WhatsApp को चुनौती दे पाएगा Arattai! इस इंडियन ने 140 करोड़ भारतीयों पर खेला है दांव, जानें फीचर्स में कितना दम
एक तरफ WhatsApp 140 करोड़ से ज्यादा भारतीय यूजर्स का भरोसा बन चुका है, वहीं अब जोहो कॉर्पोरेशन (Zoho Corporation) का घरेलू ऐप अरत्तई (Arattai) भी बड़ी चुनौती पेश कर रहा है. अरत्तई ऐप को जोहो कॉर्पोरेशन ने साल 2021 में लॉन्च किया था. यह पूरी तरह से भारतीय ऐप है और इसका नाम तमिल भाषा के शब्द अरत्तई मतलब बातचीत है. कंपनी का मकसद था भारत को एक ऐसा मैसेजिंग ऐप देना जो सस्ता इंटरनेट, लोकल भाषाओं और छोटे फोन पर भी आसानी से चल सके.
Whatsapp vs Arattai: भारत के डिजिटल बाजार में अब मैसेजिंग ऐप्स की जंग और तेज हो गई है. जहां एक तरफ WhatsApp करोड़ों भारतीय यूजर्स का भरोसा बन चुका है, वहीं अब जोहो कॉर्पोरेशन (Zoho Corporation) का घरेलू ऐप अरट्टई (Arattai) भी बड़ी चुनौती पेश कर रहा है. सवाल यही है कि क्या Arattai वाकई में 140 करोड़ से ज्यादा भारतीय यूजर्स को साथ लेकर व्हाट्सऐप को टक्कर दे पाएगा? आइए जानते हैं दोनों ऐप्स की कहानी और फीचर्स के बारे में विस्तार से जानते है.
कैसे हुआ व्हाट्सऐप की शुरुआत?
व्हाट्सऐप की शुरुआत साल 2009 में दो दोस्तों जैन कूम (Jan Koum) और ब्रायन एक्टन (Brian Acton) ने की थी. दोनों पहले याहू कंपनी में काम करते थे. शुरुआत में इसे SMS का आसान ऑप्शन बनाने के लिए लॉन्च किया गया था. धीरे-धीरे इसमें टेक्स्ट, फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट और कॉलिंग जैसे फीचर जुड़ते गए. साल 2014 में फेसबुक (अब मेटा) ने इसे खरीद लिया. आज व्हाट्सऐप दुनिया के 180 से ज्यादा देशों में 3 अरब से अधिक लोगों की पहली पसंद है.
किसने बनाया Arattai?
Arattai ऐप को जोहो कॉर्पोरेशन ने साल 2021 में लॉन्च किया था. यह पूरी तरह से भारतीय ऐप है और इसका नाम तमिल भाषा के शब्द Arattai मतलब बातचीत है. कंपनी का मकसद था भारत को एक ऐसा मैसेजिंग ऐप देना जो सस्ता इंटरनेट, लोकल भाषाओं और छोटे फोन पर भी आसानी से चल सके. ऐसे में आइए आपको इन दोनों एप्स के बारें में विस्तार कंपेरिजन करते है.
दोनों ऐप्स की तुलना
फीचर | अरट्टई (Arattai) | व्हाट्सऐप (WhatsApp) |
---|---|---|
भाषा और मैसेजिंग सपोर्ट | भारतीय भाषाओं पर खास ध्यान, हल्का ऐप, छोटे फोन और धीमे नेटवर्क पर भी आसानी से चलता है. | दुनियाभर की भाषाओं में उपलब्ध, भारत की बड़ी आबादी पहले से इस्तेमाल कर रही है. |
प्राइवेसी और सिक्योरिटी | कॉल्स पर एन्क्रिप्शन, लेकिन मैसेज पर अभी पूरी तरह नहीं; डेटा भारत के सर्वर पर ही रहता है; कोई ऐड नहीं | हर मैसेज, कॉल और फोटो पूरी तरह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन से सुरक्षित |
वॉइस और वीडियो कॉलिंग | कम इंटरनेट स्पीड में भी अच्छी क्वालिटी, कॉन्फ्रेंस कॉल की सुविधा | ग्रुप कॉलिंग (8 लोग तक), दुनिया भर में एक जैसा अनुभव |
ग्रुप और चैनल्स | 1000 लोगों तक ग्रुप, ब्रॉडकास्ट चैनल उपलब्ध | 1024 लोगों तक ग्रुप, एडमिन कंट्रोल और पिन मैसेज जैसे एडवांस फीचर |
फाइल शेयरिंग और स्टेटस/स्टोरी | 1 GB तक की फाइल शेयरिंग, स्टोरी फीचर | 2 GB तक की फाइल शेयरिंग, पॉपुलर “स्टेटस” फीचर |
खुद से चैट (Self Chat) | Pocket फीचर: फोटो, वीडियो, नोट्स, रिमाइंडर आदि सेव करने की सुविधा | Chat with Yourself फीचर: खुद को मैसेज, मीडिया और नोट्स भेजने की सुविधा |
बिजनेस टूल्स | छोटे व्यवसाय और क्रिएटर्स के लिए चैनल और मीटिंग शेड्यूल ऑप्शन | मजबूत बिजनेस ऐप, जिसमें पेमेंट, कैटलॉग और मेटा इंटीग्रेशन शामिल |
विज्ञापन और यूजर एक्सपीरियंस | पूरी तरह एड-फ्री, साफ और आसान अनुभव | अभी तक एड नहीं, लेकिन भविष्य में मेटा के ऐड नेटवर्क से जुड़ सकता है |
कौन ज्यादा दमदार?
अब सवाल है कि आखिर कौन सा ऐप आगे है. सिक्योरिटी के मामले में व्हाट्सऐप ज्यादा मजबूत है क्योंकि हर चीज एन्क्रिप्टेड है. कम इंटरनेट वाले यूजर्स और लोकल भाषाओं के लिए अरट्टई बेहतर ऑप्शन बन सकता है. बिजनेस और ग्लोबल कनेक्शन के लिए व्हाट्सऐप ज्यादा पावरफुल है. भारत की संस्कृति और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में अरट्टई खास पहचान बना रहा है. भारत का डिजिटल बाजार बड़ा है और यहां दोनों ऐप्स की अपनी-अपनी जगह है. व्हाट्सऐप ग्लोबल दिग्गज है और भरोसे के साथ इस्तेमाल किया जाता है. वहीं अरट्टई एक भारतीय और एड-फ्री विकल्प है, जो छोटे शहरों और गांवों के यूजर्स के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.
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