorola के साथ साझेदारी कर अपने AI फीचर्स को मोबाइल OS में शामिल करने की कोशिश की थी. हाल ही में कंपनी ने यूजर्स को एक साल का Pro सब्सक्रिप्शन मुफ्त में दिया, जिससे पता चलता है कि वह AI को मोबाइल अनुभव का अहम हिस्सा बनाने में जुटी है. अगर Comet ब्राउजर स्मार्टफोन्स में डिफॉल्ट ब्राउजर बनता है, तो यह न केवल बाजार की तस्वीर बदल सकता है, बल्कि यूजर्स के इंटरनेट इस्तेमाल के तरीके को भी पूरी तरह नया रूप दे सकता है.
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