साइबर अपराधियों के निशाने पर धार्मिक यात्री, ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर ऐसे कर रहे हैं खेल

भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) ने धार्मिक यात्राओं और पर्यटन सेवाओं के नाम पर हो रही ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी को लेकर नागरिकों को सतर्क किया है. नकली वेबसाइटों, सोशल मीडिया पेजों और गूगल पर चल रहे फर्जी विज्ञापनों के जरिए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है. I4C ने सुरक्षित बुकिंग के लिए केवल आधिकारिक पोर्टलों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है.

भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) ने धार्मिक यात्राओं और पर्यटन सेवाओं के नाम पर हो रहीऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी को लेकर नागरिकों को सतर्क किया है. Image Credit: FREE PIK

Online booking Religious travel fraud: धार्मिक यात्राएं करने वाले यात्री भी अब साइबर अपराधियों के निशाने पर आ गए हैं. केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) ने हाल ही में देशभर के नागरिकों को ऑनलाइन बुकिंग घोटालों को लेकर सतर्क किया है. यह चेतावनी विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो धार्मिक तीर्थयात्राएं कर रहे हैं. अपराधी धार्मिक तीर्थ और पर्यटन बुकिंग के नाम पर फर्जी वेबसाइटों, सोशल मीडिया पेजों और गूगल पर दिखने वाले पेड विज्ञापनों के माध्यम से ठगी कर रहे हैं.

कैसे हो रही है ठगी?

साइबर अपराधी प्रोफेशनल दिखने वाली नकली वेबसाइटें बनाते हैं और सोशल मीडिया अकाउंट्स तथा व्हाट्सएप के माध्यम से केदारनाथ और चारधाम के लिए फर्जी हेलीकॉप्टर बुकिंग, तीर्थस्थलों के पास गेस्ट हाउस और होटल की फर्जी बुकिंग, नकली टैक्सी और कैब बुकिंग तथा सस्ते हॉलिडे पैकेज और धार्मिक यात्रा योजनाओं की पेशकश करते हैं. बुकिंग के लिए ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा जाता है. यदि आप पेमेंट कर देते हैं, तो आप धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं.

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सुरक्षा के लिए क्या करें?

इस प्रकार की ठगी से बचाव के लिए I4C ने नागरिकों को कुछ आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है.

I4C कर रहा कार्रवाई