JIO-Airtel-VI से आए ऐसा कॉल तो हो जाएं सावधान, नेटवर्क ठीक करने के नाम पर अकाउंट खाली कर रहे ठग
सिम स्वैप फ्रॉड एक नया साइबर खतरा बनकर उभरा है, जिसमें अपराधी आपके मोबाइल नंबर को हथिया कर बैंक खातों को खाली कर देते हैं. नेटवर्क ड्रॉप का बहाना बनाकर वे आपसे यूनिक नंबर और ऑथेंटिकेशन लेते हैं, फिर आपका सिम बंद कर अपना एक्टिवेट करते हैं. DoT ने बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य किया, लेकिन सावधानी जरूरी है. जानें इससे बचाव के उपाय और शिकायत की प्रक्रिया.

SIM Swap Fraud: क्या यह संभव है कि आपके मोबाइल का सिम कार्ड बंद या डिसेबल कराकर कोई उसी नंबर पर अपने लिए दूसरा सिम कार्ड खरीद ले? जी हां, ऐसा हो रहा है. साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने का एक नया तरीका निकाला है, जिसे सिम स्वैप फ्रॉड (SIM Swap Fraud) कहते हैं. इस फ्रॉड में होता यह है कि साइबर क्रिमिनल आपके नंबर पर कॉल करके नेटवर्क ड्रॉप या कॉल ड्रॉप की समस्या को ठीक करने के नाम पर आपसे बातचीत शुरू करता है. बातों-बातों में वह आपसे कुछ ऐसा करवाता है कि आप अनजाने में उसे इस बात की इजाजत दे देते हैं कि वह आपके सिम नंबर पर दूसरा सिम इश्यू करा ले.
सिम स्वैप फ्रॉड का क्या है Modus Operandi?
गृह मंत्रालय की वेबसाइट साइबर दोस्त के अनुसार, सिम कार्ड कंपनी के कर्मचारी के नाम पर बात करने वाला साइबर क्रिमिनल आपसे नेटवर्क ड्रॉप और कॉल ड्रॉप ठीक करने के बहाने सिम कार्ड पर अंकित 20 अंक वाला यूनिक नंबर ले लेते हैं. आप जैसे ही उसे नंबर देते हैं वो आपसे कीपैड पर 1 दवाने के लिए कहता है. और आप जैसे ही वन प्रेस करेंगे आपके फोन से नए सिम कार्ड को इशू करने का ऑथेंटिकेशन पूरा हो जाता है. इसके बात आपके फोन में लगा हुआ सिम बंद हो जाता है. साथ ही क्रिमिनल के पास मौजूद सिम एक्टिव हो जाता है, जिसका नंबर आपके सिम कार्ड वाले नंबर का ही होता है. यानी कि फोन उसका, नंबर आपका.
स्कैमर्स जिसे भी निशाना बनाता है वह उसे काफी समय से फॉलो कर रहा होता है. इसका मतलब यह हुआ कि पीड़ित की छोटी से लेकर बड़ी जानकारी उसके पास होती है. उनकी इंटरनेट, बैंकिंग, आईडी, पासवर्ड सब उनके पास होता है. अब जब नंबर ठग के पास होता है, तो उस नंबर से लिंक बैंक अकाउंट तक साइबर चोर की पहुंच आसान हो जाती है. अब कुछ ही सेकंड में साइबर अपराधी ओटीपी के जरिए लोगों का अकाउंट खाली कर देता है. केयर एग्जीक्यूटिव बनकर ऐसे फोन कॉल्स करने वालों से सावधान रहें और उनके झांसे में कभी नहीं आएं. अगर आपके जान पहचान या आपके आसपास कोई भी इस फ्रॉड का शिकार हो गया है, तो तुरंत उसे अपना डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, बैंक अकाउंट ब्लॉक कराने की सलाह दें.
यह भी पढ़ें: हैदराबाद में फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स के जरिए दो बुजुर्ग व्यक्तियों से ठगे 1.18 करोड़ रुपये, ऐसे रखें खुद को सेफ
DoT ने सख्त किया नियम
इससे निपटने के लिए, दूरसंचार विभाग (DoT) ने अनिवार्य कर दिया है कि बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के बिना नया सिम जारी नहीं किया जा सकता. इसके अलावा, नए सिम कार्ड पर आने वाले एसएमएस, एक्टिवेशन के 24 घंटे बाद तक बंद रहेंगे. इसलिए, अगर कोई साइबर अपराधी यूजर का सिम पूर्ण रूप से बदल भी लेता है, तो भी उस दौरान उसे कोई ओटीपी प्राप्त नहीं होगा.
ऐसे रहें सेफ
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार नंबर, बैंक खाता विवरण, या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें. फिशिंग कॉल्स और मैसेज से सावधान रहें.
- अपने सिम कार्ड को लॉक करें और मोबाइल ऑपरेटर से अनऑथराइज्ड सिम स्वैप को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा (जैसे पिन या पासवर्ड) सेट करें.
- अगर आपका फोन अचानक नेटवर्क खो दे या सिम काम ना करे, तुरंत अपने मोबाइल ऑपरेटर से संपर्क करें, क्योंकि यह सिम स्वैप का संकेत हो सकता है.
- अपने बैंक खातों, ईमेल, और अन्य महत्वपूर्ण खातों में 2FA (टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन) एक्टिव करें, ताकि सिम स्वैप होने पर भी आपका डाटा सुरक्षित रहे.
- अपने बैंक खाते और ऑनलाइन लेनदेन की नियमित जांच करें. किसी भी अनऑथराइज्ड गतिविधि की स्थिति में तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करें.
ठगी के शिकार होने पर यहां करें शिकायत
सिम स्वैप फ्रॉड के शिकार होने पर बैंक से अपना डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, बैंक अकाउंट ब्लॉक कराएं. साथ ही नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें या भारत सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें. इससे इस बात की संभावना है कि आप खोई हुई रकम पा सकते हैं और अपनी बचत की रक्षा कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: आपके नाम पर फर्जी लोन तो नहीं! PAN CARD खोल देगा पूरी कुंडली, ऑनलाइन ऐसे करें चेक
Latest Stories

खतरे में है Google Chrome और Apple Safari की बादशाहत! Perplexity ला रहा स्मार्ट Comet AI ब्राउजर

WhatsApp में भी लगने जा रहा AI का तड़का, मैसेज का अंबार अब नहीं बनेगा पहाड़

क्या है VPN जिसका भारत बना किंग, चीन रह गया पीछे, जानें कैसे करता है काम और क्या है रिस्क
