दुबई से लोगों को निशाना बना रहे हैं साइबर अपराधी, महाराष्ट्र में शख्स से 66 लाख की ठगी
पिंपरी-चिंचवड़ साइबर पुलिस ने 66.63 लाख रुपये की साइबर इन्वेस्टमेंट ठगी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनका लिंक दुबई स्थित अंतरराष्ट्रीय ठग सिंडिकेट से है. जांच में सामने आया कि लोकल बैंक खातों के जरिए ठगी की रकम विदेश भेजी जा रही थी. पुलिस ने कहा कि यह एक संगठित अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा है.
Cyber scam Dubai syndicate: साइबर अपराधी अब विदेशों से बैठकर लोगों को निशाना बना रहे हैं. महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड़ की साइबर पुलिस ने ऐसे ही एक मामले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. अपराधियों ने निवेश के नाम पर 66.63 लाख रुपये की ठगी की है. शिकायत के बाद पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि इस घटना को दुबई से अंजाम दिया गया है. इस केस को स्थानीय मनी म्यूल के जरिए अंजाम दिया गया है. पुलिस ने मामले में तेजी से जांच करते हुए 24 घंटे के अंदर इस घटना का पर्दाफाश किया है. अभी जांच चल रही है और पुलिस के मुताबिक इसमें और लोगों की गिरफ्तारी की संभावना है.
पैसों का डायवर्जन किया गया
निवेश के नाम पर ठगी करने के बाद अपराधियों ने पैसों को कई अकाउंट्स में डायवर्ट कर दिया. पुलिस को शक है कि पैसे दुबई भी भेजे गए हैं. पैसों को इतने अकाउंट्स में डायवर्ट किया गया कि इसे ट्रेस करना मुश्किल हो गया. पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पहले ठगी की रकम को कोल्हापुर के एक प्राइवेट बैंक अकाउंट में भेजा था, उसके बाद अन्य खातों में ट्रांसफर किया.
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मनी म्यूल के जरिए ठगी
दुबई से बैठे साइबर अपराधियों के इंटरनेशनल सिंडिकेट ने इस घटना को स्थानीय मनी म्यूल के जरिए अंजाम दिया. मनी म्यूल उन लोगों को कहते हैं जो कमीशन के बदले अपना बैंक अकाउंट अपराधियों को सौंप देते हैं. उनके अकाउंट में ही ठगी के पैसे लिए गए. इसके चलते मुख्य आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
दुबई सिंडिकेट का नेटवर्क
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह सिंडिकेट भारत के छोटे शहरों में लोकल नेटवर्क तैयार कर रहा है ताकि बड़ी रकम को आसानी से इधर-उधर किया जा सके और रेग्युलेटरी एजेंसियों की नजर से बचा जा सके. इस मामले से यह भी उजागर हुआ कि भारत में विदेशी साइबर अपराधी अब स्थानीय लोगों की मदद से बैंकिंग सिस्टम को निशाना बना रहे हैं.