5 मिनट में लोन अप्रूव कराने के नाम पर धोखाधड़ी, हिडन चार्ज और हाई इंटरेस्ट रेट बन रहा गले का फंदा, चेतावनी जारी

भारत में डिजिटल लोन सेवाओं की बढ़ती लोकप्रियता के साथ ही फर्जी लोन ऐप्स का नया जाल फैल रहा है. "मिनटों में लोन अप्रूवल" का झांसा देकर लोगों को फंसा कर ऊंची ब्याज दर और छिपे हुए चार्ज लगाकर वसूली की जाती है. भुगतान न करने पर ब्लैकमेलिंग और धमकियां दी जाती हैं, जिससे मानसिक दबाव भी बढ़ता है. यह धोखाधड़ी उपभोक्ताओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करती है.

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भारत में डिजिटल लोन सेवाओं की बढ़ती लोकप्रियता के बीच साइबर धोखाधड़ी का नया जाल तेजी से फैल रहा है. फर्जी लोन ऐप्स “मिनटों में लोन अप्रूवल” का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. ऊंची ब्याज दरें, छिपे हुए शुल्क और वसूली के नाम पर लगातार धमकियों ने न केवल लोगों की जेबें खाली की हैं, बल्कि उनके मानसिक और भावनात्मक संतुलन को भी गहराई से प्रभावित किया है. यह नया साइबर अपराध आम उपभोक्ताओं की सुरक्षा और डिजिटल वित्तीय लेनदेन के भरोसे पर गंभीर सवाल खड़ा करता है.

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नकली लोन ऐप के जाल में फंसने का तरीका

Play Store या अनजान लिंक से नकली लोन ऐप डाउनलोड करने को कहा जाता है. फर्जी ऐप में आधार, पैन और कांटेक्ट्स जैसी व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाती है. लोन मिलने के बाद उच्च ब्याज दर और छुपे हुए चार्ज लगाकर अतिरिक्त रकम वसूली जाती है. लोन ना चुकाने पर साइबर अपराधी ब्लैकमेलिंग और परेशान करने की धमकी देते हैं.

इस धोखे से बचने के उपाय

केवल आधिकारिक और विश्वसनीय ऐप्स और वेबसाइटों से ही लोन आवेदन करें. व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी को किसी भी संदिग्ध के साथ साझा करने से बचें. लो-ब्याज और भरोसेमंद ऑफर्स के लिए बैंक ब्रांच या ऑथेंटिकल फाइनेंशियल एजेंसी से संपर्क करें. लोन से संबंधित किसी भी संदेहपूर्ण व्यवहार पर तत्काल साइबर क्राइम सेंटर या पुलिस में शिकायत करें.

साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता आवश्यक

भारत सरकार के गृह मंत्रालय के Indian Cybercrime Coordination Centre (I4C) और Cyber Dost ने लोगों को इस प्रकार के साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए सचेत किया है. वे इन धोखाधड़ी के तरीकों के बारे में लोगों को जागरूक कर वास्तविक साइबर सुरक्षा टिप्स देते हैं.

ठगी के बाद क्या करें?

अगर आप ऑनलाइन ठगी या साइबर अपराध के शिकार हुए हैं, तो नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के जरिए दो मुख्य तरीकों से शिकायत दर्ज कर सकते हैं. आप हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सीधे कॉल करके साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कर सकते हैं. आप cybercrime.gov.in पर जाकर भी ठगी को रिपोर्ट कर सकते हैं.