Crypto Thefts 2025: इस साल 2.17 अरब डॉलर की क्रिप्टो चोरी, जानें किसे लगी सबसे बड़ी चपत?
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े चोरी के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं. Chainalysis की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अब तक 2.17 अरब डॉलर की क्रिप्टो चोरी हो चुकी है और यही ट्रेंड जारी रहा तो यह आंकड़ा बढ़कर 4 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है, जो अब तक का सबसे ज्यादा होगा.

Crypto Thefts 2025: क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में 2025 अब तक का सबसे खतरनाक साल साबित हो रहा है. Chainalysis की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी से जून के बीच 2.17 अरब डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चोरी हो चुकी है. इसमें ByBit पर हुआ 1.5 अरब डॉलर का साइबर हमला अब तक का सबसे बड़ा है. वहीं भारत के क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX से 4.4 करोड़ डॉलर की चोरी भारतीय निवेशकों के लिए खतरे की घंटी है.
अब तक का सबसे खराब साल
Blockchain एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म Chainalysis की रिपोर्ट बताती है कि 2025 की पहले 6 महीनों में 2.17 अरब डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चोरी हो चुकी है, जो 2024 की तुलना में अधिक है. इसके अलावा 2022 भी पीछे छूट चुका है, जिसे अब तक का सबसे खराब साल माना जाता था. रिपोर्ट के मुताबिक इस साल चोरी की गई राशि 2022 के YTD आंकड़ों से 17 फीसदी ज्यादा है.
ByBit पर सबसे बड़ा हमला
इस साल की सबसे चौंकाने वाली क्रिप्टो चोरी की घटना ByBit पर हुआ साइबर हमला है. इस हमलें में 1.5 अरब डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी की चोरी की गई. यह अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टो चोरी की घटना है. यह 2025 में सर्विस-लेवल पर हुई कुल चोरियों के 69 फीसदी जितनी रकम है.
बढ़ रहे संस्थगत हमले
Chainalysis ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि क्रिप्टो एसेट्स पर संस्थागत हमले बढ़ रहे हैं. रिपोर्ट में इन हमलों को “स्टेट स्पॉन्सर्ड थ्रेट एक्टर्स” यानी सरकारी सहयोग से सक्रिय हैकर्स करार दिया यगा है, जो बढ़ती तकनीकी क्षमताओं के साथ क्रिप्टो एक्सचेंज तक को निशाना बना रहे हैं.
CoinDCX पर भी बड़ा हमला
भारत की बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX पर भी बड़ा हमला हुआ है. इस हमले में 4.42 करोड़ डॉलर यानी करीब 378 करोड़ रुपये की चोरी की गई है. हालांकि, कंपनी के को-फाउंडर्स सुमित गुप्ता और नीरज खंडेलवाल ने भरोसा दिलाया है कि कस्टमर फंड पूरी तरह सुरक्षित हैं. यह चोरी केवल एक इंटरनल ऑपरेशनल अकाउंट तक सीमित रही. CoinDCX ने इस नुकसान की भरपाई कंपनी के ट्रेज़री रिजर्व से करने का फैसला लिया है.
भारत पहले भी बन चुका है निशाना
2024 में भी भारत में एक और एक्सचेंज WazirX पर साइबर हमला हुआ, जिसमें 23 करोड़ डॉलर की क्रिप्टो चोरी हुई. इन हमलों ने क्रिप्टो एक्सचेंज और पूरे क्रिप्टो सिस्टम की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. रिपोर्ट बताती है कि इस साल चोरी के सबसे बड़े शिकार अमेरिका, जर्मनी, रूस, कनाडा, जापान, इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया रहे हैं.
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