ट्रंप का ऐलान… जापान और दक्षिण कोरिया पर 1 अगस्त से लगेगा 25 फीसदी टैरिफ, जवाबी टैक्स के खिलाफ दी धमकी
Donald Trump Tariff: जापान और दक्षिण कोरियाई नेताओं को लिखे गए लगभग एक जैसे शब्दों वाले पत्रों में ट्रंप ने कहा कि टैरिफ 1 अगस्त से लागू होंगे. ट्रंप ने अप्रैल की शुरुआत में लगभग सभी व्यापारिक साझेदारों से आयात पर 10 फीसदी टैरिफ लगाया था.
Donald Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार 7 जुलाई को जापान और दक्षिण कोरिया पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की. ट्रंप ने समझौते पर पहुंचने की डेडलाइन से पहले व्यापारिक साझेदारों को लिखे अपने पहले पत्र में इस बात का ऐलान किया है. जापान और दक्षिण कोरियाई नेताओं को लिखे गए लगभग एक जैसे शब्दों वाले पत्रों में ट्रंप ने कहा कि टैरिफ 1 अगस्त से लागू होंगे, क्योंकि अमेरिका के साथ उनके व्यापारिक संबंध दुर्भाग्य से, पारस्परिक संबंधों से बहुत दूर हैं. अपने पत्रों में ट्रंप ने जवाबी टैरिफ के खिलाफ भी धमकी दी. इसमें लिखा था कि अगर किसी कारण से आप अपने टैरिफ बढ़ाने का फैसला करते हैं, तो आप उन्हें जिस भी संख्या में बढ़ाना चाहते हैं, वह हमारे द्वारा लगाए जाने वाले 25 फीसदी में जोड़ दिया जाएगा.
पहले बैच का लेटर
जापान और दक्षिण कोरिया को लिखे गए ट्रंप के पत्र 15 व्यापारिक साझेदारों को लिखे गए पत्रों के पहले बैच का हिस्सा हैं, जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर विदेशी सरकारें अमेरिका के साथ समझौते करने में विफल रहती हैं, तो इंपोर्ट पर अमेरिकी शुल्क फिर से ऊंचे स्तर पर पहुंच जाएंगे.
भारत और अमेरिका ट्रेड डील
ट्रंप ने अप्रैल की शुरुआत में लगभग सभी व्यापारिक साझेदारों से आयात पर 10 फीसदी टैरिफ लगाया था, लेकिन यूरोपीय संघ सहित कुछ अर्थव्यवस्थाओं में इस दर में और वृद्धि होने की संभावना है. CNBC-TV18 ने सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत और अमेरिका अगले 24 से 48 घंटों के भीतर एक मिनी-ट्रेड एग्रीमेंट पर अंतिम फैसला ले सकते हैं. मिनी डील के तहत औसत टैरिफ लगभग 10 फीसदी होने की उम्मीद है.
ब्रिटेन और वियतनाम के साथ समझौते
रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्ण द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के लिए वार्ता 9 जुलाई के बाद शुरू होने की संभावना है, जब ट्रंप के 2 अप्रैल के टैरिफ पर 90-दिन तक की रोक समाप्त हो जाएगी, जिसने भारत सहित कई देशों को प्रभावित किया था.
जबकि ट्रंप प्रशासन ने जुलाई की शुरुआत तक दर्जनों डील करने की उम्मीद जताई है, लेकिन अभी तक सीमित परिणाम मिले हैं. अमेरिका ने केवल ब्रिटेन और वियतनाम के साथ समझौते किए हैं, जबकि अमेरिका और चीन एक-दूसरे के उत्पादों पर अस्थायी रूप से टैरिफ के स्तर को कम करने पर सहमत हुए हैं जो पहले तीन डिजिट तक पहुंच गए थे.